मॉक ड्रील में दिखा कमाल का संयोजन, एसडीआरएफ राजस्थान के नेतृत्व में भारतीय सेना, एनडीआरएफ, सिविल डिफेंस तथा स्थानीय प्रशासन द्वारा बाढ़ बचाव के संबंध में हुई संयुक्त मॉक ड्रील आयोजित
दूदू। दूदू जिले के मौजमाबाद उपखण्ड के खुडिय़ाला गांव के तालाब में एसडीआरएफ राजस्थान के नेतृत्व में भारतीय सेना, एनडीआरएफ, सिविल डिफेंस तथा स्थानीय प्रशासन द्वारा बाढ़ बचाव के संबंध में संयुक्त मॉक ड्रील का आयोजन किया गया। मानसून के दौरान राज्य में जल भराव/बाढ़ की संभावना रहती है। बाढ़ प्रभावित स्थानों पर जनजीवन अस्त व्यस्त हो जाता है व अत्यधिक वर्षा होने से जलभराव वाले स्थानों पर पानी भर जाने से एवं नदियों/तालाबों में जलप्रवाह अत्यधिक होने से नागरिकों के फंसने/डूबने की संभावनाएं बनी रहती है। जलाशयों एवं बांधों से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने से नदियों के आस-पास के गांवों और कस्बों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने से लोगों के जीवन को बचाने में भारतीय सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, नागरिक सुरक्षा विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। राज्य आपदा प्रतिसाद बल, राजस्थान के तत्वाधान में भारतीय थल सेना, एनडीआरएफ, नागरिक सुरक्षा (सिविल डिफेंस) एवं स्थानीय प्रशासन द्वारा दूदू जिले के खुडियाला ग्राम के तालाब पर बाढ बचाव के संबंध में संयुक्त मॉक अभ्यास का आयोजन किया गया।
राज्य आपदा प्रतिसाद बल, राजस्थान के कमाण्डेन्ड राजेन्द्र सिंह सिसोदिया ने बताया कि रविवार को प्रात: स्थानीय प्रशासन एवं नागरिक सुरक्षा विभाग से सूचना प्राप्त हुई कि अतिवृष्टि के कारण दूदू जिले के खुडियाला ग्राम में बाढ़ की स्थिति बन गई है तथा पूरा गांव टापू बन गया है, गांव के चारों तरफ करीब 10 फीट तक पानी भर गया है। करीब 300 ग्रामीण गांव में फंसे हुए है एवं कुछ ग्रामीण बाढ़ के पानी में बह गये है। सूचना पर एसडीआरएफ बटालियन मुख्यालय गाडोता दूदू से रेस्क्यू टीमें तुरन्त घटनास्थल स्थल के लिए रवाना की गई तथा बाढ़ की स्थिति को देखते हुए भारतीय थल सेना, एनडीआरएफ एवं सिविल डिफेंस को सूचना दी गई। घटनास्थल पर पहुंचकर एसडीआरएफ ने इंसिडेन्ट कमाण्ड पोस्ट बनाकर रेस्क्यू ऑपरेशन लॉन्च कर दिया। एसडीआरएफ के साथ ही एनडीआरएफ, भारतीय सेना तथा सिविल डिफेंस की टीमें भी घटनास्थल पर पहुंच गई। सभी एजेंसियों की रेस्क्यू टीमों द्वारा एक संयुक्त रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। रेस्क्यू टीमों ने मोटर बोटों की मदद से ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। बरसाती नाले में बहे 5 ग्रामीणों को रेस्क्यू टीम ने बेहोशी की हालत में रेस्क्यू कर कमाण्ड पोस्ट पर पहुंचाया। कमाण्ड पोस्ट पर तैनात मेडिकल टीम ने पांचों ग्रामीणों के पेट से पानी निकालकर एवं सीपीआर देकर उनका जीवन बचाया। घायलों को एम्बूलेंस से नजदीकी अस्पताल भिजवाया गया। कुछ घण्टों के रेस्क्यू ऑपरेशन में रेस्क्यू टीमों ने गांव में फंसे सभी 300 ग्रामीणों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। पूरे ऑपरेशन में किसी प्रकार की जान माल की हानि नहीं हुई। रेस्क्यू ऑपरेशन को सफल अंजाम देने के बाद एसडीआरएफ जवानों द्वारा राष्ट्रध्वज को सलामी देते हुए एकता का संदेश दिया गया।
मॉक ड्रिल में सभी टीमों ने मिल कर किया कमाल का काम
मॉक अभ्यास में भारतीय थल सेना के कैप्टन सुमित भट्ट, सूबेदार हरबंश सिंह मय 40 जवानों की टीम, एनडीआरएफ के सहायक कमाण्डेन्ट योगेश मीणा मय 30 जवानों की टीम, सिविल डिफेंस जयपुर के डिप्टी कन्ट्रोलर अमित शर्मा मय 15 जवानों की टीम, जयपुर दक्षिण अतिरिक्त जिला कलक्टर शेफाली कुशवाह, एसडीआरएफ के राकेशपाल सिंह डिप्टी कमाण्डेन्ट, सुरेन्द्र सिंह शेखावत डिप्टी कमाण्डेन्ट, रामधन सांडीवाल सहायक कमाण्डेन्ट, चित्रगुप्त महावर सहायक कमाण्डेन्ट, अमर सिंह सूबेदार, हनुमन्त सिंह एमटीओ, रवि वर्मा प्लाटून कमाण्डर, आशीष बंशीवाल प्लाटून कमाण्डर, हेमन्त दायमा प्लाटून कमाण्डर, बलदेव सिंह प्लाटून कमाण्डर, कमलकिशोर प्लाटून कमाण्डर मय 50 जवानों की रेस्क्यू टीम तथा जिला दूदू का समस्त प्रशासन मौके पर उपस्थित रहा।