मुख्य प्रर्वतक महेंद्र कुमार शर्मा के निर्देशन में जोन-4 में कई अवैध निर्माण सील और कुछ हुए ध्वस्त, नोटिस के बावजूद नहीं हटाया था अतिक्रमण, अब जेडीए द्वारा दिया गया सीधा संदेश
जयपुर। जेडीए अब किसी भी प्रकार के अवैध निर्माण पर कोई नरमी नहीं बरतेगा। जेडीए के मुख्य नियंत्रक-प्रवर्तन महेंद्र कुमार शर्मा के पिर्देश पर जोन-4 में एक ही दिन में हुई ताबड़तोड़ कार्रवाई से यह अब पूरी तरह स्पष्ट हो चुका है। हालांकि जेडीए पहले से ही एक्शन में है लेकिन कुछ भूमाफिया अब भी इस हल्के में ले रहे थे। लेकिन, शर्मा ने अब सीधा संदेश दिया है कि अवैध निर्माण करोगे तो उसका परिणाम भुगतने के लिए भी तैयार रहना होगा। एक ही दिन में हुई विभिन्न कार्रवाइयों की बात करें तो जेडीए प्रवर्तन शाखा द्वारा जोन-4 में एयरपोर्ट प्लाजा टोंक रोड़ मंगलम रेडियन्स में ए-1201 के ऊपर ओपन टेरिस पर जेडीए की बिना अनुमति व स्वीकृति के किये गये अवैध निर्माण को नियमानुसार पुख्ता सील कर दिया गया। इसी प्रकार एसएल मार्ग, लालबहादुर नगर के भूखण्ड संख्या-ई-88 में व्यावसायिक प्रयोजनार्थ जेडीए की बिना अनुमति व स्वीकृति के बने टीनशेडनुमा वर्कशॉप को भी सील किया गया।
जय जवान कॉलोनी में भूखण्ड संख्या-46 में जेडीए की बिना अनुमति व स्वीकृति के बने बेसमेन्ट+3 मंजिला अवैध बिल्डिंग की नियमानुसार पुख्ता सीलिंग की गई। इसी प्रकार टोंक रोड़, कैलाशपुरी प्लॉट नं. 4 में किये गए अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया। जोन-4 में ही एयरपोर्ट प्लाजा टोंक रोड़ मंगलम रेडियन्स में ए-1201 के ऊपर ओपन टेरिस पर जेडीए की बिना अनुमति व स्वीकृति के अवैध निर्माण किये जाने पर धारा 32, 33 जेडीए के एक्ट के तहत नोटिस जारी कर अवैध निर्माण हटाने के लिए पाबंद किया गया था। लेकिन, निर्माणकर्ता द्वारा अवैध निर्माण नहीं हटाये जाने पर सक्षम स्तर से स्वीकृति प्राप्त कर धारा-34 (क) का नोटिस जारी कर इस अवैध निर्माण को ईटों की दीवारों से चुनवाकर सील कर दिया गया। अन्य कार्रवाई में एसएल मार्ग लालबहादुर नगर के भूखण्ड संख्या- ई-88 में जेडीए की बिना अनुमति व स्वीकृति के व्यावसायिक प्रयोजनार्थ टीनशेडनुमा वर्कशोप को भी सील कर दिया गया। टोंक रोड़ कैलाशपुरी प्लॉट नं.-4 के द्वारा जेडीए की बिना अनुमति व स्वीकृति के लोहे के ऐंगल व टीनशेडऩुमा अवैध निर्माण किये जाने की शिकायत प्राप्त होने पर आज जोन-4 के राजस्व व तकनीकी स्टॉफ की निशादेही पर प्रवर्तन दस्ते द्वारा जेसीबी मशीन व मजदूरों की सहायता से ध्वस्त किया गया।