50 हजार श्रद्धालु एकत्र थे..इंतजाम 5 हजार वाले सत्संग में हुआ ‘मौत का तांडव’..भगदड़ में 134 लोगों की मौत

हाथरस के फुलराई गांव में प्रवचन कार्यक्रम के बाद अचानक मची भगदड़, सैकड़ों भक्त भीषण गर्मी से बेहोश हुए, लगातार बढ़ता जा रहा मौतों का आंकड़ा

 

हाथरस में एक धार्मिक सभा में मची भगदड़ में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. बताया जा रहा है कि भोले बाबा सत्संग के बाद बैठक से निकल रहे थे, तभी बड़ी संख्या में उनके अनुयायी उनके पीछे दौड़ पड़े और भगदड़ मच गई. लोग एक दूसरे को कुचलते रहे. यहां आप देख सकते हैं कि पिछले कुछ सालों में कई ऐसी घटनाएं घटी हैं, जिनमें सैकड़ों लोगों की जान चली गई है।

उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक धार्मिक सभा में भगदड़ में 134 लोगों की जान चली गई. इसके अलावा बच्चों और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल हुए हैं. यह पहली बार नहीं है कि किसी धार्मिक सभा पर हमला हुआ हो और देश में दर्जनों लोगों की जान गई हो। पिछले कुछ सालों में कई धार्मिक आयोजनों में भगदड़ मची है और बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है.कमिश्नर अलीगढ़ ने 107 लोगों की मौत की पुष्टि की और कहा कि हादसे में 18 लोग घायल भी हुए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. 

2005 में महाराष्ट्र के मंधारदेवी मंदिर में भी ऐसी ही भगदड़ मची थी, जिसमें 340 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. इससे पहले 2008 में राजस्थान के चामुंडा देवी मंदिर में भी इसी तरह की घटना में 250 लोगों की जान चली गई थी. हाल ही में 2008 में, हिमाचल प्रदेश के नैना देवी मंदिर में एक धार्मिक सभा में भगदड़ मच गई, जिसमें 162 लोग मारे गए।