जयपुर पश्चिम पुलिस का ‘रील्स की राइड’ पर एक्शन..

स्टंटबाजी पर लगा ‘पुलिस का ब्रेक’..11 काली थार और 3 स्कार्पियो जब्त


राजधानी की सडक़ों पर रफ्तार की मस्ती और रीलबाजी करने वाले थार गैंग पर लगाम, करधनी थाना पुलिस ने 7 युवकों को किया शांतिभंग में गिरफ्तार, दिखावे और स्पीड पर भारी पड़ा कानून


जयपुर। जयपुर की सडक़ों पर रफ्तार की मस्ती में झूमने वाले ‘थार गैंग’ के लिए बुरी खबर है। सोशल मीडिया पर काली थार और स्कॉर्पियो के स्टंटबाज़ी वीडियो अपलोड करने वालों के खिलाफ करधनी पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए 11 थार और 3 स्कॉर्पियो जब्त कर ली हैं। साथ ही 7 स्पीड प्रेमी चालकों को शांति भंग के आरोप में हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस ने कई जगहों पर नाकेबंदी कर इस कार गैंग को दबोचा है। पकड़े गए युवकों को शांतिभंग में गिरफ्तार कर ट्रैफिक नियमों के अनुसार उनका चालान किया गया है।
डीसीपी वेस्ट अमित कुमार ने बताया है कि करधनी थाना पुलिस ने कुछ संदिग्ध गाडिय़ों के आए दिन इलाके में स्टंट करने और ओवर स्पीड़ में वाहन चलाने पर एक कड़ा एक्शन लिया है। पुलिस ने जगह-जगह पर पिकेट्स लगा कर 11 काली रंग की थार जीप, 3 स्कॉर्पियो कार को सीज किया साथ ही इन वाहनों को चलाने वाले 7 युवकों को शांतिभंग में गिरफ्तार किया है। वर्तमान समय में नव युवकों द्वारा सोशल मीडिया पर काली थार जीप व स्कोर्पियो जैसी गाडिय़ों से सोशल मीडिया पर रील अपलोड करने के लिये स्टंट के वीडियो अपलोड किये जाते हैं। स्टंट के दौरान आमजन को असुरक्षा महसूस होती है, जिनमें अधिकतर कारे काले शीशे की होती हैं। यातायात नियमों का अक्सर उल्लंघन किया जाता है। इस प्रकार के स्टंट के वीडियो बनाने वालो एवं यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालो के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए गए थे। एसीपी झोटवाड़ा सुरेंद्र सिंह राणावत और करधनी थाना प्रभारी सवाई सिंह की टीम ने दो दिनों के भीतर इन स्टंटबाजों को धर दबोचा और उनकी रफ़्तार को पुलिस लॉकअप के ठहराव से मिला दिया।


जब रील्स की राइड पर पुलिस ने कसा शिकंजा, चला कानून का डंड़ा
डीसीपी जयपुर पश्चिम अमित कुमार ने बताया कि युवाओं में काली थार का ऐसा भूत सवार है कि वे इसे सिर्फ सडक़ पर नहीं दौड़ाते, बल्कि सोशल मीडिया पर भी इसकी धाक जमाने में लगे रहते हैं। तेज रफ्तार, जि़ग-ज़ैग स्टंट और काले शीशों के पीछे छिपी यह ‘रोड रोमियो’ गैंग आम जनता के लिए खतरा बन गई थी। इसी को देखते हुए पुलिस ने इनके फिल्मी स्टंट पर असली कार्रवाई करने की ठानी और ऑपरेशन थार-स्टंट चलाया। सडक़ों को अपने निजी रेस ट्रैक में बदलने वाले इन युवाओं को शायद यह अंदाजा नहीं था कि उनकी यह ‘स्पीड थ्रिल’ सीधा थाने की ‘हाई स्पीड’ कार्रवाई से टकरा जाएगी।