डॉ. जाखड़ के नंगे पैर रहने का संकल्प हो रहा है साकार

जयपुर। कहते हैं मन से की गई प्रार्थना और अच्छी नियत पर देवता जरूर प्रसन्न होते हैं। कुछ ऐसा ही चमत्कार हुआ है कालख बांध के मामले में, जहां पिछले 12 वर्ष से बांध सूखा पड़ा था लेकिन टीम वंदे मातरम के संस्थापक और राष्ट्रीय संयोजक डॉ. दीनदयाल जाखड़ और क्षेत्र के लोगों की प्रार्थना आखिर इंद्र देवता ने सुन ली ।  पिछले दिनों हुई बारिश से यहां पर 4 फीट पानी आ गया। झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाला कालख बांध क्षेत्र के लिए किसी लाइफलाइन से कम नहीं है लेकिन प्रकृति से हुए खिलवाड़ ने इस बांध को सूखा कर दिया। जगह-जगह बहाव क्षेत्र में अतिक्रमण होने और पेड़ों की कटाई होने से  कालख बांध पिछले 12 वर्ष से सूखा ही पड़ा था। पिछले वर्ष छोटी दीपावली पर टीम वंदे मातरम की ओर से राष्ट्रीय संयोजक डॉ. दीनदयाल जाखड़ ने  क्षेत्र के लोगों के सहयोग से यहां पर सवा लाख  दीयो से भव्य पूजा की थी। बाद में यमुना का पानी कालख  बांध तक लाने के लिए जाखड़ ने नंगे पैर रहने का  संकल्प लिया जो आज भी बदस्तूर जारी है। क्षेत्र के लोगों की प्रार्थना और जाखड़ के इस संकल्प से आखिरकार इंद्र देवता भी पसीज गए और पिछले दिनों हुई बारिश के बाद कालख बांध में 4 फीट पानी आ गया जिसे देखकर क्षेत्र के लोग उल्लासित हैं। गौरतलब है कि टीम वंदे मातरम पिछले कई वर्षों से इस क्षेत्र में सघन पौधरोपण और प्रकृति से जुड़ाव के लिए लोगों को जागरुक कर रही है। कालख बांध 26 फीट गहरा है और उम्मीद जताई जा रही है कि इस मानसून में इसमें पानी की आवक और बढ़ेगी। उधर,  राजस्थान सरकार की ओर से ईआरसीपी योजना  में कालख बांध को शामिल करने से  जाखड के संकल्प पर मुहर लग गई है । टीम वंदे मातरम् की  इस मुहिम के प्रति लोगों का बढ़ता विश्वास यह संकेत दे रहा है की आने वाले दिनों में कालख बांध आसपास के क्षेत्र सहित जयपुर की प्यास बुझाने में भी मददगार साबित होगा।