जयपुर आरटीओ द्वितीय ने ‘मॉडिफाइड बसों’ पर शुरू की कार्रवाई, बसों के चेसिस में बदलाव कर किया जा रहा यात्रियों की जिंदगियों से खुला खिलवाड़

जयपुर आरटीओ द्वितीय ने कस ली है कमर, 10 ऐसी बसों को जब्त किया जिन्हें देखकर हो जाएंगे हैरान, परिवहन निरीक्षक राजेश चौधरी के नेतृत्व में होगा एक्शन

जयपुर। हाईवे पर ‘जिंदा ताबूत’ बनकर धड़ल्ले से चल रहीं बसों पर अब परिवहन विभाग ने डंडा चलाना शुरू कर दिया है। पिछले कुछ सालों में तमाम नियम कायदों को ताक पर रखकर सवारी बसों को ‘मॉडिफाइड’ करने का गोरखधंधा फल-फूल रहा था और इस कारण कई बार हादसों में सवारियों को अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ा। इस संबंध में मिली शिकायतों के बाद परिवहन विभाग सक्रिय हुआ और जांच अभियान शुरू किया गया। जयपुर में आरटीओ द्वितीय कार्यालय ने ही ऐसी करीब 10 बसों को सीज किया है। इन बसों की स्थिति देखकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो सकते हैं।
यात्री परिवहन में लगी बसों को ट्रैवल एजेंसियों ने कमाई के चक्कर में मालवाहक गाडिय़ों में तब्दील कर दिया है। ताकि ज्यादा से ज्यादा सामान का परिवहन किया जा सके। इन बसों में कूरियर कंपनियों के पैकेज से लेकर सिलेंडर तक ले जाए जा रहे हैं। अधिक से अधिक सामान लादने के लिए बसों में पूरा चेचिस ही बदल दिया है। सीटों के नीचे पूरी बस की चौड़ाई में स्टोरेज बॉक्स बना दिए गए हैं। जिनमें सामान भरा जा रहा है। इस कारण यात्रियों के बैठने की स्पेस कम हो चला है। नियमानुसार इन यात्री बसों में 4 इमरजेंसी गेट होने चाहिएं लेकिन इन गेटों की जगह भी सीटें लगा दी गई हैं। यही कारण है कि आपात स्थिति में बसों से यात्री बाहर नहीं निकल पाते हैं और गंभीर हादसे हो जाते हैं। 


परिवहन विभाग ने शुरू किया सघन जांच अभियान, लगातार की जा रही है कार्रवाई
जयपुर आरटीओ द्वितीय में परिवहन निरीक्षक और राजस्थान परिवहन निरीक्षक संघ के अध्यक्ष राजेश चौधरी ने बताया कि विभाग की टीमें लगातार ऐसी बसों की जांच कर रही हैं। हाईवे पर बसों से जुड़े जितने भी बड़े हादसे हुए हैं। उनमें से अधिकांश का कारण इन बसों की बॉडी में किया गया बदलाव ही है। बसों में स्टोरेज बॉक्स बनाने के अलावा बसों की लंबाई भी बढ़ाई जा रही है। हर बदलाव यात्रियों की सुरक्षा को ताक पर रखकर किया जा रहा है। यही कारण है कि इन बसों के सीजर की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। 


आरटीओ द्वितीय द्वारा कार बाजारों पर की गई कार्रवाई का भी दिखा असर
जयपुर में पिछले दिनों आरटीओ द्वितीय के स्तर पर अवैध रूप से चल रहे कार बाजारों पर भी बड़ी कार्रवाई शुरू की गई थीं। इसका असर भी अब दिखने लगा है। चौधरी ने बताया कि आरटीओ की कार्रवाई के बाद अब कार बाजारों ने रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है। प्रदेशभर में 135 कार बाजारों ने अभी तक पंजीयन करवाया है। इनमें से 28 जयपुर आरटीओ द्वितीय के क्षेत्राधिकार के हैं। 


अवैध डीजल टैंक वाले वाहनों की भी हो रही धरपकड़, मचा हडक़ंप
हाईवे पर छापेमारी के दौरान आरटीओ द्वितीय की टीमों ने अवैध डीजल टैंकों का गोरखधंधा भी पकड़ा है। जो आए दिन बड़े हादसे का कारण बन रहा है। दरअसल, हरियाणा में डीजल के दाम राजस्थान से कम हैं। इस कारण लग्जरी बसों और ट्रकों में स्वीकृत डीजल टैंकों के आकार को अवैध रूप से दोगुना तक बढ़ाया जा रहा है अथवा एक अतिरिक्त डीजल टैंक ही गाड़ी में लगाया जा रहा है। वाहन चालक इन्हें हरियाणा से ही पूरा भरवाकर राजस्थान में प्रवेश कर रहे हैं और राजस्थान में  इन्हें डीजल भरवाने की जरूरत नहीं पड़ती है। इसके चलते राज्य सरकार को भी टैक्स का नुकसान हो रहा है। लेकिन इसके अलावा ये चलते फिरते ताबूत बनते जा रहे हैं। चौधरी ने बताया कि ऐसे वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने पर उनमें भरे अतिरिक्त डीजल के कराण आग लगने के हादसे ज्यादा हो रहे हैं और उन पर काबू पाने में भी बड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। जो जानमाल की हानि में भी इजाफा कर रहे हैं।