सीकर।(विनोद धायल) शक्तिपीठ श्री जीणमाता मंदिर में चैत्र नवरात्र की अष्ठमी को सिंह पर सवार मां जीण भवानी विराजमान होकर दर्शन दिए। मंदिर पुजारियों ने बताया कि अष्टमी पर कन्या पूजन का विशेष महत्व है। भक्तों ने मैया को चूड़ा-चूंदडी, फूल माला और प्रसाद चढ़ाकर अपने परिवार की सुख समृद्धि की कामना की। सुरेंद्र पुजारी, ललित पुजारी, सीताराम पुजारी, श्याम पुजारी, बंशीधर पुजारी ने बताया कि अष्टमी के दिन सुबह 4 बजे मां जीण भवानी की मंगला आरती की गई। जीणमाता के मंदिर को कोलकाता व दिल्ली के विशेष फूलों से सजाया गया है व 13 शाही पोशाकों से माता का श्रृंगार किया गया। सुबह आरती के बाद फलो का भोग लगाया। साथ ही मंदिर कमेटी की ओर से भी दर्जनों वॉलिंटियर व्यवस्थाओं में लगाए गए हैं। प्रशासन की ओर से स्वास्थ्य विभाग की टीम, अग्निशामक, एंबुलेंस आदि की व्यवस्था भी जीण माता मेले में की गई । भवंरावाली माता मंदिर, हर्षनाथ मंदिर, पहाडी़ पर स्थित काजल शिखर मंदिर में भी दर्शन कर मन्नते मांग रहे हैं ।
बाजार पूरी तरह सज गए है
भजन से लेकर पूजा पाठ से पूरा जीण धाम भक्तिमय हो रहा है । नौ दिवसीय नवरात्रा के दौरान अनेक भक्तजन माता के दरबार में रहकर नवरात्रा उपासना करने पहुंचते हैं। सुरक्षा को लेकर के पुलिस प्रशासन ने मोर्चा संभाल रखा है और तकरीबन 250 पुलिसकर्मियों का जाब्ता तैनात है। भक्तों की भीड़ देखते हुए पुलिस प्रशासन मुस्तैद रहा। मेला प्रशासन, ग्राम पंचायत, जीणमाता मंदिर ट्रस्ट, जीणमाता प्रबंधकारिणी कमेटी ने भी श्रद्धालुओं की सुविधा का विशेष ध्यान रखा है।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पानी, छाया के लिए टेंट, वाहन पार्किंग की नि:शुल्क व्यवस्था
मेले में पंचायत प्रशासन ने इस बार श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए अलग-अलग दो स्थानों पर पानी, छाया के लिए टेंट, वाहन पार्किंग की व्यवस्था की है, ताकि श्रद्धालुओं को गर्मी में परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। सरपंच सुभाष शेषमा ने बताया कि इस बार पार्किंग की व्यवस्था अच्छी की गई है। जाम की समस्या को देखते हुए करीब 15 बीघा पार्किंग कैंपस बढ़कर 50 बीघा में व्यवस्था की गई है। इसमें 20 हजार से ज्यादा वाहन खड़े हो सकेंगे। पार्किंग की सुविधा नि:शुल्क है।