इस बार ‘दादी’ पर बवाल निलंबन पर सवाल...
लगातार तीसरे दिन सदन में कांग्रेस को धरना रहा जारी, आज विधानसभा घेराव की पूरी तैयारी, अपनी मांगों पर अड़े है कांग्रेसी विधायक, धरने पर बैठे विधायकों की संख्या 47 हुई
विधायकों का निलंबन समाप्त करने की मांग, प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कंट्रोल रूम बनाकर सभी जिलों को भीड़ जुटाने के लिए किए जा रहे कॉल, इधर, मंत्री गहलोत ने ‘दादी’ शब्द पर छिड़े विवाद पर दी सफाई
जयपुर। राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र में बरपा हंगामा अभी तक शांत नहीं हुआ है। कांग्रेस विधायक अपनी मांगों को लेकर तीसरे दिन भी सदन में धरने पर बैठे रहे। समय बीतने के साथ-साथ सदन में धरने पर बैठे कांग्रेस विधायकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। धरने की शुरुआत 28 विधायकों ने की थी। लेकिन रविवार को यह संख्या 47 तक पहुंच गई। विपक्ष के ये विधायक अपनी मांगें पूरी नहीं होने तक धरने पर बैठे रहने का ऐलान कर चुके हैं। बजट सत्र के दौरान सीएम भजनलाल शर्मा के कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत ने शुक्रवार को इंदिरा गांधी को कांग्रेस की ‘दादी’ बता दिया तो सदन में हंगामा हो गया था। उसके बाद कांग्रेस विधायकों ने सदन में जमकर नारेबाजी की। इसके कारण कार्रवाई बार-बार बाधित होती रही। उसके बाद सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग हंगामा करने वाले कांग्रेस के 6 विधायकों गोविंद डोटासरा, रामकेश मीणा, जाकिर हुसैन गैसावत, अमीन कागजी, हाकम अली और संजय कुमार जाटव के खिलाफ निलंबन का प्रस्ताव लेकर आए।
इस प्रस्ताव को विधानसभा में पास कर दिया गया। उसके बाद विधानसभाध्यक्ष ने इन छह विधायकों को पूरे बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया। इससे विपक्ष बिफर पड़ा और सदन में ही धरने पर बैठ गया। विपक्ष की मांग है कि निलंबित किए गए विधायकों का निलंबन समाप्त किया जाए और ‘दादी’ शब्द को सदन की कार्यवाही से हटाया जाए। अपनी मांगों को लेकर सदन में शुक्रवार को कांग्रेस के 28 विधायक धरने पर बैठे थे। इन विधायकों ने शुक्रवार और शनिवार की रात सदन में ही बताई। वे रामधुन गाकर अपना टाइम पास कर रहे हैं। उसके बाद धरने पर बैठे विधायकों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ती हुई अब 47 तक पहुंच गई है।
आज विधानसभा घेराव की तैयारी, विभिन्न जिलों से भीड़ जुटाने का टारगेट
रविवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। बैठक में सोमवार को विधानसभा का घेराव करने की घोषणा की गई। प्रदेश कांग्रेस ने इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी है। विभिन्न जिलों से भीड़ लाने को कहा है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कंट्रोल रूम बनाकर सभी जिलों को कॉल किए जा रहे हैं। जयपुर के आसपास के जिलों को ज्यादा भीड़ लाने का टारगेट दिया है। विधायकों के निलंबन के खिलाफ शनिवार को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर कांग्रेस ने विरोध-प्रदर्शन किए और पुतले जलाए थे। इधर, मंत्रियों के साथ दो दौर की वार्ता विफल रही। कांग्रेस विधायक निलंबन बहाली, इंदिरा गांधी पर टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटाने और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत के माफी मांगने की मांग पर अड़े हुए हैं।
खर्रा बोले- पार्टी ने मामले में संज्ञान लिया, अविनाश गहलोत को चेतावनी दी
यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा- विधानसभा में अविनाश गहलोत ने जो कहा वह कायदे से न तो अपमानजनक है और न ही असंसदीय। फिर भी पार्टी का यह मानना है कि उन्हें सदन में ये बात नहीं कहनी चाहिए थी। इसको लेकर अविनाश गहलोत ने खेद भी प्रकट किया है। उन्होंने कहा- इस मुद्दे को लेकर विपक्ष ने आसन पर हमला करने का जो प्रयास किया, वह शर्मनाक है। खर्रा ने कहा- पार्टी ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत को चेतावनी दी है कि वे बोलने से पहले सजग रहें और सोच समझकर बोलें। उनसे कहा गया कि भविष्य में इस तरह की बातों को फिर नहीं दोहराया जाए।
मंत्री अविनाश गहलोत ने दी सफाई, दादी सम्मानजनक शब्द, विपक्ष बेवजह मुद्दा बना रहा
केनिबेट मंत्री अविनाश गहलोत ने झुंझुनू दौरे के दौरान विपक्ष के हंगामे और विधायकों के निलंबन पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इंदिरा गांधी को दादी शब्द का इस्तेमाल किए जाने को स्वाभाविक और सम्मानजनक बताया। मंत्री ने कहा कि सरकार और विपक्ष के तीन मंत्री आपस में बातचीत कर रहे हैं ताकि विधानसभा की कार्रवाई प्रभावित न हो। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी हमारे देश की प्रधानमंत्री रही हैं और कांग्रेस की सम्माननीय नेता थीं। मैं पूछना चाहता हूं कि क्या हम अपने परिवार के बुजुर्गों को दादा-दादी नहीं कहते? यह एक सम्मानजनक शब्द है और हमारी हिंदी शब्दावली का हिस्सा है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी खुद सार्वजनिक मंचों पर इंदिरा गांधी के लिए दादी शब्द का इस्तेमाल करते हैं, इसलिए उनकी ओर से इस शब्द का उपयोग करना गलत नहीं है।
विधानसभा की कार्यवाही से हटाया जा सकता है दादी शब्द
जब उनसे पूछा गया कि क्या वे अपने बयान पर कायम रहेंगे, तो मंत्री गहलोत ने स्पष्ट किया कि मैंने पहले ही विधानसभा अध्यक्ष से कहा था कि यदि कांग्रेस को लगता है कि यह शब्द अपमानजनक है, तो इसे विधानसभा की कार्यवाही से हटाया जा सकता है। मुझे इससे कोई आपत्ति नहीं है। विपक्ष की ओर से विधानसभा में तीन दिनों से जारी धरने और छह विधायकों के निलंबन पर गहलोत ने कहा कि सरकार लगातार विपक्षी नेताओं से संवाद कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के तीन मंत्री उनसे चर्चा कर चुके हैं। हम विपक्ष को साथ लेकर चलना चाहते हैं ताकि विधानसभा में जमीन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हो और जनता को लाभ मिले।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को आज बुलाया जाएगा विधानसभा
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि जब तक उनके निलंबित विधायकों को बहाल नहीं किया जाएगा और सत्ता पक्ष की ओर से पूर्व पीएम इंदिरा गांधी पर की गई टिप्पणी के लिए माफी नहीं मांगी जाएगी, तब तक उनका धरना जारी रहेगा। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ अन्य वरिष्ठ नेताओं ने बैठक को संबोधित किया। इस विरोध प्रदर्शन को और तेज करने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत, सचिन पायलट और हरीश चौधरी जैसे को भी आज सदन में बुलाया गया है। विधानसभा के बाहर भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जुटाने की रणनीति बनाई गई। कांग्रेस सोमवार को विधानसभा का घेराव करने के लिए पूरी तैयारी में है। वहीं विधानसभा की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे से शुरू होगी।