जोबनेर क्षेत्र के जोशीवास गांव की चारागाह भूमि पर बड़े पैमाने पर अतिक्रमण का मामला, ग्रामदानी अध्यक्ष गोगाराम सेपट की सरपरस्ती में हो रहा पूरा खेल, खेजड़ी वृक्षों की भी अंधाधुंध कटाई
चारागाह भूमि पर की जा रही फसल बुआई, फार्म पॉण्ड बनाकर जमीन को किया खुर्द-बुर्द, परेशान ग्रामीणों ने तहसीलदार को करवाया मामले से अवगत
जोबनेर। राजधानी जयपुर के जोबनेर क्षेत्र के जोशीवास गांव की चारागाह भूमि पर बड़े पैमाने पर अतिक्रमण का मामला सामने आया है, जिसमें करीब 12 बीघा जमीन पर अतिक्रमण करने का आरोप लगाया गया है। इस बाबत ग्रामीणों ने ग्रामदानी अध्यक्ष गोगराज सेपट पर गंभीर आरोप लगाए हैं। चारागाह भूमि पर अतिक्रमण करने के आरोप लगने के बाद ग्रामीणों ने अतिक्रमण के विरुद्ध आवाज उठाई है और कार्रवाई के लिए तहसीलदार भंवर सिंह को ज्ञापन सौंपा है।
जानकारी के अनुसार अतिक्रमियों ने राज्य वृक्ष खेजड़ी के पेड़ों पर भी कुल्हाड़ी चलाई है, जिसमें करीब आधा दर्जन हरे पेड़ों की अंधाधुंध कटाई की गई है। ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि ग्राम जोशीवास के आराजी खसरा नंबर 75/2 रकबा 3.1613 हैक्टेयर, चारागाह पटवार खेजड़ावास में दर्ज है तथा ग्रामसभा जोशीवास की जमाबंदी में खसरा नं. 75/2 रकबा 12.10 बीघा किस्म चारागाह दर्ज है। उक्त भूमि पर जोशीवास ग्रामसभा के अध्यक्ष गोगराज पुत्र गुल्ला राम निवासी जोशीवास के द्वारा अपने परिवार एवं कुछ आपराधिक प्रवृति के लोगो के साथ मिलकर अतिक्रमण कर लिया है तथा वर्तमान में जाली लगाकर फसल बुआई की जा रही है। इसके साथ ही चारागाह भूमि को फार्म पॉण्ड बनाकर खुर्द-बुर्द कर दिया है। स्थानीय निवासियों द्वारा बताया कि ग्रामीणों ने जब चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए ग्रामदान अध्यक्ष गोगराज सेपट को कहा तो गोगराज ने ग्रामीणों को धमकाते हुए कहा कि ‘मैं अध्यक्ष हूं, मै मेरी मर्जी से किसी को भी भूमि का आंवटन कर सकता हूं और खारिज कर सकता हूं। मैं जो चाहूंगा वो ही होगा और चारागाह भूमि को खाली नहीं करूंगा।’ ग्रामीणों ने बताया कि अध्यक्ष कोकराज सेपट भ्रष्टाचार में लिप्त है तथा ग्राम सभा सदस्यों को भूमि आवंटन खारिज करने की धमकी देता है और उसकी ओर से पैसे मांगे जाते है एवं पैसे नहीं देने पर आवंटन रद्द करने की धमकी दी जाती है।
ग्रामदान अध्यक्ष सेपट से परेशान है ग्रामीण, आवाज उठाने पर मिलती है धमकियां
ग्रामीणों ने बताया कि ग्रामदान अध्यक्ष गोगराज सेपट आए दिन परेशान करता है तथा चारागाह भूमि पर खुद कब्जा करता है तथा अपने मिलने वालों से कब्जे करवाता है और ग्राम सभा रिकॉर्ड के साथ कांट-छांट करता है। यहां तक कि रिपोर्ट गायब करने की धमकी देता है और यह भी बोलता है कि किसी को भी रिकॉर्ड खराब कर सकता हूं। ग्रामीणों ने ग्रामदान अध्यक्ष गोगराज सेपट पर राज्य वृक्ष खेजड़ी के हरे पेड़ काटे जाने का आरोप लगाया है जिसकी पटवारी रिपोर्ट भी तहसीलदार को उपलब्ध करवाई गई है।
इनका कहना है
ग्रामदानी में कार्रवाई करने का अधिकार तहसील प्रशासन के पास नहीं है, इसलिए जिला प्रशासन को मामले से अवगत करवाया जाएगा।
भंवर सिंह, तहसीलदार, जोबनेर