भागवत कथा में धूमधाम से मना नंदोत्सव..कृष्ण लीला के वृतांत ने किया भावविभोर

पुंछरी का लौठा स्थित श्रीनाथ जी मंदिर परिसर में आयोजित की जा रही है श्रीमद्भागवत कथा, ठाकुर जी के सम्मुख छप्पन भोग की झांकी सजाकर लगाया भोग 

दूदू (निसं)। सांभर निवासी स्व. प्रह्लाद दास-गोदावरी देवी काबरा परिवार द्वारा गिरिराज प्रसाद-शारदा देवी काबरा की स्वर्ण जयंती परिणय दिवस के उपलक्ष्य में ब्रजभूमि में विराजमान ठाकुर गिरिराज धरण भगवान की तलहटी में पुंछरी का लौठा स्थित श्रीनाथ जी मंदिर परिसर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के चतुर्थ दिवस हर्षोल्लास व धूमधाम से नन्दोत्सव मनाया गया। नन्दोत्सव के दौरान कथा स्थल की विशेष सजावट की गई। नन्दोत्सव के दौरान श्रद्धालुजन अपने आप को नृत्य करने से नहीं रोक पाए और जमकर नृत्य किया। नन्दोत्सव के दौरान नंद के घर आंनद भयों-जय कन्हैया लाल की, हाथी घोड़ा पालकी के घोष से कथा स्थल गुंजायमान हो गया। इस दौरान महिलाओं ने बधाई गीत गाए और श्रद्धालुओं ने जमकर उछाल लूटी। इस दौरान उपस्थित महिलाएं एक जैसी पीताम्बर साडिय़ों में नजर आई। नन्दोत्सव से पूर्व भगवान वामन अवतार, राम जन्मोत्सव, समुद्र मंथन सहित अन्य लीलाओं का विस्तृत वृतांत व्यासपीठ पर विराजमान भागवताचार्य डॉ. चतुर नारायण पाराशर ने उपस्थितजनों को सुनाकर भाव-विभोर किया। कथा के दौरान गिरिराज प्रसाद काबरा ने नंद बाबा, शारदा देवी ने यशोदा मैया, अनिल फलोड़ ने वासुदेव एवं अर्धव काबरा ने भगवान वामन की भूमिका निभाई। वहीं भागवत कथा के पंचम दिवस पर कृष्ण बाललीला, गोवर्धन पूजा, माखन चोरी लीलाओं का विस्तृत वृतांत सुनाया गया। इस दौरान छप्पन भोग की झांकी भी सजाई गई। इस दौरान गिरिराज प्रसाद, मदनमोहन, चन्द्रप्रकाश, राजेश, विजय,अविनाश (गोपाल), माधव, अर्धव काबरा, गिरिराज प्रसाद सोमानी, जगदीश बिहानी, अनिल फलोड़, मयूर तोतला सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।