कांग्रेस की एक तीर से दो निशाने साधने की कोशिश.. बड़ा दांव: ‘उत्तर में भी गांधी और दक्षिण में भी गांधी’..राहुल रायबरेली रखेंगे; प्रियंका की चुनावी मैदान में एंट्री!

प्रियंका गांधी पहली बार लड़ेंगी कोई चुनाव, पहली बार ही तीनों गांधियों के एक साथ संसद में पहुंचने का मौका, अब अगले कुछ दिनों में चरम पर होगी सियासत

वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की पार्टी अध्यक्ष के आवास पर बैठक के बाद बड़ा फैसला, राहुल गांधी ने बताया भावनात्मक फैसला; प्रियंका उपचुनाव लडऩे की घोषणा पर दिखी उत्साहित


नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपनी वायनाड सीट छोड़ेंगे और रायबरेली से सांसद बने रहेंगे। वो इन दोनों सीटों से लोकसभा चुनाव जीते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को इसका ऐलान किया। उन्होंने बताया कि वायनाड से खाली सीट पर प्रियंका गांधी चुनाव लड़ेंगी। ये पहला मौका होगा जब प्रियंका गांधी चुनाव मैदान में उतरेंगी। हालांकि लोकसभा चुनावों से पहले चर्चा चल रही थी कि वो रायबरेली सीट से अपनी मां सोनिया गांधी की जगह चुनाव लड़ सकती हैं, लेकिन पार्टी ने इस सीट से राहुल गांधी को टिकट दिया। कांग्रेस की करीब दो घंटे चली बैठक के बाद ये फैसला लिया गया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ‘राहुल गांधी ने दो सीटों पर लोकसभा चुनाव जीता है। जिसके चलते उन्हें एक सीट छोडऩी पड़ेगी। पार्टी ने तय किया है कि राहुल गांधी को रायबरेली की सीट रखनी चाहिए...वायनाड से खाली सीट पर प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव लड़ेंगी।’ 
भले ही प्रियंका गांधी के चुनाव लडऩे का फैसला कांग्रेस ने आज किया हो, लेकिन राहुल गांधी ने इसका इशारा पहले ही दे दिया था। उन्होंने हाल ही में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अगर उनकी बहन वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ लड़तीं, तो मोदी दो-तीन लाख वोटों से हार जाते। लोकसभा चुनावों से पहले ऐसी चर्चा हुई थी कि प्रियंका गांधी वाराणसी से चुनाव लड़ सकती हैं। बाद में उनके रायबरेली से चुनाव लडऩे की खबरें सामने आईं। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के भीतर प्रियंका गांधी के चुनाव लडऩे की चर्चा लंबे समय से चलती आ रही है। यूपी विधानसभा चुनावों में भी प्रियंका गांधी के चुनाव लडऩे की खबरें सामने आई थीं। वहीं इस बार लोकसभा चुनाव में प्रियंका गांधी के चुनाव लडऩे की इच्छा खुद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने जताई। हालांकि ये फैसला राहुल और प्रियंका पर छोड़ दिया गया था।
    

पहली बार कोई भी चुनाव लड़ेंगी प्रियंका, चेहरे पर झलक रहा था उत्साह
गौरतलब है कि सोनिया गांधी के राज्यसभा जाने के बाद यह चर्चा चल रही थी कि प्रियंका गांधी वहां से चुनाव लड़ेंगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस सीट पर राहुल गांधी ने चुनाव लड़ा। वहीं अमेठी से गांधी परिवार के खास माने जाने किशोरी लाल शर्मा को टिकट दिया गया। ये दोनों सीटें कांग्रेस ने अच्छे वोटों से जीतीं। इस बार यूपी में कांग्रेस और सपा के गठबंधन को अच्छी खासी सफलता मिली है। ऐसे में राहुल गांधी यूपी पर फोकस करेंगे। वहीं प्रियंका गांधी को चुनाव लड़ाने की मांग काफी समय से पार्टी के भीतर उठ रही थी। अब यह मांग पूरी हुई है। प्रियंका गांधी के चुनाव लडऩे की पहले भी कई बार चर्चा हो चुकी है। 2019 के लोकसभा चुनावों से ही प्रियंका गांधी के चुनाव लडऩे की चर्चा चल रही है। उस वक्त कयास लगाए जा रहे थे कि प्रियंका वाराणसी सीट से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ सकती हैं। वहीं सोनिया गांधी के राज्यसभा जाने के बाद लोकसभा चुनाव में उनके रायबरेली से चुनाव लडऩा लगभग तय माना जा रहा था। लेकिन उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा। 


पहली बार संसद में होंगे गांधी परिवार के तीन सदस्य!
अगर प्रियंका गांधी वायवाड से चुनाव जीत जाती हैं, तो संसद में गांधी परिवार के तीन सदस्य होंगे। दरअसल सोनिया गांधी हाल ही में राज्यसभा सदस्य बनी हैं, वहीं राहुल गांधी रायबरेली से सांसद रहेंगे। ऐसे में वायनाड सीट से चुनाव जीतकर प्रियंका गांधी भी संसद तक पहुंच सकती हैं। प्रियंका गांधी पहली बार चुनाव लड़ेंगी। उनके एक करीबी सूत्र ने बताया कि उन्होंने चुनाव न लडऩे का फैसला इसलिए लिया था क्यों कि उनका कहना था कि अगर वो संसद पहुंचती हैं, तो संसद में गांधी परिवार के तीन सदस्य हो जाते, जिससे बीजेपी के परिवारवाद के आरोपों को बल मिलता। हालांकि ये पहली बार होगा, जब अपने राजनीतिक जीवन में प्रियंका गांधी कोई चुनाव लड़ेंगी। कांग्रेस के थिंक टैंक ने तय कर दिया है कि राहुल गांधी वायनाड लोकसभा सीट छोड़ेंगे और प्रियंका गांधी यहां से चुनाव लड़ेंगी। 

राहुल ने इसे बताया भावनात्मक फैसला, प्रियंका ने कहा-कोई कमी नहीं होने दूंगी महसूस
घोषणा के बाद राहुल ने कहा कि उनके लिए यह एक मुश्किल फैसला था क्योंकि रायबरेली और वायनाड, दोनों से उनका भावनात्मक लगाव है। उन्होंने कहा, ‘वायनाड से सांसद के तौर पर पिछले पांच साल बहुत शानदार और सुखद अनुभव वाले रहे हैं। वायनाड के लोगों ने मुझे बहुत कठिन समय में लडऩे के लिए समर्थन और ऊर्जा दी। मैं इसे कभी नहीं भूलूंगा।’ बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए प्रियंका ने कहा कि मैं इस फैसले से बहुत खुश हूं। वायनाड का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए गर्व की बात होगी। मैं एक अच्छा प्रतिनिधि बनने की कोशिश करुंगी। रायबरेली से मेरा पुराना रिश्ता है और मैंने रायबरेली और अमेठी के लिए काफी काम किया है। मैं भैया की मदद रायबरेली में भी करुंगी। हम दोनों वायनाड और रायबरेली में एक-दूसरे की मदद भी करेंगे।