जयपुर ग्रामीण की लोकसभा सीट पर यादव वोटर्स ही करते है हार-जीत का फैसला, इस बार मनीष यादव के जरिए यादव वोटरों पर हुई सीधी पकड़
यादव समाज का मिल रहा कांग्रेस को पूरा समर्थन, घर-घर संपर्क करके मनीष यादव जुटा रहे कांग्रेस प्रत्याशी अनिल चौपड़ा के लिए समर्थन
जयपुर। जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट जो इस समय हॉट सीट बनी हुई है उसमें जातीय समीकरण सबसे बड़ी भूमिका निभाते है। और, इनमें भी यादव वोटर्स का महत्व सबसे अधिक है। यह तो सभी को विदित ही है कि यहां यादव मतदाता ही किसी भी प्रत्याशी की हार-जीत का फैसला करते है। लेकिन इस बार शाहपुरा विधायक मनीष यादव की सक्रियता ने यादव वोट बैंक का कांग्रेस के पक्ष में धु्रवीकरण कर दिया है और अब जयपुर ग्रामीण से कांग्रेस प्रत्याशी अनिल चौपड़ा की राह काफी आसान हो गई है। हालांकि इस लोकसभा चुनाव में अनिल चौपड़ा की स्थिति काफी मजबूत मानी जा रही है लेकिन इसमें विधायक मनीष यादव की-फैक्टर बने हुए है। खुद मनीष यादव समाज के मतदाताओं से कांग्रेस के पक्ष में मतदान की अपील तो कर ही रहे है साथ ही प्रचार और जनसंपर्क के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी अनिल चौपड़ा के साथ निरंतर सक्रिय है। इसी का परिणाम है कि यादव मतदाताओं के साथ ही जयपुर ग्रामीण में हर वर्ग का मतदाता इस बार कांग्रेस को जिताने के लिए उत्साहित नजर आ रहा है।
जयपुर ग्रामीण सीट पर है यादव समुदाय का वर्चस्व
जयपुर ग्रामीण की इस लोकसभा सीट पर यादव समुदाय का वर्चस्व है। यहां हम जातीय समीकरण की बात करें तो यादव समाज ही यहां किसी भी प्रत्याशी के भविष्य का फैसला करता है। ऐसे में अब यहां अनिल चौपड़ा को मजबूती मिल सकती है। यादव या अहीर समुदाय की कोटपूतली, शाहपुरा, बानसूर, झोटवाड़ा, विराटनगर, आमेर में सबसे अधिक आबादी है। ये जयपुर ग्रामीण लोकसभा चुनाव का पलड़ा कांग्रेस के पक्ष में पलट सकते हैं। कांग्रेस के पक्ष में माहौल तैयार करने में सबसे बड़ी भूमिका अगर देखी जाए तो उसमें शाहपुरा विधायक मनीष यादव सबसे आगे खड़े नजर आते है। मनीष यादव के कारण ही यादव समाज ने कांग्रेस को पूरा समर्थन दे दिया है और अनिल चौपड़ा के लिए जयपुर ग्रामीण फतेह करने की राह काफी आसान कर दी है।
शाहपुरा में मनीष यादव को मिली थी इकतरफा जीत, सर्वसमाज का मिला आशीर्वाद
मनीष यादव इससे पहले विधानसभा चुनाव में अपना दम दिखा चुके है। सर्वसमाज के स्नेह और आशीर्वाद के बूते शाहपुरा की जनता ने मनीष यादव पर विश्वास जताया और उन्हें 64,908 वोटों की बड़ी जीत दिलाई थी। विधानसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी यहां तीसरे पायदान पर रहे थे। ऐसे में मनीष यादव की लोकप्रियता का अंदाजा स्वत: ही लगाया जा सकता है। मनीष यादव ने बताया कि 2010 में यहीं से छात्र संघ अध्यक्ष के रूप में निकले थे, उस वक्त छात्रों का साथ मिला था और विधानसभा चुनाव में उन्हें 36 कौम का समर्थन मिला। यादउव ने उम्मीद जताई है कि इस बार लोकसभा चुनाव में भी जनता कांग्रेस का पूरा सहयोग करेगी और जयपुर ग्रामीण लोकसभा चुनाव में दस सालों से चला आ रहा शोषण और पक्षपात का खेल खत्म होगा।