हे भगवान! ‘पानी के लिए उतारे कपड़े’..यह किस ओर जा रहा हमारा राजस्थान!  बगरू विधानसभा  के रातल्या गांव में एक-एक बूंद पानी के लिए तरस रहे ग्रामीण, प्रशासन की बेपरवाही से परेशान लोगों ने अर्धनग्न होकर किया प्रदर्शन, अब भी नहीं हुआ समाधान तो और तेज होगा आंदो

जयपुर। हलकों को तर करने के लिए आपको अर्धनग्न होना पड़े तो आप उन हालातों को बखूबी समझ सकते हैं। भीषण गर्मी की शुरूआत से पहले ही पानी की किल्लत इस कदर है कि चारों ओर त्राहिमाम है। एक-एक बूंद के लिए आमजन मशक्कत कर रहा है लेकिन फिर भी उसे पेयजल नसीब नहीं हो रहा है। ताजा मामला राजधानी जयपुर से 20 किलोमीटर दूर स्थित बगरू विधानसभा  के रातल्या गांव का है। यहां पेयजल के लिए ग्रामीणों को मुसीबतों का सामाना करना पड़ रहा है। लगातार धरना-प्रदर्शन करने के बाद भी पेयजल समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो रहा है। गौरतलब है कि पिछले दिनों भी बैरवा मोहल्ला के निवासियों ने प्रशासन के विरूद्व धरना प्रदर्शन किया था। इसके बाद आनन-फानन में जलदाय विभाग द्वारा खाली पड़ी टंकी में टैंकर डलवाकर पानी भरवा दिया गया था। साथ ही ग्राम पंचायत द्वारा अगले तीन दिनों में रातल्या गांव में 3 साल पहले बनी टंकी से पेयजल आपूर्ति शुरु करने का आश्वासन दिया था। लेकिन, जब तीन दिवस बाद भी पेयजल व्यवस्था सुचारू रूप से चालू नहीं हुई तो ग्रामीणों ने गुरूवार सुबह अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया। मौहल्ला निवासियों ने बताया कि एक तरफ सरकार आंख मूंदकर बैठी है तो पंचायत प्रशासन भी चैन की नींद सो रहा है और उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। आक्रोश की खबर लगते ही प्रशासन एक बार तो हरकत में आ जाता है लेकिन बाद में आमजन को भूल जाता है। ऐसी स्थिति में अगर अब समाधान नहीं होता है तो टंकी पर चढक़र प्रदर्शन किया जाएगा।