आलाकमान ने दिया डोटासरा को झटका
85 प्रदेश सचिव की नियुक्ति रद्द
डोटासरा की कार्यशैली से आलाकमान नाराज
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की राय को नहीं मानते डोटासरा
राजस्थान कांग्रेस
क्या राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद डोटासरा के पर कतरने की तैयारी शुरू हो गई है । आलाकमान के निर्देश पर 85 प्रदेश सचिवों की नियुक्ति को रद्द करने के बाद राजनीतिक हलकों में इस बात की चर्चा तेज है कि गोविंद डोटासरा की कार्यशैली पार्टी संगठन को नुकसान पहुंचा रही है । आपको बता दें कि पिछले महीने प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर रंधावा की सहमति के बाद ही 85 प्रदेश सचिव नियुक्त किए गए थे और इनमें से कई सचिवों ने समाचार पत्रों में बड़े-बड़े विज्ञापन छपवा कर शुभकामनाएं ग्रहण की थी लेकिन आलाकमान के नए फरमान से उनके राजनीतिक अभियान को झटका लग गया है । बताया जा रहा है कि इन प्रदेश सचिवों की नियुक्ति में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और विधायकों से राय मशविरा नहीं किया गया था।जबसे रंधावा प्रदेश प्रभारी बनकर आए हैं कांग्रेस में उड़ने वाले नेताओं के पर काटने का काम हो रहा है । आप सचिन पायलट का हाल समझ सकते हैं ।अपनी ही सरकार के खिलाफ हल्ला बोलने के बावजूद आलाकमान ने उनकी बातों को कोई तवज्जो नहीं दी है। अपने पिता राजेश पायलट की 23 वी पुण्यतिथि पर सहानुभूति के अलावा उन्हें कुछ हासिल नहीं हुआ। अब आलाकमान ने कांग्रेस संगठन की कमियों को दूर करने के लिए डोटासरा को निशाने पर लिया है और इसी तरह चलता रहा तो कांग्रेस हलकों में चर्चा है कि डोटासरा की विदाई भी हो सकती है। कांग्रेस सूत्र बता रहे हैं कि जिन 85 नेताओं को प्रदेश सचिव बनाया गया था उनकी फिर से स्क्रीनिंग की जाएगी और पार्टी के वफादार पाए जाने पर ही उनको फिर से नियुक्ति दी जाएगी । फिलहाल प्रदेश सचिवो की नियुक्ति रद्द होने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में इस बात की चर्चा है कि डोटासरा की अब पकड़ कमजोर हो रही है। ऐसे में जबकि विधानसभा चुनाव में कम समय बचा है, पार्टी संगठन अब भी लुंज पुंज ही दिखाई दे रहा है। अब राजस्थान प्रभारी रंधावा को देखना है कि पार्टी संगठन को कैसे मजबूत किया जा सकता है।
ब्यूरो रिपोर्ट, हमारा समाचार।