लोहागढ़ की खटारा बसों में जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे यात्री, शिकायत के बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई

भरतपुर, यात्री सुविधाओं के दावे कराने वाला राजस्थान रोडवेज यात्रियों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा है। कबाड़ हो चुके वाहनों को कंडम घोषित करने के बजाए सड़कों पर दौड़ाया जा रहा है। जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। गत माह जयपुर से भरतपुर आ रही लोहागढ़ आगार की एक बस का पहिया खुल गया।गनीमत रही कि समय चलते पता चल गया और बस में बैठे यात्रियों की जान बच गई। अलवर मार्ग पर चलने वाली बसों सीटें फटी है तो किसी की खिड़की और इंडीकेटर तक टूटे हुए हैं। बावजूद इसके रोडवेज के अफसर इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। इसको लेकर लोहागढ़ आगार के चालक-परिचालकों में खासा आक्रोश है। लोहागढ आगार की कई बसों में इंडीकेटर व बैक लाइटें तक टूटी हैं।इससे हर समय हादसों का खतरा रहता है। खिड़कियों के शीशे बंद करने के लिए लॉक तक नहीं हैं। सफर के दौरान खुली खिड़कियों से ठंडी हवा अंदर आती है, जो पूरी यात्रा में लोगों को परेशान कर रही हैं। लोहागढ़ आगार के चालक-परिचालकों के अनुसार वे जिस बस को चला रहे हैं वह मौत का सामान है। जान हथेली पर रखकर वे यात्रियों को उनके मंजिल तक पहुंचाते है। कभी भी कहीं भी बड़ा हादसा हो सकता है। गत माह जयपुर से भरतपुर आ रही बस संख्या 2386 का पहिया बीच रास्ते में ही खुल गया।गनीमत यह रही कि समय रहते पता चल गया और यात्रियों की जान बच गई, नहीं तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था। कुछ चालकों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि वर्कशॉप में बसों की कमियां बताने पर फोरमैन से लेकर अन्य कर्मचारी नाराज हो जाते है जिसका खामियाजा रास्ते में चालक-परिचालकों को उठाना पड़ता है। एमओ संदीप कुमार ने बताया कि बसों में जो भी कमी होती हैं उसे सही किया जाता है।

धक्का मारकर स्टार्ट होती है बस- लोहागढ़ आगार की बस संख्या आरजे-05-पीए-2396 भरतपुर से अलवर के मार्गपर चलती है। इस बस की हालत इतनी खराब है कि इसका कंडक्टर साइड का एक पहिया ढीला है। इसके अलावा बैटरी लगे होने पर भी इसको धक्का मारकर स्टार्ट किया जाता है। बस में यात्रियों और ड्राइवर की सीट फटी हुई हैं।बस के मार्ग पर चलते समय खिड़की और दरवाजे हिलते हैं। चालक होती सिंह ने बताया कि कई बार शिकायत के बाद भी रोडवेज अफसर नहीं सुन रहे हैं। चालक का आरोप है कि उनसे 8 के बजाए 12 घंटे नियम विरुद्ध काम लिया जा रहा है।

सभी सीटें फटी हुई, खिड़की भी हिलती हैं- लोहागढ़ आगार की बस संख्या आरजे05-पीए-1926 बस का हालत भी काफी खराब है। इस बस की सभी सीटें फटी हुई है। सीट में लगी जाली लगने से अक्सर यात्रियों की कपड़े फट जाते है और कभी-कभी तो यात्री भी चुटैल हो जाते हैं। परिचालक नरेंद्र फौजदार ने बताया कि बस की ठीक से सर्विस नहीं होने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी होती है कई बार शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है। हालात इतने खराब है कि यदि चालक बस की स्पीड बढ़ता है तो पूरी बस हिलने लगती है और डीजल खपत बढ़ने पर चालक को विभाग की ओर से नोटिस मिल जाता है।