जालोर। जालोर सिरोही सांसद लुंबाराम चौधरी मंगलवार को जालोर कलेक्ट्रेट में अधिकारियों पर भड़क गए। उन्होंने कहा- चाहे कितने बड़े से बड़े प्रधानमंत्री का फोन आ जाए, आपको नहीं सुनना है। चाहे लाड साहब का बच्चा हो, समय पर काम पूरा नहीं करने वाले ठेकेदारों पर कार्यवाही कर हटाओ, जब तक ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट नहीं करोगे, तब तक दूसरे ठेकेदारों की आखें नहीं खुलेंगी। इनके खिलाफ कार्यवाही करनी पड़ेगी। दरअसल, लुंबाराम कलेक्ट्रेट सभागार में दिशा समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। विभागवार विकास कार्य को लेकर चर्चा की। उन्होंने जलदाय विभाग के काम समय पर पूरे नहीं होने पर कारण पूछा तो अधिकारियों ने जवाब दिया कि ठेकेदार धीमी गति से कार्य कर रहे हैं। सांसद ने ठेकेदारों पर कार्रवाई की बात कही तो अफसर बोले कि बड़े ठेकेदार है, उन पर कार्रवाई नहीं कर सकते हैं। इस पर सांसद ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने फटकार लगाते हुए जलदाय विभाग के अफसरों से समय पर कार्य नहीं करने वाले ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट करने की कार्रवाई के निर्देश दिए।
चौधरी बोले- मेहरबानी करके ठेकेदारों पर कार्रवाई करो
सांसद ने जलदाय विभाग के एसई रमेशचंद मीणा से शहर सहित जिलेभर में पानी की सप्लाई के बारे में चर्चा की। हर घर नल योजना व नर्मदा प्रोजेक्ट को लेकर प्रगति रिपोर्ट भी मांगी। उन्होंने पूछा कि आज तक कितनी कार्रवाई की। कई ठेकेदारों की टंकिया अधूरी पड़ी है, पाइप लाइन नहीं बिछा पाए है। कई योजना के नाम पर सिर्फ पत्थर पड़े है। सरकारी योजना की क्या हालत हो गई है। जब तक ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट नही करोगे, तब तक योजना का काम आगे नहीं बढ़ना है। मेहरबानी करके आप को बोल रहा हूं कि कोई भी, कितना भी बड़ा से बड़ा ठेकेदार क्यों न हो, कार्रवाई करो। सिफारिश आए तो हमारा नाम आगे दो। उनकी जिम्मेदारी मैं लूंगा। लेकिन आप को कार्यवाही करनी पड़ेगी। तब जाकर सरकारी योजना आगे बढेगी। नहीं तो 2025 तक क्या, 2026 तक भी योजना पूरी नहीं होगी। मुझे अभी से जालोर की स्थिति दिख रही हैं। अगर अगले 15 दिन में कोई कार्रवाई नहीं कि तो मैं मानूंगा कि अधिकारी व ठेकेदार मिले हुए है। मॉनिटरिंग से कुछ नहीं होगा। कार्रवाई करिए।बैठक में सांसद ने अधिकारियों से कहा कि यह पहली बैठक है। इसलिए आपको इस बार अवगत कराया जा रहा हैं। इसके बाद देखों आगे क्या होता है।
रानीवाड़ा विधायक बोले- अधिकारी दबाव में दूसरी ढाणियों को जोड़ रहे
मीटिंग में रानीवाड़ा विधायक रतन देवासी ने कहा कि योजना के तहत कई ढाणियां और गांवों को जोड़ना था। लेकिन उनकी बजाए किसी के दबाव में आकर दूसरी ढाणियों को जोड़ दिया। जिनका लिस्ट में नाम भी नहीं है। मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने कहा कि जिले में एक भी अवैध कनेक्शन नहीं चलना चाहिए, बड़े-बड़े लोगों के कनेक्शन काटिए, जिससे कोई किसी से सिफारिश नहीं कर सके। बैठक में जिला प्रमुख राजेश कुमार, रानीवाड़ा विधायक रतन देवासी, जालोर प्रधान नारायण सिंह राजपुरोहित, कलेक्टर डॉ प्रदीप के गवांडे, जिला पुलिस अधीक्षक ज्ञानचन्द्र यादव, अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेश मेवाड़ा, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नन्दकिशोर राजोरा, डिस्कॉम एसई पी.एस.राठौड़, पीएचईडी एसई आर.एस.मीना, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता रमेश सिंघारिया, सीएमएचओ डॉ. रमाशंकर भारती, जिला परिवहन अधिकारी जालोर छगनलाल मालवीय दिशा समिति के सदस्य खेमराज देसाई व हुकमसिंह सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।