बोराज। जयपुर जिले में आसलपुर जोबनेर एक ऐसा रेलवे फाटक है जो कब कितनी देर तक बंद रह जाए कोई अता-पता नहीं।कई ट्रेनें फाटक के बीचोंबीच आकर खड़ी हो जाती है और फाटक घंटों तक बंद हो जाता है। बुधवार रात को भी ऐसा ही हुआ।दरअसल बुधवार रात सवा आठ बजे के करीब एक मालगाड़ी रेलवे फाटक के बीचोंबीच आकर खड़ी हो गई। जिससे फाटक खुल नहीं सका।रात के समय फाटक पर दोनों तरफ दो दो किलोमीटर दूर तक वाहनों की लम्बी कतारें लग गई।रात को घर जाने वाले लोग मालगाड़ी रवाना होने के इंतजार में सर्द हवाओं के बीच सड़क पर घंटों तक खड़े परेशान होते रहे। लेकिन रेलवे प्रशासन को वाहन चालकों और लोगों की परेशानी से कोई मतलब नहीं होता है।जयपुर जोधपुर कुचामन डीडवाना सीकर, दांता रामगढ़ सहित कई शहरों में जाने वाले वाहन चालक रात के अंधेरे में वैकल्पिक मार्ग की खोज के लिए कच्चे रास्तों पर भटकते रहे। फाटक पर एक निजी बस में सवार कुचामन की तरफ जाने वाले स्कूली बच्चे भूख-प्यास से परेशान हो उठे। मोटरसाइकिल पर सवार महिलाओं को रात के अंधेरे में सड़क किनारे खड़े होकर फाटक खुलने का इंतजार करना पड़ा। रेलवे फाटक करीब एक घंटे तक बंद रहा।रात करीब आठ बजे से फाटक के बीच खडी मालगाड़ी खबर लिखे जाने तक रात करीब सवा बजे तक ज्यों की त्यों खडी हुई थी।सवा नौ बजे तक फाटक बंद था।
जान जौखिम में डालकर निकले दैनिक रेल यात्री:
मालगाड़ी रेलवे स्टेशन से लेकर फाटक के बीच आगे तक खड़ी रहने से जयपुर से ट्रेनो में आने वाले दैनिक रेल यात्रियों को भी काफी मुसिबतो का सामना करना पड़ा।बोराज, गुढ़ा बैरसल,उगरियावास, भंदे बालाजी सहित आसपास के सैकड़ों यात्रियों को स्टेशन पर उतरने के बाद स्टेशन से बाहर निकलने के लिए मजबूरी में फाटक के बीचोंबीच खड़ी मालगाड़ी के डिब्बों के बीच में से होकर जान जौखिम में डालकर निकलना पड़ा।