जैसलमेर से प्रारंभ हुई यात्रा जयपुर पहुंची, प्रदेशभर में मिला जबरदस्त जनसमर्थन मिला, हर जिले में नशा मुक्त समाज के निर्माण का संदेश पहुंचाने में मिली सफलता
जयपुर। प्रदेश में युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से बचाने और समाज में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से एपएसयूआई प्रदेशाध्यक्ष विनोद जाखड़ के नेतृत्व में प्रारंभ हुई नशा छोड़ो-जीवन जोड़ों यात्रा सोमवार को अपने अंतिम चरण में राजधानी जयपुर पहुंची। जैसलमेर से प्रारंभ हुई इस यात्रा को पूरे प्रदेश में जबरदस्त जनसमर्थन मिला और यह अभियान राजस्थान के हर जिले में नशा मुक्त समाज के निर्माण का संदेश पहुंचाने में सफल रहा।
राजधानी जयपुर में यात्रा का भव्य स्वागत किया गया। यात्रा के तहत 200 फीट बाईपास से शहीद स्मारक तक विशाल पदयात्रा निकाली गई, जिसमें हजारों युवाओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, शिक्षाविदों और गणमान्य नागरिकों ने भाग लिया। शहीद स्मारक पर आयोजित सर्व धर्म सद्भावना सभा में उपस्थित लोगों ने नशा मुक्त समाज बनाने और युवाओं को जागरूक करने का संकल्प लिया। इस अवसर पर वक्ताओं ने नशे के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि युवा शक्ति ही देश की सबसे बड़ी ताकत है, और नशा इस शक्ति को कमजोर करने का सबसे बड़ा हथियार बनता जा रहा है। इसलिए हमें अपने प्रदेश को नशामुक्त बनाना होगा, ताकि युवा पीढ़ी अपने उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ सके।
यात्रा को पूरे प्रदेश में सामाजिक संगठनों, शिक्षण संस्थानों, विभिन्न समुदायों और युवाओं का जबरदस्त समर्थन मिला। इस ऐतिहासिक यात्रा के समापन अवसर पर कई वरिष्ठ नेता, सामाजिक कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, विधायक मनीष यादव, प्रशांत सहदेव शर्मा, डीसी बैरवा, अनिता जाटव, पीसीसी सचिव राजेश चौधरी, सेवादल के कार्यकर्ता एवं समाज के विभिन्न वर्गों के लोग शामिल रहे।