हैवानियत..14 साल की नाबालिग से गैंगरेप के बाद हत्या, शव के टुकड़े कर कोयला भट्टी में जलाया

राजस्थान फिर शर्मसार..लेकिन सरकार अब भी लाचार
हैवानियत..14 साल की नाबालिग से गैंगरेप के बाद हत्या, शव के टुकड़े कर कोयला भट्टी में जलाया


भीलवाड़ा के गिरिडिहा में हुई नृशंसता की हदें पार, दो दिनों से लापता थी बच्ची, कोयला भट्टी में जला हुआ हाथ और कड़ा दिखने पर वारदात का पता चला, लोगों में भारी आक्रोश

प्रदेश में लगातार बढ़ते महिला अपराधों के बाद भी सच से मुंह फेर रही सरकार, बीते कुछ दिनों में बलात्कार और हत्याओं के आंकड़ों ने डराया, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक दिन पहले ही किया था अपनी नाकामी का बचाव


जयपुर/भीलवाड़ा। अभी एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एनसीआरबी के आंकड़ों की आड़ में राजस्थान में बढ़ते अपराधों का बचाव कर रहे थे। लेकिन, महज 24 घंटों के भीतर ही एक ऐसी खौफनाक वारदात सामने आई है जिसने पूरे प्रदेश को शर्मसार कर दिया। खून जमा देने वाली यह वारदात हुई है भीलवाड़ा जिले की शाहपुरा पंचायत समिति क्षेत्र गिरडिया पंचायत क्षेत्र में। यहां एक नाबालिग लडक़ी का शव क्षेत्र में संचालित कोयले की भट्टी में मिला। इस खबर के बाद इलाके में सनसनी मच गई। नाबालिग लडक़ी बुधवार को बकरियां चराने गई थी। जब शाम तक वह वापस घर नहीं लौटी तो गांव वालों ने बालिका की तलाश की। खोजते-खोजते आज सुबह लडक़ी का शव क्षेत्र में संचालित कोयले की भट्टी में मिला। इसके बाद स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश फैल गया। सूचना मिलते ही क्षेत्र के भाजपा नेता सहित पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और समझाइश शुरू की।

कोयले की भट्टी में दिखा था लडक़ी का हाथ और कड़ा
जानकारी मिली है कि नाबालिग बुधवार को बकरियां चराने गई थी। इसी दौरान बच्ची बुधवार दोपहर को क्षेत्र में संचालित कोयले की भट्टी के आस-पास बकरियां चराते दिखाई दी थी, लेकिन शाम तक जब घर नहीं पहुंची तो परिवार वालों ने गांव के अन्य लोगों के साथ उसकी तलाश शुरू की। जब लडक़ी नहीं मिली तो परिवार वाले पुलिस में गुमशुदगी की रिर्पोट दर्ज करवाने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया था। इसके बाद आज सुबह गांव वालों ने फिर लडक़ी की तलाश की जहां गिरडिया पंचायत क्षेत्र में संचालित कोयले की भटी में लडक़ी का हाथ और चांदी का कड़ा मिला। 

बीजेपी नेताओं ने घटना पर जताया रोष, सरकार को बताया विफल
इस घटना पर प्रदेशर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने ट्विट कर आक्रोश जताया है। सभी ने प्रदेश में बढ़ते महिला अपराध पर ना सिर्फ रोष जताया है बल्कि इसे सरकार की नाकामी बताते हुए निशाना भी साधा है। उधर, सूचना मिलते ही भाजपा के वरिष्ठ नेता राजस्थान गुर्जर महासभा के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर, उप जिला प्रमुख शंकर लाल गुर्जर सहित काफी संख्या में लोग मौके पर पहुंचे और प्रशासन व पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। जहां परिवार वालों की मांग है कि घटना की तथ्यात्मक जांच की जाए। सूचना मिलते ही पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। 

रेप के मामलों में राजस्थान नंबर 1
एनसीआरबी के आंकड़ों पर नजा डाले तो राजस्थान, 2021 और 2020 में दुष्कर्म की घटनाओं में टॉप पर रहा है। 2019 के दौरान भी राजस्थान में ही बलात्कार के सर्वाधिक 5997 मामले सामने आए थे। 2018 में राजस्थान टॉप पर नहीं था। उस समय मध्यप्रदेश, बलात्कार के 5433 मामलों के साथ सबसे टॉप पर था। राजस्थान का नंबर दूसरा था। 2017 में भी मध्यप्रदेश रेप के मामलों में टॉप पर रहा। दूसरा नंबर उत्तर प्रदेश का था। तीसरे स्थान पर राजस्थान था। 2021 में देश में रेप के कुल 31677 मामले सामने आए थे। 2020 में बलात्कार की 28046 घटनाएं हुई थीं। अगर पीडि़तों की संख्या देखें तो वह आंकड़ा 28,153 रहा है। 


पिछले हफ्ते ही अलवर के एक ही क्षेत्र में बनी थी तीन बेटियां दरिंदों का शिकार
दरअसल, राजस्थान में महिलाओं और लड़कियों के साथ अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते सप्ताह अलवर क्षेत्र में तीन लड़कियों के साथ रेप के केस दर्ज हुए। राज्य के अलवर क्षेत्र में एक 16 वर्षीय स्कूली लडक़ी का अपहरण कर लिया गया, उसे धमकाया गया और चाकू की नोक पर उसके साथ बलात्कार किया गया। उसी इलाके में खेत में काम करने वाले एक व्यक्ति की दो बेटियों के साथ दो लोगों ने बलात्कार किया। आरोपी उसकी खेत में रहते थे। दोनों बेटियां अब गर्भवती हैं। सोशल मीडिया पर राजस्थान में बेटियों की सुरक्षा को लेकर गहलोत सरकार पर तमाम आरोप लग रहे हैं।

 

 भीलवाड़ा में छात्रा को पेशाब पिलाने का मामला अभी भी गर्म
भीलवाड़ा जिले के ही मांडल इलाके के लुहारिया गांव में छात्रा को पेशाब पिलाने का मामला भी अब तक गर्म है। यहां एक स्कूल में पढऩे वाली 8वीं की छात्रा की पानी की बोतल में कुछ छात्रों ने अपशिष्ट पदार्थ (यूरिन) मिला दिया। इसके साथ ही उसके बैग में कुछ लेटर लिखकर छोड़ दिए। छात्रा ने इसकी शिकायत स्कूल प्रशासन को उसी दिन कर दी थी। लेकिन स्कूल प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस बात को लेकर छात्रा के परिजन और बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने विरोध भी किया था और समुदाय विशेष के मोहल्ले में घुसने की कोशिश भी की थी। इसके बाद वहां माहौल गर्मा गया था। 


इधर, सीएम गहलोत आंकड़ों की मदद से छिपा रहे नाकामी
भारतीय जनता पार्टी की ओर से ‘नहीं सहेगा राजस्थान’ अभियान के तहत विरोध प्रदर्शन किया गया। उसके केंद्र में महिला अपराध ही रहे। लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी ट्वीट कर उसी एनसीआरबी के आंकड़ों के आधार पर अपनी नाकामी छिपाने की कोशिश की। गहलोत ने आंकड़े जारी कर कहा कि राजस्थान में महिलाओं की पूरी सुनवाई होती है और पुलिस अपराध के खिलाफ सख्त कार्रवाई करती है। उन्होंने कहा कि सिर्फ मणिपुर एवं केंद्र शासित राज्यों की असफलताओं से ध्यान हटाने के लिए केन्द्र व राज्य के भाजपा नेता राजस्थान को बदनाम करने के लिए झूठे आरोप लगा रहे हैं। 8 पॉइंट का जवाब जारी कर गहलोत ने अपना बचाव किया। हालांकि अब प्रदेश में कानून व्यवस्था की पोल खुद ही खुल रही है

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