जोन-11 में नहीं चलेगी मनमानी और अतिक्रमण..अब सबका हिसाब लेंगे ‘त्रिभुवन’!
जयपुर। त्रिभुवन कुमार वशिष्ठ ये नाम यूं तो हालांकि सालों से चर्चा में है क्योंकि अपनी काबिलियत के दम पर इन्होंने पुलिस महकमे में कई बड़ी कार्रवाइयों को अंजाम दिया है। अपन इसी काबिलियत के दम पर उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार सहित उत्कृष्ट सेवा पदक, उत्तम सेवा पदक एवं अति उत्तम सेवा पदक से नवाजा जा चुका है। लेकिन इन दिनों त्रिभुवन कुमार के नाम ने भूमाफिया में दहशत मचा रखी है। जेडीए के जोन-11 के सीआई के तौर पर वर्तमान में कार्यरत त्रिभुवन कुमार की तेज-तर्रार निगाहों से बचना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है। जोन-11 में अतिक्रमण हो या अवैध निर्माण या फिर कानून को धता देने वाले भूमाफिया जो अपनी मनमानी से बाज नहीं आते। इन सभी पर त्रिभुवन का डंडा बराबर चलता है। स्थिति यह है कि त्रिभुवन कुमार का नाम  सुनते ही अब भूमाफिया के पसीने छूटने लगते है। इसी कारण जेडीए का जोन-11 इन दिनों लगातार अवैध निर्माण और अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाइयों में शीर्ष पर बना हुआ है। जेडीए के अलावा त्रिभुवन कुमार पुलिस महकमे में कई पदों पर रह चुके है। यहां भी अपराध नियंत्रण एवं अन्वेषण में अहम योगदान दे चुके है। ताजा प्रकरण की बात करें तो जोन-11 में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। इनमें पीआरएन (साउथ) के क्षेत्राधिकार में रामविहार कमला नेहरू नगर फ्लाइओवर के पास अनुमोदित नक्शे के विपरीत बिल्डर द्वारा अवैध निर्माण किये जाने पर नोटिस जारी करने के बावजूद अवैध निर्माण नहीं हटाने पर ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की गई। इसी प्रकार जोन-11 के क्षेत्राधिकार ग्राम जयसिंह पुरा बास तह. सांगानेर में रास्ते पर बाउण्ड्रीवाल बनाकर किये जा रहे कब्जा-अतिकमण को ध्वस्त किया जाकर रास्ते को अतिक्रमण मुक्त करवाया गया।


कर्तव्यपरायणता के लिए कई बार हो चुका है वशिष्ठ का सम्मान
त्रिभुवन कुमार वशिष्ठ को अपने श्रेष्ठ कार्यों के लिए राष्ट्रपति पदक सहित कई विभिन्न सम्मानों से भी नवाजा जा चुका है। त्रिभुवन कुमार को डीजीपी डिस्क सहित वर्ष 2017 में राष्ट्रपति पुलिस पदक मिल चुका है। उन्हें वर्ष 2020 में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा अति उत्कृष्ट सेवा पदक भी मिला था। इसके अलावा वे उत्तम सेवा पदक, अति उत्तम सेवा पदक, सर्वोत्तम सेवा पदक सहित नब्बे नकद अवार्ड प्राप्त कर चुके हैं। पुलिस निरीक्षक त्रिभुवन वशिष्ठ ने लंबे समय तक राज्य पुलिस में कार्य करते हुए कानून-व्यवस्था के दृष्टिगत  उल्लेखनीय भूमिका का निर्वाह किया है।