महिंद्रा सेज स्थित आरएस इण्डिया कम्पनी की मनमानी का विरोध, निकाले गए कर्मचारियों ने जमकर किया प्रदर्शन, उच्च स्तर पर लगातार शिकायतों के बाद भी नहीं हो रहा समाधान, दी बड़े आंदोलन की चेतावनी
बडके बालाजी। महिंद्रा सेज में स्थित आरएस इण्डिया कम्पनी ने 39 कर्मचारियों को बिना नोटिस व अग्रिम सूचना के कम्पनी से निकाल दिया है जिससे कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। इसके विरोध में कर्मचारियों ने कंपनी के मुख्य गेट के बाहर प्रदर्शन किया। जानकारी के अनुसार आरयूजे एण्ड एसआरएम मेकेनिक्स प्रा. लि. (आरएस इंडिया लि.) आरएस एम्पलाइज यूनियन का गठन ट्रेड यूनियन एक्ट 1926 के तहत पंजीकरण कराकर किया गया था। इस पर प्रबंधकों द्वारा बदले की भावना से सभी 39 यूनियन सदस्यों को बिना किसी सूचना एवं जांच के ही गैर कानूनी तरीके से नौकरी से निकाल दिया गया। इसके विरोध में भारतीय संविधान एवं श्रम कानूनों के उलंघन करने पर श्रमिकों ने आरएस इण्डिया एम्प्लॉय बैनर तले अपनी मांगों को लेकर प्रर्दशन किया। कर्मचारियों ने बताया कि उनके द्वारा उक्त विषय पर सक्षम विभाग संभागीय संयुक्त श्रमायुक्त, जयपुर रीजन, श्रमायुक्त, श्रम विभाग मुखालय राजस्थान, मुख्य सचिव डॉक्टर सुधांश पंत एवं शासन सचिव डॉक्टर पृथ्वीराज एवं उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी के समक्ष प्रबंधकों के उपरोक्त कृत्य बाबत पिछले 2 महीनो में अनेकों शिकायतें की जा चुकी है। लेकिन इसके बावजूद अभी तक श्रमिको को न्याय नहीं मिला है। ऐसे में निकाले हुए कर्मचारियों ने कम्पनी के मुख्य गेट के बाहर प्रदर्शन कर नारे लगाए और चेतावनी दी है कि अगर 10 जून से पूर्व भारतीय संविधान एवं श्रम कानूनों की पालना करते कम्पनी से निकाले हुए सभी 39 श्रमिकों को बीते दिनों के वेतन सहित नौकरी पर लेकर सभी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।