जिले रद्द करने पर जोरदार बवाल..विपक्ष का ‘सरकार पर हल्ला बोल’!

विधानसभा में कई नए मुद्दे और उठे कई सवाल..
नए जिले बहाल कराने के लिए वेल में आ गए कांग्रेसी, विपक्ष ने राजनीतिक दुर्भावना के आधार पर नए जिले रद्द करने का लगाया आरोप, शून्यकाल में 9 जिले व तीन संभाग खत्म करने के मुद्दे पर हंगामा

संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने जवाब में कहा-सरकार के पास भू-राजस्व अधिनियम के तहत नए तहसील, जिले व संभाग बनाने व खत्म करने का अधिकार; मुद्दा अब भी गर्म
 


जयपुर। विधानसभा में गुरुवार को शून्यकाल में 9 जिले व तीन संभाग खत्म करने के मुद्दे पर हंगामा हुआ। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने एक दिन पहले व्यवस्था दी थी कि इस मुद्दे पर कांग्रेस के विधायक सुरेश मोदी व रामकेश मीणा ही बोलेंगे। इसके बाद गुरुवार को दोनों विधायकों ने अपनी बात रखते हुए भाजपा सरकार पर राजनीतिक मापदंडों पर जिले व संभाग खत्म करने का आरोप लगाया। सुरेश मोदी ने जिलों की समीक्षा करने वाली ललित पंवार कमेटी पर आरोप लगाया कि ये सरकार के इशारे पर ही काम किया गया है। रामकेश मीणा ने पंवार को भाजपा का सदस्य बता दिया। विधायक मोदी ने शेखावाटी में भाजपा की हार का प्रमुख कारण नीमकाथाना को जिले का दर्जा खत्म करना बताया। उन्होंने जिलों को राजनीतिक दुर्भावना के चलते खत्म करने का आरोप लगाया। दोनों विधायकों ने डीग जिले को यथावत रखने की बात करते हुए कहा कि सरकार ने अपने हिसाब से मापदंड तय कर लिए।
संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने जवाब में कहा कि सरकार के पास भू-राजस्व अधिनियम के तहत नए तहसील, जिले व संभाग बनाने व खत्म करने का अधिकार है। पटेल ने इसको लेकर विधायक मोदी की याचिका पर होईकोर्ट की टिप्पणी भी पढ़ी। इस दौरान बीच में विपक्ष की टोकाटाकी चलती रही, लेकिन विपक्ष सरकार के जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ। पटेल ने कहा कि कांग्रेस की पहले की सरकारों ने सिर्फ एक धौलपुरा जिला बनाया था। बाकी छह जिले भाजपा की सरकारों ने बनाए. पटेल का जवाब समाप्त होने के बाद जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष के सदस्य वेल में आ गए। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कार्रवाई स्थगित करने की घोषणा कर दी। विधायक मोदी ने तो यहां तक कहा कि शेखावाटी में भाजपा के तीन सांसद व 14 विधायकों की हार का कारण ही नीमकाथाना को जिले का दर्जा निरस्त करना और सीकर संभाग को खत्म करना रहा। ललित पंवार की अध्यक्षता वाली कमेटी ने नीमकाथाना का दौरा तक नहीं किया और जिला व संभाग खत्म करने की सिफारिश कर दी। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने पंवार को निर्देश दिए ​थे कि ये जिले खत्म करें। सरकार डीग के लिए कहती है कि वहां अन्य राज्य की सीमा लगती है, लेकिन नीमकाथाना भी हरियाणा से लगा हुआ है, उसे नहीं देखा।


गंगापुरसिटी के लोगों के साथ कुठाराघात, विधायक ने लगाए गंभीर आरोप
गंगापुरसिटी विधायक रामकेश मीणा ने कहा कि सरकार ने जिले खत्म करने के लिए अलग अलग मापदंड तय किए, जो सरकार की राजनीतिक नीयत दर्शाते हैं। कुंभट कमेटी ने पहले ही तय कर दिया था कि नए जिलों की जनसंख्या दस लाख होनी चाहिए, लेकिन आपने पिक एंड चूज के आधार पर जिले खत्म कर दिए। गंगापुर जिला पूरे मापदंडों पर खरा उतरता था, लेकिन आपने वहां की जनता के साथ कुठाराघात किया है। इसका समय आने पर जवाब मिलेगा। मीणा ने कहा कि डीग की दूरी भरतपुर से सिर्फ 38 किमी है, जबकि सांचौर से जालौर ​की दूरी 140 किमी है, फिर भी सांचौर जिले का खत्म कर दिया। 


संसदीय कार्य मंत्री पटेल के जवाब पर हुआ हंगामा, स्थगित करनी पड़ी कार्रवाई
संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने जवाब दिया कि जिले खत्म करने में किसी तरह का राजनीतिक विरोधाभास नहीं है। कांग्रेस की सरकारों ने सिर्फ एक जिला बनाया, बाकी सभी जिले भाजपा ने बनाए थे। इस पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि इसे राजनीतिक मत बनाओ। पटेल ने कहा कि कांग्रेस ने जाते जाते राजनीतिक चुनावी दांव खेलते हुए जिले बनाए थे। एक जिले के गठन में 800 से 1 हजार करोड़ रुपए तक का खर्चा आता है, लेकिन सरकार ने जिले बनाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की। बिना कोई पृष्ठभूमि तैयार किए सरकार ने जिले इस मंशा से बनाए कि जिससे कांग्रेस की सरकार रिपीट हो जाएगी।


नेता प्रतिपक्ष ने लगाया आरोप, कहा-सरकार तथ्य नहीं बता रही
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम ​जूली ने कहा कि यह बहुत गंभीर विषय है। संसदीय मंत्री ने यह नहीं बताया कि कौनसा जिला किस तथ्य के आधार पर खारिज किया गया। हंगामे के दौरान ही जोगाराम पटेल ने कहा कि हमारा मापदंड दस लाख की जनसंख्या है। इस दौरान कई विपक्ष के सदस्य वेल में आ गए। स्पीकर ने कहा कि विपक्ष के सदस्य अपने वेल में रहें, लेकिन हंगामा बढ़ता रहा है। अध्यक्ष ने चर्चा समाप्त कर नियम 295 के तहत पर्ची के लिए नाम पुकार लिया। विपक्ष के विधायक नारेबाजी करने लगे, इसके बाद विधानसभा की कार्रवाई कुछ देर के लिए स्थगित कर दी गई।


जोगाराम पटेल बोले सरकार के पास खत्म करने के अधिकार
कांग्रेस विधायकों के स्थगन प्रस्तावों के जवाब में संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि सरकार के पास भू-राजस्व अधिनियम के तहत नए तहसील, जिले और संभाग बनाने व खत्म करने का पूरा अधिकार है। सुरेश मोदी और रामकेश मीणा ने इस संबंध में हाईकोर्ट में जो याचिका लगाई थी, उस पर हाईकोर्ट की टिप्पणी को भी संसदीय कार्यमंत्री ने सदन में पढ़ा। जब पटेल हाईकोर्ट की टिप्पणी पढ़ रहे थे तो सुरेश मोदी ने उन्हें बीच में टोकते हुए कहा कि आप झूठ बोल रहे हैं यह टिप्पणी मेरी याचिका पर नहीं की गई। इस दौरान बीजेपी और कांग्रेस विधायकों के बीच तीखी बहस और हो-हंगामा बढ़ता गया। सरकार के जवाब से नाराज कांग्रेस के विधायक वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने दोपहर 12.30 बजे सदन की कार्रवाई को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।


कांग्रेस विधायकों ने लगाए थाने-कचहरी ठेके पर देने के आरोप, भाजपा विधायक बोले-कांग्रेस को राम और महाकुंभ से तकलीफ 
गुरुवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर वाद-विवाद के दौरान कई बार हंगामा और सत्ता पक्ष व प्रतिपक्ष के बीच तीखी नोंक-झोंक हुई। कांग्रेस विधायक अमित चाचाण और मुकेश भाकर ने आरोप लगाया कि सरकार ने थाने, कचहरी और तहसील ठेके पर दे दिए हैं। उनके इन आरोपों पर सदन में हंगामा और दोनों पक्षों के बीच तीखी नोंक-झोंक हुई। अजमेर (दक्षिण) से भाजपा विधायक अनित भदेल ने कहा, कांग्रेस ने पंथ निरपेक्षता को तुष्टिकरण और लोकतंत्र को परिवारवाद में बदल दिया। प्रदेश में पिछली सरकार ने पांच साल तक परिवारवाद को आगे बढ़ाया। बायतु विधायक हरीश चौधरी ने कहा, विधानसभा चुनाव के प्रचार में पीएम ने अपने भाषण में कई बार लाल डायरी का उल्लेख किया। लेकिन विधानसभा में दिए गए दोनों अभिभाषण से लाल डायरी गायब है। इन्हें इस पर सफाई सफाई देनी चाहिए कि लाल डायरी कहां है, यह सब जानना चाह रहे हैं। सरकार बार-बार जेजेएम में भ्रष्टाचार का जिक्र कर रही है। लेकिन एक साल में इन्हें किसने रोका।

सडक़ों के गड्ढों पर विपक्ष पर बरसीं दीया कुमारी, कहा- सरकार भर रही है कांग्रेस राज के गड्ढे 

जयपुर जिले के बस्सी क्षेत्र की सडक़ों को लेकर हुई चर्चा में सरकार को लेकर विपक्ष ने सवाल खड़े किए। इस दौरान उप मुख्यमंत्री और सार्वजनिक निर्माण मंत्री दीया कुमारी ने स्थानीय विधायक लक्ष्मण मीणा के सवाल का जवाब देते हुए कांग्रेस को आड़े हाथ लिया। दीया कुमारी ने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में फैले बेलगाम भ्रष्टाचार और कुशासन की वजह से हमें सडक़ों की जगह पर गड्ढे मिले हैं। दीया कुमारी ने कहा कि खराब सडक़ों के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है, जबकि हमने क्वालिटी का काम किया है। उपमुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि सरकार सडक़ों की स्थिति सुधारने के लिए पूरी तरह से प्रयासरत है और जल्द ही जरूरी मरम्मत करवाई जाएगी। कांग्रेस शासन के दौरान निर्मित सडक़ों में कोई गुणवत्ता नहीं थी। ऐसे में प्रदेश में खराब सडक़ों के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है, लेकिन हम उन सभी सडक़ों को दुरुस्त कर रहे हैं और पूरी तरह से निर्माण कार्यों पर ध्यान रखा जा रहा है।


बीजेपी विधायक कालीचरण सराफ का सरकार पर आरोप, बोले- मेरा तो सवाल ही बदल दिया
भजनलाल सरकार अपने ही विधायक के सवाल पर घिर गई। बीजेपी विधायक ने अपनी ही सरकार पर सदन में गलत जवाब पेश करने का आरोप लगा दिया। सराफ ने एसीबी के मामलों में केस चलाने की मंजूरी देने से जुड़ा सवाल पूछा था। इस पर सरकार की तरफ से जवाब पेश किया गया। उस पर सराफ ने कहा कि मैंने पूछा क्या था और जवाब क्या दिया है। सवाल ही बदल दिया। इस पर मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि हमने सवाल का पिन पॉइंट जवाब दिया है। एक जनवरी 2021 से 2022 तक एसीबी में 1592 केस दर्ज हुए। उनमें से 1189 में केस चलाने की मंजूरी दे दी, 403 पेंडिंग है। सराफ ने फिर पूरक सवाल पूछा कि सतर्कता आयुक्त ने तीन महीने में मामलों में केस चलाने की मंजूरी देने का प्रावधान है। फिर भी भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ केस चलाने की मंजूरी नहीं दी जा रही। अफसर आपस में मिल जाते हैं। पीएम नरेंद्र मोदी का कहना है न खाऊंगा न खाने दूंगा। भ्रष्टाचार के जीरो टॉलरेंस के आधार पर सरकार चल रही है तो मैं यह पूछना चाहता हूं कि जितने केस पेडिंग हैं, उनके बारे में एक कैबिनेट सब कमेटी बनाने पर विचार करना चाहिए।

सीएम भजनलाल शर्मा ने ली भाजपा विधायक दल की बैठक, कहा- एकजुट होकर विपक्ष को करारा जवाब दें
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भाजपा विधायक दल की बैठक ली। भाजपा विधायक दल की बैठक को संबोधित करते हुए सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि मेरे पास सभी की परफॉर्मेंस की जानकारी है, लेकिन परफॉर्मेंस 100 फीसदी बेहतर होना आवश्यक है। अपने काम में परफेक्शन बेहद आवश्यक है, सदन में अधिकाधिक रुकने की आदत डालें। मुख्यमंत्री ने प्रयागराज में मंत्री परिषद बैठक किए जाने की भी बात कही। इस दौरान मंत्री केके विश्नोई ने कहा कि सभी विधायकों के गमछे एक रंग के हो। इस पर मुख्यमंत्री भजनलाल ने चुटकी लेते हुए कहा कि विश्नोई जी ही एक रंग के गमछों की व्यवस्था करें।