इस बार मतदाताओं ने नहीं दिखाया उत्साह.. वोटिंग प्रतिशत गिरा धड़ाम..मतदान में पिछड़ा राजस्थान!

लोकसभा के पहले चरण में प्रदेश में 6 बजे तक हुआ महज 61 प्रतिशत मतदान, जयपुर शहर और जयपुर ग्रामीण दोनों में मत प्रतिशत में भारी गिरावट; हालांकि आंकड़ों में मामूली फेरबदल संभव

2019 में जयपुर ग्रामीण में 65.54 फीसदी और जयपुर शहर में हुआ था 68.48 प्रतिशत मतदान, इस बार जयपुर शहर 57.38 फीसदी और जयपुर ग्रामीण 51.82 प्रतिशत पर अटका

अन्य राज्यों में दिखे बेहतर हालात, 21 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों में की 102 सीटों पर वोटिंग पूरी, कुल वोटिंग 63 प्रतिशत, सबसे ज्यादा 80 फीसदी वोटिंग त्रिपुरा में, सबसे कम 48 फीसदी बिहार में 


जयपुर। लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के तहत गुरुवार को देश के 21 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों की 102 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ। इसमें राजस्थान की 12 सीटों पर मतदाताओं ने मतदान किया। हालीांकि इस बार मतदाताओं में उतना उत्साह नजर नहीं आया और बीते चुनाव के मुकाबले वोटिंग प्रतिशत में काफी गिरावट देखने को मिली। राजस्थान में भी शाम 6 बजे तक औसत 52.29 प्रतिशत मतदान हुआ हालांकि इस आंकड़े में थोड़ा बहुत फेरबदल संभव है। चुनाव आयोग से प्राप्त जानकारी के अनुसार शाम 6 बजे तक राजस्थान की 12 सीटों में सबसे ज्यादा मतदान श्रीगंगानगर में 60.79 प्रतिशत और सबसे कम झुंझुनू सीट पर 44.97 प्रतिशत मतदान हुआ है। विभिन्न मतदान केन्द्रों पर शाम 6 बजे बाद भी मतदान जारी रहा, ऐसे में मतदान प्रतिशत का फाइनल होने में समय लग सकता है। पिछले चुनाव की तुलना में कई राज्यों में वोट प्रतिशत में भारी गिरावट देखने को मिली है। राजस्थान में पिछले चुनाव की तुलना में 14 कम मतदान हुए हैं। इसके आसपास ही आंकड़ा उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में भी देखने को मिले हैं। घटा वोट प्रतिशत भारतीय जनता पार्टी के लिए चिंता बढ़ सकती है क्योंकि राष्ट्रीय राजनीति में मोदी युग के उदय के बाद वोट प्रतिशत में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिली थी। 2014 और 2019 में मत प्रतिशत अच्छे रहे थे। इस चुनाव में बीजेपी ने अपने लिए मिशन 370 का लक्ष्य रखा है। बीजेपी की तरफ से इस बात के दावे लगातार होते रहे हैं कि पार्टी आसानी से इस लक्ष्य तक पहुंच जाएगी।


जयपुर शहर और ग्रामीण की दोनों सीटों पर मत प्रतिशत में भारी गिरावट
कुल मिलाकर इस बार मतदाता इस चुनाव के प्रति उतने उत्साहित नहीं थे जैसा कि बीते चुनाव में देखने को मिला था। अगर सिर्फ जयपुर शहर और ग्रामीण की ही बात करें तो 2019 में जयपुर ग्रामीण में 65.54 फीसदी और जयपुर शहर में बंपर 68.48 प्रतिशत मतदान हुआ था। लेकिन इस बार जयपुर शहर 57.38 फीसदी और जयपुर ग्रामीण 51.82 प्रतिशत पर अटक गया। सबसे अधिक वोटिंग प्रतिशत जयपुर ग्रामीण में कम हुआ जो काफी अहम साबित हो सकता है। इन सीटों पर मामूली वोट प्रतिशत का बदलाव भी बड़ा खेला कर सकेता है लेकिन अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि आखिर यह ऊंट किस करवट बैठेगा। 

नागौर में आपस में भिड़े भाजपा और आरएलपी कार्यकर्ता, फूटे सिर

नागौर के कुचेरा में भाजपा प्रत्याशी ज्योति मिर्धा और इंडिया गठबंधन (आरएलपी) के प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल के समर्थक भिड़ गए। कुचेरा नगर पालिका के अध्यक्ष तेजपाल मिर्धा के सिर में चोट लगी। चूरू में सादुलपुर के गांव रामपुर रेणु गांव में फर्जी मतदान की शिकायत पर दो लोगों ने पोलिंग एजेंट का सिर फोड़ दिया। वहीं झुंझुनूं में भाजपा प्रत्याशी शुभकरण चौधरी की सुरक्षाकर्मी से बहस हो गई। वहीं चूरू में विधायक हरलाल सहारण की पुलिसकर्मी से कहासुनी हो गई। उन्होंने पुलिसकर्मी को बाड़मेर ट्रांसफर कराने की धमकी तक दे डाली। इससे पहले वोट डालने के लिए लोगों में अच्छा-खासा उत्साह देखने को मिला था। हालांकि कुछ जगह लोगों ने स्थानीय समस्याओं के चलते मतदान का बहिष्कार भी किया था। यूके, कनाडा से भी अप्रवासी भारतीय(एनआरआई) वोट डालने पहुंचे थे।

जयपुर में राजस्थान और कॉमर्स कॉलेज में लाई गई ईवीएम, चार जून तक होगी चौक-चौबंद सुरक्षा 
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद सभी संभाग स्तरीय गणना केंद्रों पर ईवीएम को लाया गया। सभी गणना केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। जयपुर और जयपुर ग्रामीण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र की ईवीएम का संग्रहण किया और अब राजस्थान और कॉमर्स कॉलेज में ईवीएम को स्ट्रांग रूम में रखा गया। कॉमर्स कॉलेज में जयपुर ग्रामीण लोकसभा क्षेत्र में समाहित फुलेरा, शाहपुरा, झोटवाड़ा, आमेर, कोटपूतली, विराटनगर, जमवारागढ़, बानसूर विधानसभा क्षेत्रों की ईवीएम का संग्रहण किया गया। वहीं राजस्थान कॉलेज में जयपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में समाहित बगरू, सांगानेर, विद्याधर नगर, किशनपोल, आदर्श नगर, सिविल लाइंस, मालवीय नगर, हवामहल विधानसभा क्षेत्रों की ईवीएम का संग्रहण किया गया। 


बंगाल-मणिपुर में फिर हुई हिंसा, बम चले और हुई फायरिंग; एक की मौत
पहले चरण में पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में भाजपा और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच पथराव हुआ और कई जगह से हिंसा की खबरें सामने आई। तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि कूचबिहार के तूफानगंज में भाजपा कार्यकर्ताओं ने पोलिंग बूथ पर हिंसा की। तृणमूल एजेंट्स से मारपीट की गई है, इसमें कई घायल हैं। टीएमसी ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता हथियारों के साथ बूथ के सामने खड़े होकर मतदाताओं को डरा रहे हैं। इस इलाके में गुरुवार रात भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने हिंसा की और तृणमूल के अस्थाई दफ्तर में आगजनी की। टीएमसी ने भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की है। भाजपा ने भी तृणमूल के कार्यकर्ताओं पर हिंसा का आरोप लगाया है।


इम्फाल में उपद्रवियों ने ईवीएम जलाई, तोडफ़ोड़ भी हुई
वहीं इंफाल पूर्वी जिले के खुरई लाईखुटलेंबी में गुस्साए लोगों ने ईवीएम मशीन में तोडफ़ोड़ कर दी। इन लोगों का आरोप था कि हथियारबंद बदमाशों ने उनका वोट डाल दिया। वोटिंग के दौरान मणिपुर के बिष्णुपुर में भी फायरिंग हुई। मणिपुर की दो लोकसभा सीटों (मणिपुर इनर और मणिपुर आउटर) पर भी इस फेज में वोटिंग है। हिंसा को देखते हुए आउटर सीट के कुछ हिस्सों में 26 अप्रैल को भी वोटिंग होगी। छत्तीसगढ़ में बीजापुर के उसूर थाना इलाके के गलगम में पोलिंग बूथ से 5 सौ मीटर दूर ग्रेनेड ब्लास्ट हुआ था। ब्लास्ट में घायल सीआरपीएफ-196 बटालियन का जवान शहीद हो गया। जवान का नाम देवेंद्र कुमार है। जवान एरिया डोमिनेशन पर निकले थे। इसके साथ ही बंगाल के कूचबिहार में पोलिंग ड्यूटी में लगे जवान की मौत हो गई है। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, जवान का नाम नीलेश कुमार है।