एसआई भर्ती परीक्षा रद्द होना तय..अब किसी भी वक्त ऐलान संभव!

पुलिस महानिदेशक यूआर साहू के जरिए सरकार को भेजा गया प्रस्ताव, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के बीच सहमति बनने की खबरें

आरपीएससी के दो सदस्यों की संलिप्पता सामने आने के बाद हो सकता है बड़ा फैसला, अब कटारा और राईका को आमने-सामने बैठाकर की जा रही पूछताछ 

एसआई भर्ती-2021 पेपरलीक मामले में 42 ट्रेनी सब इंस्पेक्टरों समेत 70 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है एसओजी

जयपुर। राजस्थान में सब इसंपेक्टर भर्ती परीक्षा का आयोजन करने वाली संस्था आरपीएसपी के दो सदस्यों ने ही परीक्षा का पेपर लीक किया था। इस खुलासे के बाद अब इस भर्ती परीक्षा पर रद्द होने की तलवार लटक गई है। इस परीक्षा को रद्द करने को लेकर रिपोर्ट पुलिस ने राज्य सरकार को भेज दी है। अब मुख्यमंत्री फैसला करेंगे कि इस परीक्षा को रद्द करना है या नहीं? आरपीएसपी के दो पूर्व सदस्य रामू राईका औऱ बाबूलाल कटारा के साथ 42 ट्रेनी सब इंस्पेक्टरों समेत 70 लोगों को एसओजी इस पेपरलीक में गिरफ्तार कर चुकी है। अब कटारा और राईका को आमने सामने बैठाकर पूछताछ की जा रही है। गिरफ्तार किये गए रामू राईका औऱ बाबूलाल कटारा से पूछताछ के बाद ही साफ होगा कि पिछली गहलोत सरकार के मंत्रियों की इस पेपरलीक में भूमिका थी या नहीं। बता दें कि 859 पदों के लिए परीक्षा का आयोजन पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के समय सिंतबर 2021 में किया गया था। रामू राईका ने 2021 में आयोजित की गई सब इंसपेक्टर भर्ती परीक्षा का पेपर परीक्षा से सात दिन पहले अपनी बेटी शोभा राईका और बेटे देवेश राईका को दिया था। शोभा राईका इस भर्ती में टॉपर थी, उसकी पांचवी रैंक थी और देवेश की 40वीं रैंक। रामू राईका को इस परीक्षा का पेपर उपलब्ध कराया था आरपीएसपी के दूसरे सदस्य बाबूलाल कटारा ने। कटारा ही रामू राईका की बेटी के साक्षात्कार बोर्ड में थे। इस खुलासे के बाद एसओजी ने बाबूलाल कटारा को भी जयपुर सेंट्रल जेल से प्रोडेक्शन वांरट पर गिरफ्तार कर लिया, अब दोनों से संयुक्त पूछताछ हो रही है।


पेपर लीक के साथ डमी केंडिडेट बिठाने की एक साथ चल रही जांच
सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में दो तरह से फर्जीवाड़ा हुआ। एक पेपर लीक का और दूसरा डमी कैंडिडेट बिठाने का। जयपुर के सेंटर से पेपर लीक के खुलासे के बाद एसओजी ने जांच शुरु की थी। पहले सभी चयनित 859 ट्रेनी सब इंसपेक्टरों की एसओजी ने फिर परीक्षा ली। सभी को वही पेपर दिया गया, जिसे देकर वो चयनित हुए थे। इसमें फेल होने वाले ट्रेनी सब इंसपेक्टरों के चयन को लेकर जांच शुरु की गई। जांच में पेपर माफियाओं की एक चेन मिली। बाबूलाल कटारा को इससे पहले वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा में भी पेपर लीक के आरोप में गिरफ्तार किया था। 2023 में आयोजित इस परीक्षा में कटारा ने पेपर एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल शेरसिहं को हाथ से लिखकर बेचा था।

एसओजी ने पुलिस महानिदेशक यूआर साहू के जरिए भेजा प्रस्ताव
राजस्थान पुलिस मुख्यालय ने एसआई भर्ती परीक्षा रद करने के संबंध में राजस्थान सरकार को प्रस्ताव भेजा है और उम्मीद है कि सरकार इस पर अंतिम निर्णय लेगी। सूत्रों के मुताबिक यह प्रस्ताव पुलिस महानिदेशक यूआर साहू के जरिए सरकार को भेजा गया है। जानकारी के अनुसार इस संबंध में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद कुमार और पुलिस महानिदेशक यूआर साहू के बीच सहमति बनी है। राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के पूर्व सदस्य रामू राम राईका की रविवार रात गिरफ्तारी के बाद यह सामने आया कि उसने छह दिन पहले ही अपने बेटे-बेटी को पेपर उपलब्ध करा दिए थे।


कटारा और रामू राईका का गठजोड़ कितना लंबा, अब इस पर जांच का फोकस 
इस बीच एसओजी ने शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के निलंबित सदस्य बाबूलाल कटारा को जयपुर सेंट्रल जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है। पुलिस कटारा और राईका को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ कर रही है। एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक वीके सिंह का कहना है कि राईका ने पूछताछ में कहा है कि जिस पेपर से उसकी बेटी शोभा और बेटा देवेश पास हुए हैं, वह पेपर उन्हें कटारा ने दिया था। कटारा परीक्षा के समय आरपीएससी का सदस्य था।


कटारा से मिले पेपर के बाद राईका ने कराई थी बेटे-बेटी को तैयारी
एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक वीके सिंह के मुताबिक रविवार सुबह पुलिस अकादमी से गिरफ्तार शोभा और देवेश ने बताया था कि उसके पिता रामू राम राईका ने परीक्षा के छह दिन पहले ही पेपर उपलब्ध करा दिए थे, ताकि वे अच्छी तरह तैयारी कर सकें। राईका को पता था कि उसके बच्चे कमजोर हैं, इसलिए छह दिनों तक तैयारी कराई थी। गिरफ्तारी के बाद इन दोनों से वही पेपर हल कराए गए तो वे पास होने लायक नंबर भी नहीं ला सके।