स्वायत्त शासन विभाग ने आदेश जारी किए आदेश, जयपुर के बाद अब पूरे प्रदेश में लगी रोक, 185 नगरीय निकायों में होनी थी भर्ती; तीसरी बार हुई कैंसिल; 7 दिसंबर को निकलने वाली थी लॉटरी
जयपुर। प्रदेश में सफाई कर्मचारी भर्ती का इंतजार कर रहे युवाओं के लिए बड़ी खबर सामने आई है। भजनलाल सरकार ने सफाई कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया स्थगित कर दी है। इसको लेकर स्वायत्त शासन विभाग ने आदेश जारी कर दिए हैं। बता दें, राजस्थान नगरपालिका सफाई कर्मचारी की इस भर्ती के जरिए राज्य की 185 नगरीय निकायों में कुल 23,820 रिक्त पदों पर सीधी भर्ती की जानी थी। दरअसल, दो दिन पहले जयपुर में सफाई कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया को स्थगित किया गया था। अब पूरे प्रदेश में इस भर्ती प्रक्रिया रोक दिया गया है। बताते चलें कि प्रदेश के अलग-अलग जिलों में सफाई कर्मी बीते कुछ दिनों से इस भर्ती प्रक्रिया के खिलाफ विरोध कर रहे थे। विरोध करने वालों का कहना था कि सफाई कर्मचारी पद के लिए बनाए जा रहे अनुभव प्रमाण पत्र गलत थे। वहीं वाल्मीकि समाज से जुड़े सफाई कर्मचारियों के अनुभव प्रमाण पत्र ही नहीं बनाए गए, जिस वजह से वे सफाई कर्मचारी की भर्ती से वंचित रह जाते। ऐसे में सफाई कर्मचारियों की यूनियनों के नेतृत्व में हड़ताल चल रही थी। वहीं, सरकार ने अब उनकी मांगों को मानते हुए भर्ती को स्थगित कर दिया है।
बुधवार को स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक कुमार पाल गौतम ने इसके ऑर्डर जारी किए। ये तीसरी बार मौका है, जब सफाईकर्मियों की भर्ती अटकी है। दरअसल, राजस्थान सरकार की ओर से प्रदेश भर में सफाई कर्मचारियों की भर्ती निकाली गई थी। इसके आवेदन की अंतिम तारीख 27 नवंबर थी। इसके बाद 5 दिसंबर तक आवेदन करने वाले अभ्यर्थी अपने डॉक्युमेंट में संशोधन कर सकते थे। इससे एक दिन पहले ही सरकार ने भर्ती को रद्द कर दिया।
प्रदेशभर में शुरू हुआ था विरोध, 7 दिसंबर को निकलनी थी लॉटरी
भर्ती प्रक्रिया को लेकर भी प्रदेश भर में सफाई कर्मचारियों ने विरोध शुरू कर दिया था। इसके बाद जहां जयपुर नगर निगम ग्रेटर और हेरिटेज की भर्ती को सरकार ने स्थगित कर प्रदेश के अन्य निकायों में 7 दिसंबर के दिन लॉटरी निकालने का फैसला किया था। दरअसल, सरकार की ओर से भर्ती के तहत जयपुर ग्रेटर नगर निगम में सबसे अधिक 3370 पदों पर सफाई कर्मचारियों की भर्ती होनी थी। इसके अलावा जयपुर हेरिटेज में 707, सीकर में 550, जोधपुर दक्षिण में 417, जोधपुर उत्तर में 345, अलवर में 390, भरतपुर में 410, अजमेर में 470, उदयपुर में 407, बीकानेर में 1037, कोटा दक्षिण में 836, कोटा उत्तर में 448 सहित कुल 185 नगरीय निकायों के 23 हजार 820 रिक्त पदों पर भर्ती होनी थी।
अनुभव प्रमाण-पत्र की बाध्यता को लेकर था विवाद, जारी था कार्य बहिष्कार
भर्ती में अनुभव प्रमाण-पत्र की बाध्यता लागू की गई थी। जिसको लेकर प्रदेशभर में वाल्मीकि समाज ने विरोध शुरू कर दिया था। इस विरोध के बाद जयपुर में सफाई कर्मचारियों ने 7 दिन कार्य बहिष्कार कर आंदोलन जारी रखा था। इसके बाद सरकार ने जयपुर में भर्ती प्रक्रिया को स्थगित करने का फैसला किया था। वहीं प्रदेशभर में वाल्मीकि समाज ने भर्ती प्रक्रिया के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। जानकारी के अनुसार कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में 13 हजार 184 पदों पर सफाई कर्मचारियों की भर्ती निकाली थी। जिसे अप्रैल-2023 में रद्द कर दिया गया था। इसके बाद प्रदेश की भजनलाल सरकार ने राजस्थान में 24 हजार 797 पदों पर भर्ती निकाली थी। जिसे अगस्त 2024 में रद्द कर दिया था। वहीं अब एक बार फिर प्रदेश सरकार ने 23 हजार 820 पदों पर निकाली सफाई कर्मचारियों की भर्ती को वापस लिया है।