जयपुर जिले में ही शिक्षा माफिया हो गया बेलगाम... यहां कॉलेज ही चला रहे ‘नकल गिरोह’..हुआ भंड़ाफोड़; अब आरोपी जाएंगे जेल!

जयपुर जिले में ही शिक्षा माफिया हो गया बेलगाम...
यहां कॉलेज ही चला रहे ‘नकल गिरोह’..हुआ भंड़ाफोड़; अब आरोपी जाएंगे जेल! 

बीएससी-बीएड परीक्षा में शहीद भगत सिंह गल्र्स कॉलेज के प्रतिनिधियों ने किया नकल का प्रयास, आशुतोष पीजी महाविद्यालय पर लगातार डालते रहे दबाव


पासबुक और वनवीक सीरीज लेकर पहुंचने का आरोप, लगातार धमकाने से त्रस्त होकर पीडि़त कॉलेज के निदेशक ने राज. विवि कुलपति को दर्ज करवाई शिकायत

जयपुर। पूरे देश में पेपर लीक और नकल माफिया की खबरें सुर्खियों में हैं लेकिन हालात इस कदर बदतर हो चुके है कि अब कॉलेज प्रशासन ही पूरे संगठित तरीके से नकल के खेल को परवान चढ़ा रहा है। ताजा मामला कहीं ओर का नहीं बल्कि जयपुर जिले का है जहां निजी कॉलेज ही इस पूरे नकल गिरोह को संचालित कर रहे है और इस पूरे मामले में अब बड़ी मिलीभगत की आशंका नजर आ रही है। दरअसल, पूरा प्रकरण है सोमवार को हुई बीएससी-बीएड द्वितीय वर्ष के केमिस्ट्री- 2 की परीक्षा का। इस परीक्षा में नकल के लिए शहीद भगत सिंह गल्र्स कॉलेज का प्रबंधन इस हद तक चला गया जिसकी कल्पना तक किसी ने नहीं की होगी। शहीद भगत सिंह गल्र्स कॉलेज का सेंटर आशुतोष पीजी महाविद्यालय में आया था और शहीद भगत सिंह गल्र्स कॉलेज के प्रबंधन के द्वारा सेंटर कॉलेज पर नकल के लिए ना सिर्फ दबाव बनाया गया बल्कि धमकाया तक गया। हद तो तब हो गई जब परीक्षा शुरू होने से ही शहीद भगत सिंह गल्र्स कॉलेज के प्रतिनिधि पासबुक और वन-वीक सीरीज लेकर नकल करवाने पहुंच गए और वहां परीक्षा विक्षिकों को धमकाने लगे। इस पूरे मामले की खबर जब आशुतोष कॉलेज के निदेशक को लगी तो उन्होंने ना सिर्फ इसका पुरजोर विरोध किया बल्कि इसकी बकायदा शिकायत राजस्थान विवि के कुलपति को दर्ज करवाई। जानकारी के मुताबिक मण्ढ़ा भीमसिंह स्थित आशुतोष पीजी महाविद्यालय के निदेशक हेमराज डिडेल ने शहीद भगत सिंह गल्र्स कॉलेज हिंगोनिया पर गंभीर आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करवाई है। नकल के इस गिरोह में अब आरोपियों पर सख्त एक्शन लिया जा सकता है और इन्हें लंबे समय तक सलाखों के पीछे रहना पड़ सकता है। 


पूरे गिरोह का हुआ पर्दाफाश, हर कदम पर रची जा रही थी साजिशें
मण्ढ़ा भीमसिंह स्थित आशुतोष पीजी महाविद्यालय की शिकायत के अनुसार उनका कॉलेज परीक्षा केंद्र है जहां सोमवार को सुबह की पारी में बीएससी-बीएड द्वितीय वर्ष का केमिस्ट्री-2 का पेपर चल रहा था। उसी समय शहीद भगत सिंह गल्र्स कॉलेज हिंगौनिया के निदेशक द्वारा भेजे गए दो शिक्षक वन वीक सीरीज, पासबुक एवं अन्य सामग्री लेकर आशुतोष महाविद्यालय के निदेशक हेमराज डिडेल के पास पहुंचे और नकल करवाने के लिए दबाव बनाया और परीक्षा के कमरों में नकल करवाने लग गए। जब कॉलेज निदेशक हेमराज ने दोनों शिक्षकों को परीक्षा केन्द्र से बाहर निकाला तो उन्हें धमकियां दी जाने लगी। 

परीक्षा केंद्र तय करने के ट्रांयगल सिस्टम पर उठे सवाल, राज. विवि प्रशासन भी सवालों के घेरे में 

इस पूरे प्रकरण के बाद राजस्थान विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा केंद्रों के लिए अपनाए जा रहे ट्रांयगल सिस्टम पर भी सवाल उठने लगे है। दरअसल इस सिस्टम के तहत एक-दूसरे महाविद्यालयों के परीक्षा केंद्रों को स्थांतरित कर दिया जाता है। जिस तरह इस मामले में भी मनमानी से ट्रांयगल सिस्टम से परीक्षा केंद्र तय कर दिए गए। जानकारी के अनुसार आशुतोष महाविद्यालय का परीक्षा केंद्र प्रभा देवी महाविद्यालय में और प्रभा देवी महाविद्यालय का परीक्षा केंद्र शहीद भगत सिंह कॉलेज में आवंटित किया जाता है। इसी तरह शहीद भगत सिंह महाविद्यालय का परीक्षा केंद्र आशुतोष पीजी कॉलेज में आवंटित किया जाता है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि महाविद्यालय आपस में मिलीभगत के जरिए एक-दूसरे को नकल में मदद करते है। लेकिन, अब आशुतोष पीजी महाविद्यालय ने इस सिस्टम का भंडाफोड़ कर दिया है। 


इनका कहना है
काफी समय से इन लोगों द्वारा मनमाने तरीके से काम करने का दबाव बनाया जा रहा था। इनके द्वारा बार-बार मदद की मांग की जा रही थी, लेकिन हमने हर बार कठोरता से मना कर दिया। लेकिन सोमवार को हद तब पार हो गई जब परीक्षा शुरू होने से पहले ही हिंगोनिया स्थित शहीद भगत सिंह गल्र्स कॉलेज के लोग पहुंच गए। इनके द्वारा नकल का दबाव बनाया जा रहा था। लेकिन, तुरंत इसके खिलाफ एक्शन लेने का फैसला लिया गया और शिकायत दर्ज करवाई गई। 

हेमराज डिडेल, निदेशक, आशुतोष पीजी महाविद्यालय