जयपुर/स्वामिनी सेवा संस्था के तत्वावधान में रामनवमी के अवसर पर प्रथम सर्व समाज विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया। दूल्हे पक्ष के लोग खिरनी फाटक के पास एकत्रित हुए, वहां से सामूहिक बारात बैंड बाजे के साथ मुख्य मार्गों से होती हुई सागर पैरेडाइज पहुंची, जहां समिति के सदस्यों और वधु पक्ष के लोगों द्वारा पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया। सभी दूल्हों ने सामूहिक रूप से तोरण की रस्म अदा की। इसके बाद वरमाला का कार्यक्रम हुआ। पंडितों ने वर वधु का सामूहिक रूप से वैदिक मंत्रोच्चार के साथ फेरों सहित अन्य रस्में पूरी करवाई। सम्मेलन में वर वधु को बेटी बचाओ, बेटी पढाओ की शपथ के साथ मतदान करने का संकल्प भी करवाया गया तथा यह जानकारी भी दी गई कि निर्वाचन विभाग की तरफ से भी नव विवाहित जोड़े द्वारा मतदान करके सेल्फी अपलोड करने पर प्रमाण दिया जायेगा।
शहर मे आयोजित इस सर्व समाज विवाह सम्मेलन को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। विवाह सम्मेलन में आयोजित प्रीतिभोज में लोगों ने सामूहिक भोज किया। समिति के अध्यक्ष अशोक कुमावत, मंत्री गोविन्द वर्मा, कोषाध्यक्ष गुरूदयाल वर्मा व सहायक मंत्री महेन्द्र कुमावत ने बताया कि कन्यादान में संस्था द्वारा प्रत्येक जोड़े को चांदी की पायजेब, चुटकी, अंगूठी, मंगल सूत्र, लोंग व अन्य घरेलू सामान प्रदान किया गया। समारोह की अध्यक्षता समाजसेवी नीरज कुमार शर्मा ने की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मुनेश गुर्जर महापौर नगर निगम हैरिटेज, उप मुख्य अतिथि समाजसेवी बाबूलाल सेठी व अति विशिष्ट अतिथि गोपाल शर्मा विधायक सिविल लाईन, समाजसेवी भामाशाह व भाजपा ओबीसी मोर्चा, जयपुर शहर के जिलाध्यक्ष चेतन कुमावत व विशिष्ट अतिथि रमेश चंद राणोलिया, रोशन सैनी, मनीष देवंदा, एडवोकेट सांवरमल गुर्जर व मनोज खाण्ड़ल थे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि मुनेश गुर्जर ने स्वामिनी सेवा संस्था की प्रशंसा करते हुए कहा कि सर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन सामाजिक समरसता की मिसाल हैं। सिविल लाइन विधायक गोपाल शर्मा ने कहा कि एक स्थान पर अलग अलग जातियों व वर्गों के वर वधुओं का एक साथ विवाह वह भी नाम मात्र के खर्चे पर वास्तव में एक अनुकरणीय प्रयास है। ओबीसी मोर्चा जयपुर शहर के जिलाध्यक्ष चेतन कुमावत ने कहा कि अक्सर देखने में आता है कि बेटी अच्छे घर में जाए इसके लिए माता पिता सामर्थ्य से बढ़कर खर्च करते हैं इसके लिए वे कर्ज तक ले लेते हैं और फिर पूरी उम्र कर्ज उतारने में निकाल देते हैं। ऐसे में स्वामिनी सेवा संस्था की यह पहल सभी समाजों व वर्गों के लिए वरदान साबित हो सकती है। विवाह रस्में सम्पन्न होने के बाद सभी नव विवाहित जोड़ों को संस्था के सदस्यों और उनके परिजनों द्वारा रीति रिवाज के अनुसार विदाई दी गई।