जोन साउथ पीआरएन उपायुक्त सुनील कुमार शर्मा के नेतृत्व में चला न्यू सांगानेर रोड से वन्दे मातरम् रोड तक अतिक्रमण हटाने का अभियान, काम कठिन था लेकिन शर्मा ने की चुनौती स्वीकार
कई दिनों तक चली मशक्कत और विभिन्न विभागों से बखूबी संयोजन की निभाई जिम्मेदारी, लगातार लोगों से समझाइश रंग लाई, डीसी सुनील शर्मा ने कर दिखाया कमाल
जयपुर। जेडीए ने बीते दिनों एक ऐसी कार्रवाई को अंजाम दिया जो अपने-आप में ही एक बड़ी चुनौती थी। यह चुनौती थी न्यू सांगानेर रोड से वन्दे मातरम् रोड तक अतिक्रमण हटाने की। यहां दो सौ फिट रोड के निर्माण में बाधा बन रहे 691 अवैध निर्माण और अतिक्रमणों को हटाया जाना था। इतने बड़े अभियान के लिए पूरी योजना तैयार किया जाना जरूरी था और लोगों से समझाइश कर उन्हें अपने अतिक्रमणों को खुद तोडऩे के लिए राजी करना उससे भी बड़ी चुनौती थी। लेकिन, जेडीए अधिकारियों ने इस चुनौती को स्वीकार किया और सबसे बड़े अभियान में जुट गए। जेडीसी सहित वरिष्ठ अधिकारी इस अभियान में जुट गए और इसे पूरा करने का जिम्मा सौंपा गया जेडीए पीआरएन जोन के उपायुक्त सुनील शर्मा को। जिम्मेदारी मिलने के बाद से ही सुनील शर्मा ने पूरे अभियान को मूर्तरूप देने की कवायद शुरू की और पूरी तरह से सिर्फ इस अभियान को अंजाम देने में जुट गए। सुनील शर्मा ने मुख्य नियंत्रक (प्रवर्तन) महेंद्र शर्मा के साथ अतिक्रमण को हटाने की प्लानिंग की और बखूबी ढंग से इस अभियान को अंजाम दिया। बकौल सुनील शर्मा अतिक्रमण हटाने की प्लानिंग कई दिनों पहले ही कर ली गई थी। इसके बाद छोटे से लेकर बड़े अधिकारियों की समय-समय पर बैठक लेते रहे ताकि कोई कसर ना रहे। शर्मा के अनुसार जहां कार्रवाई की जानी थी उन स्थानों की डिमार्किंग की गई और लोगों से भी बार-बार सहयोग की अपील की गई थी। सुनील शर्मा के अनुसार ज्यादातर लोगों ने उनका साथ दिया और अतिक्रमण खुद ही हटाया। जनता के आक्रोश की आशंका के चलते पुलिस बंदोबस्त किया गया था लेकिन बल प्रयोग करने की जरूरत नहीं पड़ी और शांतिपूर्वक तरीके से अतिक्रमण हटाया गया।
मसला काफी बड़ा था.. लेकिन सुनील शर्मा का जज्बा भी कम नहीं था, कर दिखाया मुमकिन
जानकारी के अनुसार इस अभियान में मेट्रो स्टेशन पिलर से सांगानेर रेल्वे लाईन तक 200 फीट चौड़ी सेक्टर रोड में आ रहे अवैध भूखण्ड/अवैध निर्माण को ध्वस्त किया जाना था। काम कठिन था लेकिन जोन पीआरएन उपायुक्त सुनील शर्मा का जज्बा भी कम नहीं था। पूरी कवायद के तहत सबसे पहले सेक्टर सडक़ में आ रहे भूखण्डधारियों और अतिक्रमणकारियों को जयपुर विकास प्राधिकरण की धारा 72 के कुल 691 नोटिस जारी किए गए एवं शर्मा द्वारा जारी नोटिस के सम्बंध में प्राप्त जवाब का परीक्षण व सुनवाई की गई। इसके बाद प्रभावित अवैध निर्माण/अवैध भूखण्ड पर अतिक्रमणधारी /भूखण्डधारियों को पांच दिवस का समय देते हुए स्वयं के स्तर से अवैध निर्माण हटाने के लिए सार्वजनिक नोटिस चस्पा किए गए और इस बाबत विज्ञापन दिए गए।
लोगों को खुद अतिक्रमण हटाने के लिए की समझाइश, काम कर दिया आसान
उक्त सेक्टर सडक़ में ध्वस्तीकरण से पूर्व जेडीए सचिव द्वारा चार टीमों का गठन किया गया और आपसी समझाइश के लिए इन टीमों ने मौके पर व्यापारियों के साथ सौहार्दपूर्ण वार्ता की सराहनीय सहयोग प्रदान किया। सेक्टर सडक़ में आ रहे अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण से पूर्व आयुक्त जेडीए की अध्यक्षता में टीम के साथ-साथ अन्य विभागों के साथ मीटिंग की गई और ध्वस्तीकरण से सम्बंधित निर्देश दिए गए जो कि काफी कारगार साबित हुए।
अभियान आठ दिनों के लिए प्रस्तावित था, शर्मा के नेतृत्व में 3 दिनों में ही पहुंचा अंजाम
पीआरएन उपायुक्त साउथ प्रथम व द्वितीय सुनिल कुमार शर्मा की कार्यप्रणाली एवं बेहतरीन लीडरशीप के तहत उनके द्वारा गठित टीम की बेहतरीन कार्यशैली के कारण अवैध निर्माण ध्वस्तीकरण की कार्यवाही 26 जून से 3 जुलाई यानि आठ दिनों तक प्रस्तावित थी लेकिन यह अभियान महज तीन दिनों में पूरा कर सुनील शर्मा और उनकी टीम ने कमाल कर दिखाया। शर्मा ने बताया कि ध्वस्तीकरण की सामूहिक कार्यवाही में सांगानेर की जनता का भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ और मीडिया का भी भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ।