ब्राह्मण समाज एवं सर्वसमाज के रीट परीक्षार्थियों के लिए लगाया नि:शुल्क सेवा शिविर, ब्राह्मण कर्मचारी समूह चौमूं ने की रहने-खाने और सोने सहित परिवहन की नि:शुल्क व्यवस्था
चौमूं। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान अजमेर के द्वारा आयोजित राजस्थान की सबसे बड़ी पात्रता परीक्षा-राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट)-2025 के लिए चौमूं कस्बे एवं आसपास के क्षेत्रों में बनाए गए सैकड़ों परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा देने के लिए न केवल प्रदेश से बल्कि राजस्थान के बाहर के परीक्षार्थी भी आए। परीक्षार्थियों और उनके साथ आने वाले अभिभावकों एवं छोटे बच्चों को किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े इसके लिए ब्राह्मण कार्मिक समूह के सदस्यों ने एक अनूठा सेवा शिविर खंडेलवाल धर्मशाला गढ़ गणेश मंदिर के पास चौमूं में लगाया। यहां पर प्रदेश एवं प्रदेश के बाहर से आए सर्व समाज के रीट परीक्षार्थियों के लिए इस समूह द्वारा नि:शुल्क रहने, खाने, सोने एवं परिवहन की व्यवस्था की गई। टीम के सदस्य नानग राम शर्मा ने बताया कि बाहर से आने वाली परीक्षार्थियों को होने वाली असुविधाओं को देखते हुए टीम के सदस्यों ने पूर्व में ही इस सेवा शिविर की योजना बना ली थी ताकि बस स्टैंड पर आकर इधर-उधर भटकने वाले सभी परीक्षार्थियों को रात्रि के समय सुरक्षित ठहराव एवं खाने-पीने की सुविधाओ का सामना न करना पड़े और वे निश्चिंत होकर परीक्षा दे सकें। चौमूं थाना अधिकारी प्रदीप शर्मा ने इन व्यवस्थाओं में अपना अमूल्य सहयोग दिया एवं व्यवस्थाओं का जायजा लेकर समूह द्वारा किए जा रहे इस सेवा कार्य को प्रशासन के लिए भी बहुत सहायक बताया। परीक्षार्थियों से बातचीत करने पर उनका कहना था कि कई सालों से प्रतियोगिता परीक्षाएं देने के लिए विभिन्न स्थानों पर जा रहे हैं परंतु चौमूं में ब्राह्मण कार्मिक समूह द्वारा की गई ऐसी व्यवस्था अत्यंत सराहनीय एवं प्रशंसनीय है।
देर रात से सेवा में लगी रही विभिन्न टीमें, हर व्यवस्था रही दुरुस्त
इस कार्य के लिए समूह के सदस्य हजारी लाल, मेघराज शर्मा, राजकुमार शर्मा, ब्रह्मदत्त शर्मा, अजय कुमार, डॉ.सांवरमल, मदन लाल शर्मा (मेरी बेटी फाउंडेशन), विनोद शर्मा, सुभाष चंद्र, विकास चूलेट, आनंद मिश्रा, राजेश, अनिल, कैलाश, रामकृष्ण, जयप्रकाश, राजेश, कमलेश, हिमांशु, जितेंद्र,अंकित आदि रात्रि 1.00 बजे तक आने वाले परीक्षार्थियों को बस स्टैंड से धर्मशाला तक पहुंचाने एवं उनके खाने-सोने की व्यवस्था में लगें रहें एवं सुबह तडक़े ही उनको परीक्षा केंद्रों पर सुगमता से पहुंचाने की व्यवस्था की। ब्राह्मण कार्मिक समूह की इस अनोखी पहल को न केवल स्थानीय लोगों ने बल्कि आने वाले शिक्षार्थियों ने भी खूब सराहा।