ईआरसीपी का विरोध करने वाले नेताओं को चूडियां पहनाएंगी महिलाएं

 

 

प्रधानमंत्री की अजमेर सभा से तीन दिन पहले 15 हजार से ज्यादा महिलाओं ने लिया ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित कराने का संकल्प

 

नांगल शेरपुर में बनेगा पूर्वी राजस्थान के सर्वसमाज का महिला हाईकोर्ट, किसान नेता रामनिवास मीना ने की घोषणा

 

- दीनदयाल सारस्वत -

 

टोडाभीम। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अजमेर में होने वाली सभा से तीन दिन पहले पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना किसान विकास समिति के तत्वावधान में रविवार को गांव नांगल शेरपुर में महिला पंचायत हुई, जिसमें 15 हजार से ज्यादा महिलाओं ने संकल्प लिया है कि ईआरसीपी का विरोध करने वाले नेताओं को महिलाएं चूडियां पहनाएंगी। महिलाओं ने शपथ ली कि वे चंबल का पानी नहरों के माध्यम से खेतों तक नहीं आने तक चैन से नहीं बैठेंगी। महिला पंचायत में मुख्य अतिथि पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना किसान विकास समिति के प्रदेशाध्यक्ष रामनिवास मीना ने घोषणा की कि महिलाएं बैठकर स्वयं सामाजिक स्तर पर न्याय करें, इसके लिए नांगल शेरपुर में पूर्वी राजस्थान के सर्वसमाज की महिलाओं का हाईकोर्ट बनाया जाएगा। आजादी के 75 साल बाद भी पूर्वी राजस्थान की महिलाओं को पानी उपलब्ध नहीं कराकर सरकारें अत्याचार कर रही हैं, अब ऐसे किसी भी अत्याचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 

ईआरसीपी के प्रति महिलाओं को एकजुट करने के लिए पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना किसान विकास समिति ने नांगल शेरपुर के खेल मैदान में रविवार को महिला पंचायत बुलाई। महिला पंचायत की खास बात यह रही कि इसका संचालन महिलाओं ने किया और महिलाएं ही वक्ता और महिलाएं ही श्रोता रहीं। किसान विकास समिति के महिला प्रकोष्ठ की प्रदेशाध्यक्ष संगीता गुर्जर के संचालन में हुई इस महिला पंचायत में करीब 25 से ज्यादा महिलाओं ने अपने विचार रखे। महिलाओं ने साफ शब्दों में कहा कि विधानसभा चुनाव में वोट मांगने आने वाले नेताओं को इस बार गांवों में नहीं घुसने दिया जाएगा। नेताओं से साफ कह दिया जाएगा कि पहले चंबल पानी नहरों के माध्यम से खेतों तक लेकर आओ, उसके बाद ही वोट के बारे में बोलने दिया जाएगा। महिलाओं ने ईआरसीपी नहीं तो वोट नहीं का नारा देते हुए कहा कि नेता पांच साल में एक बार गांव में आते हैं और किसी से काकी तो किसी से काका कहकर झूठ बोलकर वोट ले जाते हैं। अब हर हाल में ऐसे नेताओं को सबक सिखाया जाएगा। महिला पंचायत को प्रदेशाध्यक्ष संगीता गुर्जर के साथ जयपुर की कुसम देवी, आमेर की इंदिरा शर्मा, उरदैन की किरण राजपूत, दौसा की अनिता मीना, त्रिशूल की छात्रा सपना बैरवा, खेडी मेरेडा की कमला देवी, दौसा की मौसम मीना, पाडली की छोटी देवी, नांगल पहाडी की मगना देवी, महेन्द्रवाडा की कमलेश देवी, बांदीकुई की सरिता मीना, हिण्डौन की पुष्प मंगल, महस्वा की छात्रा कल्पना मीना, लखन बाई, पेंचला की रूपंती देवी, मांचडी की फूलवती, शंकरपुर डोरका की शांति देवी, राजौली की सीमा देवी, महवा की ममता देवी, खिरखिडा की निरमा देवी, मूडिया की वीरांगना निरूपमा, मुहाना की मीरा देवी, सुमन मीना सहित 25 से ज्यादा महिलाओं ने संबोधित करते हुए कहा कि चंबल का पानी जब तक नहरों के माध्यम से खेतों तक नहीं आएगा, वे शांत नहीं बैठेंगी। महिलाओं ने यह भी कहा कि चंबल के पानी को पूर्वी राजस्थान में आने से रोकने वाले नेताओं को चूडियां पहनाई जाएंगी। 

 

हजारों महिलाओं ने एक साथ ली चंबल के पानी के लिए शपथ 

 

महिला पंचायत में प्रदेशाध्यक्ष रामनिवास मीना के पहुंचने पर उपस्थित हजारों महिलाओं ने एक साथ हाथ आगे कर ईश्वर को साक्षी मानकर शपथ ली कि वे ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित कराने के लिए पूरी लगन और मेहनत से कार्य करेंगी। पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना किसान विकास समिति के प्रदेशाध्यक्ष रामनिवास मीना और मुख्य संयोजक रविन्द्र मीना की टीम द्वारा शुरू किए गए चंबल के पानी को नहरों के माध्यम से खेतों तक लाने के प्रयासों को सार्थक बनाने के लिए एक सच्चे सिपाही की भांति कार्य करेंगी और तब तक शांत नहीं बैठेंगी, जब तक ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं कर दिया जाए। 

 

नांगल शेरपुर में बनेगा पूर्वी राजस्थान का महिला हाईकोर्ट

 

प्रदेशाध्यक्ष रामनिवास मीना ने महिला पंचायत में घोषणा की कि पूर्वी राजस्थान के सर्वसमाज की महिलाएं एक स्थान पर बैठकर अपने ऊपर होने वाले अत्याचारों को रोकने के लिए स्वयं ही सामाजिक न्याय कर सकें, इसके लिए नांगल शेरपुर में महिला हाईकोर्ट बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पानी की समस्या से सर्वाधिक महिलाओं को ही जूझना पडता है। आजाद भारत में पानी उपलब्ध नहीं कराना सरकारों का अत्याचार नहीं तो क्या है। अब महिलाओं पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नांगल शेरपुर में पूर्वी राजस्थान के सर्वसमाज की महिलाओं के बनने वाले महिला हाईकोर्ट में महिलाएं की बैठकर सामाजिक न्याय की व्यवस्था को आगे बढाएंगी।