अनूपगढ़ जिला रद्द करने के बाद लोगों में भारी विरोध: अनूपगढ़ को पुनः जिला बनाने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट का घेराव किया

कल से अनूपगढ़ का बाजार अनिश्चितकालीन बंद कर अनिश्चितकालीन धरना लगाया जाएगा

लोगो ने भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कहा आमजन की जनभावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है 

 अनूपगढ़: अनूपगढ़ जिले को रद्द करने के बाद अनूपगढ़ जिले के अनूपगढ़ घड़साना रावला सहित क्षेत्र में भाजपा सरकार के खिलाफ लोगों में भारी आक्रोश नजरआया। सोमवार को जिले की विभिन्न मंडियों के लोगों ने कलेक्ट्रेट के सामने सभा का आयोजन किया। सभा के दौरान अनूपगढ़ जिला बचाओ संघर्ष समिति का गठन किया गया। इस समिति का अध्यक्ष पुनः एडवोकेट सुरेश बिश्नोई को बनाया गया है। कमेटी ने निर्णय लिया है कि मंगलवार से बाजार को अनिश्चितकालीन के लिए बंद किया जाएगा और कलेक्ट्रेट के सामने मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना लगाया जाएगा। विधायक शिमला नायक ने स्थानीय भाजपा के नेताओं पर निशाना साधते कहा कि राजस्थान सरकार के द्वारा अनूपगढ़ जिले को रद्द कर दिया गया है, मगर फिर भी भाजपा के स्थानीय नेताओं के द्वारा कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। सभा के बाद संघर्ष समिति के नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने एडीएम अशोक सांगवा को राजस्थान सरकार के नाम ज्ञापन सौंपकर अनूपगढ़ को पुनः जिला बनाने बनाने की मांग की है। इस दौरान मौके पर भारी पुलिस जाब्ता भी मौजूद। जिला रद्द किए जाने पर मंगलवार दोपहर 12 बजे अनूपगढ़ जिला कलेक्ट्रेट के सामने सभा का आयोजन किया गया। इस सभा में विधायक शिमला नायक सहित 365 हैड, रावला, घडसाना, अनूपगढ़, श्रीविजयनगर, रामसिंहपुर के लोग शामिल हुए। सभा में तमाम वक्ताओं ने भाजपा सरकार के साथ-साथ स्थानीय भाजपा नेताओं की भी निंदा की। वक्ताओं ने कहा कि स्थानीय भाजपा नेताओं के द्वारा जिला रद्द करने के बाद कोई भी बयान नहीं दिया गया और न हीं स्थानीय नेता जनता के बीच में आए हैं। विधायक शिमला नायक ने कहा कि अनूपगढ़ जिले का अंतिम छोर श्रीगंगानगर जिला हेडक्वार्टर से लगभग 250 किलोमीटर की दूरी पर है, फिर भी राजस्थान सरकार ने द्वेषतापूर्ण अनूपगढ़ जिले को रद्द किया है। भाजपा सरकार ने अनूपगढ़ की जनता के साथ धोखा किया है। किसान नेता सुनील गोदारा ने बताया कि राजस्थान सरकार ने आमजन के भावना के साथ खिलवाड़ किया है। अनूपगढ़ जिला बनने से यहां किसानों, व्यपारियो, छात्र, युवा, तथा आमजन को काफी फायदा था। अब जिला रद्द करने से अनुपगढ़ जिले के लोग 10 वर्षों के लिए पिछड़ जाएंगे। सभा के बाद लगभग ढाई बजे जिला बचाओ संघर्ष समिति के नेतृत्व में सभा में पहुंचे लोगों ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया, घेराव के दौरान अनूपगढ़ को जिला बनाने की मांग को लेकर लोगों ने जमकर नारेबाजी की। संघर्ष समिति के अध्यक्ष सुरेश बिश्नोई ने बताया कि अनूपगढ़ जिला बनने के लिए सभी मापदंड पूरे करता है, मगर फिर भी राजस्थान सरकार ने जिले को रद्द कर जिले की जनता के साथ अन्याय किया है। घेराव के दौरान एडीएम अशोक सांगवा को राजस्थान सरकार के नाम ज्ञापन सौंपकर अनूपगढ़ को पुनः जिला बनाने की मांग की है। ज्ञापन में बताया गया कि मांग को लेकर कल मंगलवार से अनूपगढ़ का बाजार अनिश्चितकालीन बंद किया जाएगा और वही कलेक्ट्रेट के सामने अनिश्चितकालीन धरना लगाया जाएगा।

राजस्थान सरकार के द्वारा जिन जिलों को रद्द किया गया है उनकी नोटिफिकेशन भी जारी कर दी गई है। सरकार के द्वारा जारी नोटिफिकेशन के बाद अनूपगढ़ जिला कलेक्ट्रेट में कर्मचारियों के द्वारा सामान को समेटना शुरू कर दिया गया है। इस मौके पर विधायक शिमला नायक, जिला बचाओ संघर्ष समिति अध्यक्ष एडवोकेट सुरेश बिश्नोई, किसान नेता सत्यप्रकाश सिहाग, घड़साना पंचायत समिति प्रधान प्रतिनिधि अशोक जाखड़, अनूपगढ़ वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुनील गोदारा, राजू जाट, सरपंच ताराचंद मेघवाल, सरपंच अशोक लीलड़, सरपंच विजय कुमार सीगड़,  वीरदीप सिंह, भजन लाल कामरा, पंचायत समिति सदस्य रामदेवी बावरी, एडवोकेट राकेश चांवरिया, यूथ कांग्रेस साहिल कामरा, पंचायत समिति सदस्य रीछपाल सिंह सतराणा, सरपंच राजेंद्र मेघवाल, नेता प्रतिपक्ष दीपक गोयल, वीरदीप सिंह, दिनेश सेतिया, जलन्धर सिंह तूर, कामरेड शोभा सिंह ढिल्लों, पूर्व प्रधान हरिराम मेघवाल ,कांग्रेस नेत्री सुमन ज्यानी, कांग्रेस वरिष्ठ नेता मलकीत सिंह, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष घड़साना दिलीप सिंह चोटिया, जिला परिषद सदस्य दिलीप मेघवाल, सुमित सुथार, कुलदीप गिल,सरपंच एलसी डाबला, पार्षद राजू चलाना सहित काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।