गरीबों के हक की भूमि पर काबिज हुए भूमाफिया..तत्कालीन विधायक और सरपंच पर गंभीर आरोप!

तत्कालीन विधायक बाबूलाल नागर पर भूमाफिया को सरंक्षण देने का आरोप, ग्रामीणों ने दूदू एडीएम को ज्ञापन देकर की इंसाफ दिलवाने की मांग 

ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि ग्राम बोराज के वार्ड नंबर 10 में स्थित गंगासागर कॉलोनी में 36 पट्टे, 1981 में चर्म उद्योग हेतु 150 वर्ग गज के पट्टे जारी किए गए थे।

दूदू। जिन जमीनों के पट्टों पर गरीबों का हक था, उन पर अब भूमाफिया की दबंगई के चलते गरीबों को अपने पट्टों से हाथ धोना पड़ रहा है। इन भूमाफियाओं ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सरपरस्ती में गरीबों की भूमि पर जबरन कब्जा कर लिया है। इस पूरे मामले में अपनी जमीनें खो चुके लोगों ने तत्कालीन विधायक पर भी भूमाफिया से मिलीभगत के गंभीर आरोप लगाए है। पूरा मामला जुड़ा है ग्राम बोराज के वार्ड नंबर 10 में स्थित गंगासागर कॉलोनी का। इस कॉलोनी में 150 वर्ग गज के 36 पट्टे, 1981 में चर्म उद्योग के लिए जारी किए गए थे। जिन्हें पट्टे आवंटित हुए थे उन्होंने इस प्रकरण में अपनी पीड़ा सुनाते हुए बताया कि ग्राम पंचायत द्वारा उन्हें इन पट्टों का कब्जा संभलाया गया था। तभी से उनका कब्जा चला आ रहा था। लेकिन, वर्ष 2008 में तत्कालीन विधायक बाबूलाल नागर के प्रभाव से भूमाफियों ने मारपीट का भय दिखाकर एवं डरा धमका कर उन्हें कब्जा शुदा प्लाटों से बेदखल कर दिया। इस बाबत ग्रामीणों ने एडीएम को ज्ञापन सौंपा है और बताया कि अधिकांश व्यक्तियों को पट्टे जारी किया जा चुके है और कुछेक लोगों को पट्टा देने की प्रक्रिया पूर्ण कर पट्टा देना शेष है। पट्टों की पत्रावलियां ग्राम पंचायत में सुरक्षित है, जिनमें पट्टा जारी करना ही शेष रहे थे। पट्टा धारियों ने 13-14 भूमाफियों द्वारा सम्पूर्ण गंगा सागर कॉलोनी की आबादी भूमि को पट्टों की सीमा से डबल/तिबल भूमि पर कब्जा कर लेने से अन्य पट्टा धारियों के हिस्से की भूमि हड़प कर नाजायज, तरीके से कब्जा कर लिए की शिकायत दर्ज करवाई थी।

इन गरीबों को पट्टे जारी होने के बावजूद भूखण्ड से रहना पड़ा वंचित 

ग्रामीणों द्वारा एडीएम को जो ज्ञापन सौंपा गया है उनमें उनके नाम भी बताए गए है जो पट्टे होने के बावजूद भूखंड से वंचित रह गए है। सूची के अनुसार रामपाल पुत्र मंगलाराम राम रैगर, रामेश्वर पुत्र सुवाराम रैगर, रूपा राम पुत्र गणेश राम रैगर, मांगुराम पुत्र चन्द्रा राम रैगर, सूखा राम पुत्र कालूराम रैगर, लाला पुत्र भूराराम रैगर, जगन्नाथ पुत्र गणेश राम रैगर, भूरा पुत्र डूंगाराम रैगर, छीतर राम पुत्र बंगाराम रैगर, लालाराम पुत्र भूरा राम रैगर, भंवर लाल पुत्र भैरू राम रैगर, छित्तर राम पुत्र भूरा राम रैगर, लालाराम पुत्र गणेशराम रैगर, उगमाराम पुत्र मंगलाराम रैगर, छीतर पुत्र चन्द्रा रैगर, रूपनारायण पुत्र सुवाराम रैगर, भूरा पुत्र डूंगा रैगर, नाथू पुत्र डूंगा रैगर, भोमा राम पुत्र उद्दा राम रैगर, कालू पुत्र हीरा रैगर, रामपाल पुत्र मोटा रैगर, नन्दराम पुत्र खांगा को पट्टे जारी होने के बावजूद भी भूखण्ड से वंचित रहना पड़ रहा है।

ग्रामीणों ने तत्कालीन सरपंच पर लगाए भूमाफिया से मिलीभगत के आरोप

ग्रामीणों ने बताया कि तत्कालीन सरपंच प्रेमचंद टेलर द्वारा आदतन अपराधी रामपाल जाटोलिया वार्ड पंच वर्ष 1997 एवं वार्ड पंच शंकर लाल गोडवाल 2008 के कार्यकाल में उपरोक्त व्यक्तियों के परिवारजनों को दूसरी पट्टेदारी व्यक्तियों के वर्ष 1981 में सरपंच  दुर्गा दास ठाकुर द्वारा जारी किए गए पट्टों को बिना खारिज करें ही असंवैधानिक रूप से गंगासागर कॉलोनी बैगस रोड बोराज में पट्टे जारी कर दिए है। पंचायत के तत्कालीन सरपंच और वार्ड पंच ने लोगों के पट्टे पर पट्टा बनाकर गरीब निर्धन लोगों के हक को छीन लिया है। ग्रामीणों ने ज्ञापन में वंचित व्यक्तियों को कब्जा दिलवाकर आरोपियों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही करवाने की करने की मांग की है।