राहुल बोले- जीडीपी गिरी, महंगाई बढ़ी

भारतीय अर्थव्यवस्था का फायदा सिर्फ गिने-चुने अरबपतियों को; बेरोजगारी ने 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ा

दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता और वायनाड सांसद राहुल गांधी ने रविवार को एस पोस्ट में भारत की जीडीपी वृद्धि दर के दो साल में सबसे कम होने पर चिंता जताई। उन्होंने लिखाजब तक मुठीभर अरबपतियों को इसका लाभ मिलता रहेगा, तब तक देश की अर्थव्यवस्था आगे नहीं बढ़ सकती। उन्होंने लिखा- भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट दो साल में सबसे नीचे 5.4त्न पर आ गई है। बात साफ है भारतीय अर्थव्यवस्था तब तक तकी नहीं कर सकती जब तक इसका फायदा सिर्फ गिने-चुने अरबपतियों को मिल रहा हो। किसान, मजदूर,मध्यमवर्ग और गरीब तरह-तरह की आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं। राहुल ने कहा कि डॉलर के मुकाबले रुपया 84.50 के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। बेरोजगारी पहले ही 45 सालों का रिकॉर्ड तोड़ चुकी है। पिछले 5 सालों में मजदूरों,कर्मचारियों और छोटे व्यापारियों की आमदनी या तो ठहर गई है या काफी कम हो गई है। राहुल का ये बयान देश की देश की जीडीपी ग्रोथ घटने पर आया है। विा वर्ष 2025 की जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ घटकर 5.4त्न पर आ गई है। ये 7 तिमाहियों में सबसे धीमी ग्रोथ है। मैन्युफैचरिंग सेटर के खराब प्रदर्शन के कारण जीडीपी ग्रोथ धीमी हुई है।राष्ट्रीय सांख्यिकी  कार्यालय ने 29 नवंबर को यह डेटा रिलीज किया था।

राहुल ने एस पोस्ट में शामिल मुद्दे...
खुदरा महंगाई दर बढक़र 14 महीने के हाई लेवल 6.21%पर पहुंच गई है। पिछले साल अटूबर की तुलना में इस साल आलू और प्याज की कीमत लगभग 50% बढ़ी।आमदनी कम होने से मांग में भी कमी आई है। 10 लाख से कम कीमत वाले कारों की बिकी में हिस्सेदारी घटकर 50% से कम हो गई है, जो 2018-19 में 80%थी। सस्ते घरों की कुल बिक्री में हिस्सेदारी घटकर करीब 22% रह गई है, जो पिछले साल 38% थी। एफएमसीजी प्रोडट्स की मांग पहले से ही कमहोती जा रही है। कॉरपोरेट टैस का हिस्सा पिछले 10 सालों में 7%कम हुआ है, जबकि इनकम टैस 11%बढ़ा है। नोटबंदी और जीएसटी की मार से अर्थव्यवस्था में मैन्युफैचरिंग का हिस्सा घटकर 50 सालों में सबसे कम सिर्फ 13% रह गया है। ऐसे में नई नौकरियों के अवसर कैसे बनेंगे?