दावोस। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने विश्व आर्थिक मंच में भारत के जल सुरक्षा और स्वच्छता से जुड़े परिवर्तनकारी प्रयासों को प्रस्तुत किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने जल और स्वच्छता से जुड़े वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने और सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने की अपनी प्रतिबद्धता को दावोस में प्रमुखता से प्रदर्शित किया। 24 जनवरी को आयोजित “जल सुरक्षा के भविष्य के लिए वैश्विक सहयोग” विषयक सत्र में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, प्रमुख जल विशेषज्ञ और दुनियाभर से 300 से अधिक लोगों ने भाग लिया। पाटिल ने इस सत्र में भारत की जल सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए की गई पहलों को साझा किया। 25 जनवरी को सी.आर. पाटिल ने विश्व आर्थिक मंच में भारत की जल और स्वच्छता से जुड़ी सफलता की कहानियों को साझा किया। उन्होंने बताया कि भारत, दुनिया के सबसे बड़े कार्यक्रमों को लागू कर रहा है, जिनमें ग्रामीण घरों तक पीने का पानी पहुंचाना, ग्रामीण स्वच्छता और नदियों का पुनर्जीवन शामिल है।उन्होंने जल जीवन मिशन की उपलब्धियों का उल्लेख किया, जिसके तहत 15 करोड़ ग्रामीण घरों तक नल के माध्यम से स्वच्छ पानी पहुंचाया गया है। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन की भी चर्चा की, जिसके तहत 12 करोड़ से अधिक शौचालयों का निर्माण हुआ है, जिससे सार्वजनिक स्वास्थ्य और सम्मान में सुधार हुआ है। पाटिल ने “वसुधैव कुटुंबकम” के सिद्धांत के तहत भारत की वैश्विक साझेदारी और सतत विकास के प्रति प्रतिबद्धता को सुदृढ़ किया।
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