‘पूर्व सीएम’ हो गए केजरीवाल..दिल्ली में अब ‘आतिशी सरकार’!

अपने वादे के अनुसार अरविंद केजरीवाल ने एलजी को सौंपा इस्तीफा, नई मुख्यमंत्री के रूप में आतिशी मार्लेना ने किया सरकार बनाने का दावा पेश

48 घंटों से चल रहे सियासी ड्रामे का पटाक्षेप नहीं बल्कि ‘नए गेम’ की शुरूआत, एक तीर से केजरीवाल ने साध लिए कई निशाने; अब चुनाव का इंतजार

नई दिल्ली। आखिरकार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अरविंद केजरीवाल ने एलजी के आवास पर अपना इस्तीफा सौंपा। उनके साथ दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री आतिशी भी मौजूद थी। केजरीवाल के इस्तीफे के साथ ही अब दिल्ली में आतिशी पारी शुरू होने वाली है। मंगलवार को आम आदमी पार्टी के विधायक दल ने आतिशी को अपना नेता चुना और आतिशी ने केजरीवाल के प्रति पूरी निष्ठा दिखाई। यहां तक की फूल मालाओं और बधाईयों के लिए भी आतिशी ने समर्थकों से मना कर दिया। दिल्ली में बीते 48 घंटे से चल रहा सियासी ड्रामा अब खत्म हो चुका है। 
केजरीवाल के इस्तीफा देने के बाद विधायक दल की नेता आतिशी ने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री बनने के बाद अपने दो प्रमुख कामों को भी बताया। अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा देने के बाद आतिशी ने कहा कि दिल्ली के लोकप्रिय सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ पिछले दो साल से बीजेपी की सरकार ने दुष्प्रचार किया। फर्जी आरोप लगाए। केंद्र सरकार ने झूठे मुकदमे में 6 महीने तक जेल में रखा। आतिशी ने कहा सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को जमानत देते हुए केंद्रीय एजेंसी पर सख्त टिप्पणी की। आतिशी ने कहा कि कोई और नेता होता तो तुरंत सीएम की कुर्सी पर बैठ जाता। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने जो फैसला लिया है वो देश-दुनिया के लोकतांत्रिक इतिहास में लिया है। आतिशी ने कहा कि पूरी दिल्ली के लोग अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे से दुखी हैं। आतिशी ने कहा कि लोग आने वाले चुनाव में फिर से उन्हें कुर्सी पर बिठाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल जैसा सीएम नहीं होगा तो लोगों को मुफ्त बिजली, मुफ्त शिक्षा, महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा नहीं मिलेगी।


नई मुख्यमंत्री आतिशी का इन दो कामों पर होगा फोकस
आतिशी ने कहा कि सीएम बनने के बाद दो काम करेंगी। उन्होंने कहा कि जब तक चुनाव नहीं होता तब तक केजरीवाल ने मुझे यह जिम्मेदारी दी है। पहला, यह मुहिम चलाना कि कैसे केजरीवाल को दिल्ली का फिर से मुख्यमंत्री बनाया जाए। दूसरा जब तक दिल्ली में चुनाव नहीं होते तब बीजेपी का षड्यंत्र रोकना कि दिल्ली के लोगों की फ्री बिजली और अच्छी शिक्षा को बंद ना कर दें। इसलिए हमने एलजी से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया है।

मुझे बधाई न दें..सीएम चुने जाने के बाद बोलीं आतिशी-मैं दुखी हूं
विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद पहली प्रेस वार्ता में आतिशी ने कहा कि मैं अरविंद केजरीवाल के मार्गदर्शन में काम करूंगी। दिल्ली की दो करोड़ जनता मिलकर मेहनत करेगी और  केजरीवाल को दोबारा मुख्यमंत्री बनाएंगे। आतिशी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल और आप ने मुझे बहुत बड़ी जि़म्मेदारी दी है। ये सि$र्फ और सि$र्फ आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में हो सकता है कि एक फस्र्ट टाइम पॉलिटिशियन को मुख्यमंत्री बना दिया जाए। मेरे नेता को ये पद छोडऩा पड़ रहा है, दुख हो रहा है, मुझे बधाई ना दें। मुझे माला ना पहनाएं। अरविंद केजरीवाल पर भ्रष्टाचार के झूठे आरोप लगाए गए हैं।


हरियाणा के साथ केजरीवाल ने आतिशी को सीएम बनाकर साध ली आधी आबादी
सियासत में अरविंद केजरीवाल को नए प्रयोगों के लिए जाना जाता है। दिल्ली के मुख्यमंत्री को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे। मीडिया में कई चेहरों का नाम सामने आया। राजनीतिक जानकार भी नए सीएम के नाम को लेकर उलझन में थे। केजरीवाल ने ऐसा कुछ नहीं किया, बल्कि उन्होंने सीधे ही 47.1 करोड़ वोटरों का दांव खेल दिया। देश में महिला वोटरों की संख्या 47 करोड़ से ज्यादा है। केजरीवाल ने अचूक रणनीति का परिचय देते हुए आतिशी को मुख्यमंत्री बनाकर देशभर की महिला वोटरों को साधने का काम किया है। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, दिल्ली के नए सीएम के लिए कई नाम चल रहे थे। इनमें आतिशी, राखी बिडलान, कुलदीप सिंह, कैलाश गहलौत, गोपाल राय व सौरभ भारद्वाज आदि नेता शामिल थे। सूत्रों का कहना है कि खुद केजरीवाल ने आतिशी का नाम पीएसी में रखा था। यह एक ऐसा नाम था, जिस पर पीएसी के सभी सदस्य सहमत थे। सीएम पद के लिए आतिशी का नाम आगे करने के पीछे केजरीवाल की मंशा, दूर का लक्ष्य साधना था। उन्होंने एक ऐसी महिला का नाम आगे किया, जिन पर कोई आरोप नहीं था। शिक्षा के क्षेत्र में उनके द्वारा शुरु की गई पहल को विदेशों में भी सराहना मिली थी। आतिशी ने उस वक्त अपनी जिम्मेदारी का प्रभावी तरीके से निर्वहन किया, जब दिल्ली के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री, दोनों ही जेल में बंद थे। आतिशी ने एक बेहतरीन प्रशासक के तौर पर अपनी छाप छोड़ी है। दूसरा, सबसे बड़ा फैक्टर, वे महिला हैं। ऐसे में अरविंद केजरीवाल ने आतिशी को सीएम बनाकर देशभर की महिलाओं को साधने का प्रयास किया है। 


भाजपा बोली- आतिशी अर्बन नक्सल सोच की समर्थक, अफजल गुरु विवाद में भी लगाए गंभीर आरोप
आतिशी मार्लेना को नए मुख्यमंत्री के रूप में पेश कर आम आदमी पार्टी ने बड़ा दांव खेला है। माना जा रहा है कि इसके जरिये पार्टी महिलाओं के बीच अपनी पकड़ मजबूत कर सकेगी। आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी के लिए यह कार्ड तुरुप का पत्ता साबित हो सकता है। लेकिन आतिशी का नाम सामने आते ही भाजपा आम आदमी पार्टी नेता आतिशी मार्लेना पर हमलावर हो गई है। पार्टी ने आतिशी मार्लेना पर अर्बन नक्सली विचारधारा का समर्थक होने का आरोप लगाया है। पार्टी के अनुसार, आतिशी मार्लेना के माता-पिता संसद हमले के आरोपी अफजल गुरु को बचाने की कोशिश करने के आरोपी हैं। भाजपा ने आतिशी मार्लेना पर शराब घोटाले पर एक श्वेत पत्र जारी करने की भी मांग की है। आतिशी मार्लेना इस समय भी शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। लेकिन भाजपा का आरोप है कि इसी बीच नवीं कक्षा के एक लाख और ग्यारहवीं कक्षा के 54 हजार बच्चों को केवल इसलिए फेल कर दिया गया है, जिससे दिल्ली के सरकारी स्कूलों का रिकॉर्ड बेहतर दिखाया जा सके। पार्टी के अनुसार, जल मंत्री के रूप में भी आतिशी मार्लेना कोई प्रभाव छोडऩे में नाकाम साबित हुई हैं।