एसकेएन कृषि विश्वविद्यालय में हुआ ‘एक पेड़ मां के नाम’ पौधारोपण  कार्यक्रम आयोजित

कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने लिया बढ़-चढक़र हिस्सा, कुलपति डॉ. बलराज सिंह ने अभियान को बताया सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में बड़ा कदम 

जोबनेर। श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय, जोबनेर में ‘एक पेड़ मां के नाम’ वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन हुआ। श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बलराज सिंह ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि इस अभियान का उद्देश्य सिर्फ पर्यावरण संरक्षण नहीं है, बल्कि यह मातृशक्ति को सम्मान देने का एक अनूठा प्रयास भी है। हम सभी जानते हैं कि मां हमें जीवन देती है, हमें प्यार और संरक्षण देती है। उसी प्रकार, पेड़ हमें स्वच्छ हवा, छाया और अनेक जीवनदायिनी सुविधाएं प्रदान करते हैं। इसलिए, एक पेड़ को मां के नाम समर्पित करना, वास्तव में प्रकृति और मातृत्व को एक साथ सम्मानित करना है। साथ ही डॉ. बलराज सिंह ने सभी को प्रतिवर्ष 2 पौधे लगाने का भी संकल्प दिलाया।
इस अवसर पर आईपीएस डॉ. विष्णु कांत राजस्थान ने बताया कि पेड़ पौधे पृथ्वी का जीवन है और हम सभी उन पर आश्रित हैं। हम पेड़ पौधों की वजह से ही सांस लेते हैं। पौधे हमारे लिए 80 फीसदी तक भोजन और 98 फीसदी तक ऑक्सीजन उत्पादित करते हैं। लेकिन, आज के दौर में मानव हस्तकक्षेप पौधों के जीवन को नुकसान पहुंचा रहा है जिसके कारण वातावरण में कई बदलाव देखे जा रहे हैं जो मानव के लिए हानिकारक है। रमाकांत गुप्ता , आईजी पुलिस, जयपुर, राजस्थान ने बताया कि वृक्षों की कमी के कारण दिन-ब-दिन तापमान बढ़ता जा रहा है जिसके चलते आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो रहा है ऐसे में बढ़ते तापमान को नियंत्रित करने के लिए अधिक से अधिक पौधारोपण किया जाए।
महाविद्यालय के अधिष्ठाता एवं संकाय अध्यक्ष, डॉ. एमआर चौधरी ने बताया कि यह वृक्षारोपण कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण पहल है जो न केवल हमारे पर्यावरण को सुधारने में मदद करेगी, बल्कि हमारे जीवन को भी बेहतर बनाएगी। सहायक निदेशक छात्र कल्याण संयोजक डॉ. गजानंद जाट व लैंडस्कैपिंग प्रभारी डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि पौधारोपण करने के साथ उनका संरक्षण भी जरूरी है जब तक वह एक वृक्ष का रूप ना ले इसकी देखभाल करें। कृषि महाविद्यालय जोबनेर के एनसीसी इकाई प्रभारी लेफ्टिनेंट डॉ. बीएल दूधवाल, एनएसएस इकाई प्रभारी डॉ. बीएस चंद्रावत व एनएसओ प्रभारी डॉ. नरेंद्र ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान तीनों इकाइयों ने मिलकर जामुन, कचनार, करंज, गुड़हल, चंपा, अशोक, मॉलसरी, चांदनी एवं बोगनविलिया इत्यादि के लगभग 668 पौधे महाविद्यालय परिसर में लगाए जिनकी देखभाल भी विधार्थी स्वयं करेंगे। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के निदेशक अनुसंधान डॉ. एमएल जाखड़, वित्त नियंत्रक बीएल बंजारा, डेयरी कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ. महेश दत्त, डॉ. एसी शिवरान, डॉ. शैलेश गोदिका, डॉ. आईएम खान, डॉ. अख्तर हुसैन, डॉ. एमके शर्मा व डॉ. केके शर्मा सहित लगभग 300 विद्यार्थियों ने भाग लिया।