इस बार आंसुओं की भी बरसात..  जयपुर में ‘जल का जानलेवा जलजला’!

राजधानी में बारिश का 12 साल का रिकॉर्ड टूटा, अधिकांश तस्वीरें हर साल जैसी लेकिन बेपरवाही ने छीन ली जिंदगियां

विश्वकर्मा क्षेत्र में बेसमेंट में डूबने से दो बच्चियों सहित तीन की मौत, बगरू में नाले में बहा बालक

हर बार की तरह इस बार भी पूरा सिस्टम बेबस और आम जनता त्रस्त, प्रदेशभर से आ रही डरा देने वाली खबरें; ‘अभी तो सावन बाकी है’

जयपुर। राजधानी में बीते 30 घंटों से जारी रिकॉर्ड तोड़ बारिश ने ‘जलजला’ ला दिया है। तैरती कारों और हर जगह फेल हुए हुए डे्रनेज सिस्टम की तस्वीरें तो हर साल जैसी ही है लेकिन इस बार ‘जल का जलजला’ जानलेवा हो गया है। सबसे ज्यादा डराने वाली तस्वीरें आई है राजधानी के विश्वकर्मा क्षेत्र स्थित ध्वज नगर से जहां दिल्ली हादसे की तरह ही बेसमेंट में तीन जिंदगियां फंस गई और काल का ग्रास बन गई। पूरे मामले के अनुसार 25 साल पहले बिहार के आरा निवासी अशोक सैनी और बैजनाथ सैनी ने ध्वज नगर में प्लॉट नंबर 94-95 लिया था। यहां पर उन्होंने मकान बनाया था। समय के साथ सडक़ बनी। सडक़ इतनी बनी की उनका दो मंजिला मकान बेसमेंट बन गया। इस कॉलोनी में सभी घरों की यही स्थित है। बुधवार रात को बारिश आने से अशोक के घर के पीछे वाले मकान में पानी भर गया। इससे दीवार टूटी और एकाएक सडक़ का पानी पीछे और आगे से उनके घर में घुस गया। इस दौरान अशोक की बेटी पूजा सैनी (19) और दोहिती पूर्वी (6) पुत्री हटवारु सैनी बेसमेंट में सो रही थी। बेसमेंट में पानी भरने से दोनों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला और उनकी मौत हो गई। वहीं, अशोक के घर के बाद पानी बैजनाथ के घर में घुसा, जहां पर बैजनाथ का 23 साल का लडक़ा कमल शाह था। बेसमेंट में भरे पानी से उसकी भी मौत हो गई। दो मंजिला घर सडक़ से महज 6 फीट ऊंचाई पर है, जो करीब 20 फीट का है। घर में 15 फीट तक पानी भर गया था। अशोक और बैजनाथ जयपुर में फैक्ट्री में काम करते हैं।


भाई बोला- भाभी, मां-बाप को बाहर निकाला, खुद नहीं निकल पाया
कमल के छोटे भाई गोविंद ने बताया- पूरे घर में कॉलोनी का पानी भर गया था। अचानक हुए इस हादसे के बाद कमल घर में मौजूद लोगों को बाहर निकालने लगा। मेरी भाभी भी प्रेग्नेंट थी, भाई ने भाभी और मां-बाप को घर से बाहर निकाला। वह अंदर से बाहर आने की कोशिश में ही था। तभी अचानक तेजी से पानी घर में घुसा और न जाने क्या हुआ कि भाई अंदर ही रह गया। गोविंद ने कहा- मैं प्रशासन से चाहता हूं कि इस तरह की बदहाल व्यवस्था को जल्द से जल्द दुरुस्त किया जाए। ताकि भविष्य में इस तरह का हादसा न हो।


सडक़ का कद इतना बढ़ गया कि दो मंजिला मकान बन गया बेसमेंट
हमारा समाचार की टीम ने जब मौके पर जाकर तस्दीक की तो पाया कि इस कॉलोनी में सडक़ का निर्माण काफी ऊपर तक हो गया है। इससे मकान बेसमेंट में तब्दील हो गए। इसके कारण यहां पर पानी भरा। यहां पुराने मकान हैं, उनकी हालत जर्जर है। मकान रोड से काफी अधिक नीचे होने के कारण कॉलोनी का पानी भर गया। इससे कुछ लोग तो बाहर निकल सके। कुछ समय पर बाहर नहीं निकले। बारिश के बाद पीछे खाली प्लॉट का पानी प्लॉट नंबर 94 और 95 में भरने लगा था। इससे दोनों मकान के बीच बनी दीवार ढह गई। अचानक हुए हादसे के बाद उस वक्त घर में मौजूद 20 से 25 लोग बाहर निकलने की कोशिश करने लगे। इस पूरे घटनाक्रम में तीन लोग घर में ही फंस गए, जिनकी मौत हो गई है।

सीएम ने की मदद की घोषणा, डिप्टी सीएम ने कहा-करेंगे समाधान
घटना के बाद सीएम भजनलाल शर्मा ने मृतकों के परिवार को 5-5 लाख रुपए आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। इसमें 4 लाख रुपए आपदा राहत कोष से दिए जाएंगे। वहीं एक लाख रुपए मुख्यमंत्री सहायता कोष से दिए जाएंगे। वहीं डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने कहा- इस समस्या पर पहले से ध्यान देते तो आज यह स्थिति नहीं होती। भाजपा के सरकार में आते ही इस पर काम शुरू कर दिया है। ड्रेनेज वाले काम का शिलान्यास किया था। बारिश के सीजन के बाद काम शुरू हो जाएगा, जिससे आगे यह समस्या नहीं रहेगी।


पूरा शहर ही हुआ ‘पानी-पानी’, हर जगह दिखी बदहाली और बेबसी 

एक बारिश ने राजधानी के हालात इस कदर बदतर कर दिए कि सिस्टम सहित हर आम जन बेबस नजर आया। घरों-दुकानों के बेसमेंट में पानी भर गया और सडक़ें पानी से लबालब हो गई। सडक़ों पर बाइक, कार और बसें डूबी नजर आईं। सडक़ धंसने से फंसी गाडिय़ों को निकालने पहुंची जेसीबी भी गड्ढे में फंस गई। जयपुर के खातीपुरा रोड पर बारिश के बाद हालात भयावह हो गए। बेसमेंट की दुकानों में तीन से चार सीट तक पानी भर गया। लोग पंप मंगवाकर पानी खाली करवा रहे हैं। जयपुर के चारदीवारी इलाके में मानसून की मूसलाधार बारिश के बाद सडक़ें तालाब बन गई। चांदी की टकसाल, कवर नगर, सुभाष चौक, जोरावर सिंह गेट समेत चारदीवारी के प्रमुख बाजारों में दो से तीन फीट तक पानी भर गया। अजमेर रोड स्थित कमला नेहरू नगर में सडक़ पर 3 फीट तक पानी भर गया। इससे सडक़ पर चलने वाली कार पानी में तैरने लगी। 

बगरू में नाले में बहा 15 साल का किशोर, 6 घंटे बाद मिला शव
एक अन्य घटना बगरू के छीपा मोहल्ले की है। यहां रहने वाला पीयूष आचार्य (15) अपने दोस्तों के साथ सडक़ पर चल रहा था। इस दौरान उसका पैर फिसला। वह नाले में जा गिरा। उसके साथ चल रहे दोस्तों ने उसे पकडऩे की कोशिश की। लेकिन हाथों से निकल गया। यह पूरी घटना पास में दुकान पर लगे सीसीटीवी कैमरा में कैद हो गई। बच्चा सडक़ पर अपनी कॉलोनी के दोस्तों के साथ पानी में खेल रहा था। सडक़ पर बना नाला करीब 5 फीट गहरा और 3 फीट चौड़ा है। नाले के ऊपर रखा हुआ कवर हट गया था। इससे नाले में पानी भंवर की तरह जाने लगा। बच्चा उस भंवर को पास से देखने के चक्कर में पास गया था, उसमें गिर गया। किशोर का शव करीब 6 घंटे बाद मिल सका। 


बारिश और जलजमाव के बीच सीएम भजनलाल ने ली आपदा प्रबंधन की बैठक, अधिकारियों को दिए निर्देश

बारिश के बाद उपजी विपरित परिस्थिति को हैंडल करने के लिए गुरुवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने आपदा प्रबंधन की एक बैठक ली। बैठक में सीएम ने अधिकारियों के आमजन को तुरंत राहत दिलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी फील्ड पर जाकर स्थिति का जायजा लें। आपदा की स्थिति में आमजन को तुरंत राहत सुनिश्चित करें। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मानसून सीजन में पुराने एवं जर्जर भवनों का पूर्व में ही चिन्हीकरण कर लें, जिससे किसी भी प्रकार की क्षति को समय से रोका जा सके। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए चिकित्सा सुविधाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करें, साथ ही पशुधन में होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए भी उचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि आपदा नियंत्रण के लिए स्थापित कंट्रोलरूम को 24 घंटे संचालित किया जाए। वहां आ रही प्रत्येक शिकायत का शीघ्र समाधान किया जाए। 

आज भी कई जिलों में भारी बारिश की आशंका, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट 
प्रदेश के कई जिलों में हो रही झमाझम बारिश कभी-भी भारी बारिश में बदल सकती है। मौसम विभाग ने प्रदेश के लोगों को अलर्ट मोड पर रहने की सलाह दी है। मौसम विभाग से मिले पूर्वानुमान के बाद प्रशासन ने कमर कस ली है। उसने अपने स्तर पर सारी तैयारियां मुकम्मल कर ली है। अगर बारिश की वजह से कहीं भी आपातकालीन स्थिति पैदा हुई, तो प्रशासन के पास इससे निपटने के लिए पूरे संसाधन मौजूद हैं। प्रतिकूल स्थिति में किसी भी व्यक्ति को कोई परेशानी न हो, इसके लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने कहा कि अभी कई जिलों में मध्यम बारिश देखने को मिल रही है। लेकिन, इस बात के पूरे आसार हैं कि आने वाले दिनों में भारी बारिश होगी। उत्तर पूर्वी राजस्थान की दिशा में मानसून सक्रिय हो चुका है। अगले चौबीस घंटे में उत्तर पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश देखने को मिल सकती है। उन्होंने आगे कहा कि अजमेर और जयपुर में भी आगामी दिनों में भारी बारिश देखने को मिल सकती है।