अब जयपुर में बाल श्रम पर लगने लगी लगाम..जिला कलक्टर की पहल पर ताबड़तोड़ एक्शन!

बीते कुछ ही दिनों में विभिन्न कार्रवाइयों में कई नाबालिगों को बाल श्रम के चंगुल से छुड़वाया, अधिकांश कार्रवाई शास्त्रीनगर और भट्टाबस्ती थाना क्षेत्र में हुई

ताजा कार्रवाई में बालश्रम टास्क फोर्स ने ऑटोमोबाइल रिपेयर की दुकानों पर काम कर रहे 11 बाल श्रमिकों को करवाया मुक्त, अब बंधक बनाकर रखे गए मासूमों के चेहरे पर लौटी मुस्कान

जयपुर। जिला कलक्टर की पहल से अब राजधानी में बालश्रम पर लगाम लगने लगी है। बीते चंद ही दिनों में ताबड़तोड़ कार्रवाई से कई मासूमों को उनकी मुस्कान और जिंदगी वापिस मिली है। ताजा कार्रवाई में जिला बालश्रम टास्क फोर्स ने जयपुर में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया और ऑटोमोबाइल रिपेयर की दुकानों पर काम कर रहे 11 बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया। जिला कलेक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है। वरिष्ठ श्रम निरीक्षक अंकिता महर्षि ने बताया कि जिला बालश्रम टास्क फोर्स ने रविवार को जयपुर के ट्रांसपोर्ट नगर में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। टास्क फोर्स ने ऑटोमोबाइल रिपेयर की 7 दुकानों पर छापा मारा। यहां बच्चे काम करते हुए मिले। टास्क फोर्स ने यहां काम कर रहे 11 बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया। मुक्त करवाए गए सभी बाल श्रमिकों की आयु 11 से 15 वर्ष के बीच हैं। वरिष्ठ श्रम निरीक्षक अंकिता महर्षि ने बताया कि मुक्त करवाये गए बाल श्रमिकों को परामर्श एवं अस्थाई संरक्षण के लिए गांधी नगर स्थित बाल कल्याण समिति की टीम को सुपुर्द किया गया है। ऑटोमोबाइल की दुकान पर काम करने से बच्चों के हाथ काले हो गए थे और कुछ बच्चों के हाथों में कट भी लगे हुए थे। इसके बावजूद भी उनसे काम करवाया जा रहा था। अंकिता महर्षि ने बताया कि बाल श्रम से मुक्त कराए गए अधिकतर बच्चे जयपुर के रहने वाले हैं और कुछ बच्चे अन्य जिलों के भी हैं। उन्होंने बताया कि सभी बच्चों की काउंसलिंग की जाएगी। रेस्क्यू कार्रवाई के दौरान बचपन बचाओ आंदोलन एवं प्रयास संस्था के प्रतिनिधि, श्रम निरीक्षक राहुल सपलानिया एवं ट्रांसपोर्ट नगर थानाधिकारी राजेश बाफना मय पुलिस जाब्ता मौजूद रहे।

जयपुर जिले में लगातार जारी है एक्शन, कई बच्चों को चंगुल से छुड़वाया
दरअसल, जिला जयपुर में इससे पहले भी बालश्रम के खिलाफ लगातार एक्शन जारी है। अभी हाल ही में कई बच्चों को बाल श्रम के चंगुल से छुड़वाया गया है। जानकारी के अनुसार थाना रामगंज क्षेत्र में एक बालक के ढाबे पर काम करने की सूचना प्राप्त हुई थी। जिसके उपरांत बिहार निवासी बालक सुधीर कुमार पुत्र भरत राय को मुक्त करवाया गया। इस बालक से सुबह 10 से रात 12 तक ढाबे पर रोटी सेंकने का कार्य करवाया जाता था। इसी प्रकार पुलिस थाना शास्त्रीनगर के क्षेत्राधिकार में चूड़ी के काम में लगाए गए 6 नाबालिगों को भी मुक्त करवाया गया था। साथ ही पुलिस थाना भट्टा बस्ती से भी चूड़ी बनाने के ही काम में लगाए गए 3 बालकों को बालश्रम के चंगुल से छुड़वाया गया। इन बच्चों को पढ़ाने और घुमाने-फिराने के नाम पर लाया जाता था और यहां लाकर बालश्रम में झोंक दिया जाता था।