सीकर। राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम के तहत सडक़ सुरक्षा एवं दुर्घटना के बचाव के लिए ट्रेक्टर ट्रालियों एवं अन्य कमर्शियल करीब दो दर्जन वाहनों पर रिट्रो रिफ्लेक्टिव टेप लगाई गई ताकि रात्रि समय में वाहन अच्छी तरह से दूर से दिखाई दे जिससे दुर्घटना से बचाव संभव हो सके।
दुपहिया वाहनों चालकों को हेलमेट लगाने के लिए फूल माला पहनाकर एवं पुष्प भेंट कर प्रेरित किया गया ताकि अधिकाधिक लोग इनसे प्रेरणा लेकर उच्च गुणवत्ता का हेलमेट पहनकर ही दुपहिया वाहन चलाए। इस दौरान कुछ चालकों ने हेलमेट तो पहन रखा था लेकिन उसकी सुरक्षा डोरी (चिन स्ट्रीप) को नहीं बांधा था ऐसी स्थिति में हेलमेट दुघर्टना के समय दूर जाकर गिर जाता है एवं सिर का बचाव नहीं कर पाता। विदित रहे दुर्घटना आंकड़ों के हिसाब से सर्वाधिक मौतें दुपहिया वाहन पर सिर में लगने वाली चोटों से होती हैं। इसी तरह चार पहिया वाहन चालकों को सीट बेल्ट उपयोग में लिए जाने के लिए प्रेरित किया गया। सडक़ सुरक्षा अभियान के तहत प्रभावशाली कार्यवाही करते हुए करीब दो दर्जन वाहनों के चालान बनाए एवं एक लाख से अधिक न$कद राशि कंपाउंडिंग फीस के तहत प्राप्त की। परिवहन निरीक्षक झाबर सिंह धायल की उडऩदस्ता टीम ने सडक़ दुघर्टना से बचाव के लिए रिट्रो रिफ्लेक्टिव टेप, सीट बेल्ट एवं हेलमेट पहनने के लिए समझाइश के साथ-साथ प्रभावी प्रवर्तन कार्यवाही की।
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