‘ड्राई डे यानि डबल कमाई’ का मौका..जयपुर में शराब माफिया ने की हदें पार!
राजधानी के गोविंदपुरा निवारू लिंक रोड स्थित शराब दुकान में उड़ाया गया ड्राई डे का मखौल, कैमरे में कैद हुई पुलिस-प्रशासन और आबकारी विभाग की बेपरवाही
यहां ना सिर्फ खुलेआम बेची गई शराब बल्कि बकायदा सजाई गई महफिल, पेमेंट भी लिया जा रहा ऑनलाइन, जिम्मेदारों को नहीं दिखता शराबियों का जमावड़ा
जयपुर। हर साल 2 अक्टूबर यानि राष्ट्रपिता महात्मा की जयंती पर ड्राई डे घोषित किया जाता रहा है। ड्राई डे यानि इस दिन शराब की दुकानें बंद रहती है और किसी भी हाल में शराब की बिक्री नहीं हो सकती है। लेकिन, राजधानी जयपुर में इस ड्राई डे का मखौल बना दिया गया है। राजधानी में कई स्थानों पर ना सिर्फ ड्राई डे के दिन खुलेआम शराब बेची गई बल्कि कई जगह ग्राहकों के लिए पूरी तरह सुसज्जित मयखाने की भी व्यवस्था की गई थी। शराब माफिया अब इतना बेखौफ हो चुका है कि ना तो इन्हें पुलिस का खौफ है और ना ही प्रशासन की फिक्र। कई शराब कारोबारी खुलेआम शराब बेचते हुए हमारा समाचार के कैमरे में भी कैद हो गए। बावजूद इसके उन्होंने शराब बेचना जारी रखा।
बुधवार को ड्राई डे के मौके पर हमारा समाचार संवाददाता ने ऐसी कई जगहों पर शराब माफिया की बेखौफी का मंजर देखा। यहां तक कि संवाददाता ने गोविंदपुरा निवारू लिंक रोड स्थित अनुज्ञाधारी रतनलाल बागड़ा के नाम से संचालित दुकान से शराब की बोतल भी खरीदी जो कि लगभग दोगुने दामों पर दी गई। यहां तक कि इसका पेमेंट भी ऑनलाइन ही लिया गया। हालात यह थे कि दुकान के बाहर खड़े होकर शराबियों को खुलेआम आमंत्रण दिया जा रहा था तो बोतलों की सप्लाई लगातार की जा रही थी। सरकार के शुष्क दिवस के निर्देश की खुलेआम धज्जियां उड़ाते हुए ठेकेदार और उसके कारिंदे लोगों से मनचाही कीमत पर शराब बेची। ऐसा ही हाल अन्य कई जगह दिखाई दिया जहां दुकानें तो बंद रहीं लेकिन पिछवाड़े और गली सहित अन्य जगहों पर धड़ल्ले शराब बिक्री जारी रही।
गोविंदपुरा निवारू लिंक रोड पर शराब माफिया बेखौफ, शराबियों के लिए फार्म हाउस की भी सुविधा
हमारा समाचार संवाददाता ने गोविंदपुरा निवारू लिंक रोड स्थित शराब दुकान का वीडियो भी कैमरे में कैद किया। वीडियो में लोगों की भीड़ शराब खरीदते देखी जा सकती है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि शराब खरीदने को लोग झुंड बनाकर खड़े हैं। यहां तक कि पास ही खाली जमीन पर कई शराबी खुलेआम शराब पी रहे है और उन्हें रोकने वाला कोई नहीं है। यहां कर्मचारी झटाझट नोट लेकर पेटी से बोतलें निकाल कर ग्राहक को पकड़ा रहा है। तो वहीं ग्राहकों में एक-दूसरे से पहले शराब लेने की होड़ दिखाई दी। शराब माफिया की बेखौफी से साफ पता चलता है कि प्रशासन और पुलिस की नाक के नीचे यहां शराब बेची जा रही है, लेकिन कार्रवाई करने की बजाए पुलिस और आबकारी अपनी आंखें मूंदे रहा।
कालाबाजारी का पेमेंट भी ऑनलाइन, बोले-कोई फर्क नहीं पड़ता
इस दुकान पर यूं तो सब खुलआम हो रहा था फिर भी पुख्ता साक्ष्य के लिए हमारा समाचार के संवाददाता ने भी यहां से शराब खरीदने का प्रयास किया और आसानी से शराब उपलब्ध भी हो गई। हैरानी की बात तो यह रही कि खरीदी गई इस शराब की बोतल का पेमेंट भी ऑनलाइन लिया गया जिसका स्क्रीन शॉट खबर के साथ दर्शाया गया है। जब संवाददाता द्वारा ड्राई डे के दिन भी ऑनलाइन पेंमेंट के बारे में पूछा गया तो शराब दुकान के मालिक ने तपाक से कह दिया कि कोई फर्क नहीं पड़ता, हमें रोकने वाला कोई नहीं है। इस बेबाकी और बेखौफ बातों से ही साफ पता चलता है कि इन शराब माफिया को किसी का कोई डर नहीं है।