संविधान दिवस पर फ्री यूनिक लॉ क्लासेस श्रीगंगानगर की पहल..विद्यार्थियों ने किया न्यायाधीश सांखला से संवाद; हुआ व्याख्यान

ऑनलाइन मोड पर हुए कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों से जुड़े सैकड़ों छात्र-छात्राएं, सेशन न्यायाधीश विक्रम सांखला ने किया अधिकारों के प्रति सजग रहने और अपने कर्तव्यों का पालन करने का आह्वान

श्रीगंगानगर। फ्री यूनिक लॉक क्लासेस श्रीगंगानगर द्वारा संविधान दिवस 26 नवंबर 2024 पर ऑनलाइन मोड पर विक्रम सांखला अतिरिक्त सेशन न्यायाधीश एवं सेशन न्यायाधीश जोधपुर का व्याख्यान एवं संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, दिल्ली, झारखंड सहित भारत के विभिन्न राज्यों के विधिक अधिकारियों एवं विधि विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के प्रारंभ में संस्था की छात्रा योग माया बिलासपुर छत्तीसगढ़ ने न्यायाधीश विक्रम सांखला का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन किया। न्यायाधीश सांखला ने सभी को संविधान दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की तथा अपने संबोधन में संविधान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय संविधान निर्माता द्वारा अपने अथक प्रयासों से संविधान का निर्माण किया गया है। संविधान हमारे संविधान निर्माता की अद्भुत और अद्वितीय कृति है। हमें अपने संविधान के उद्देश्य एवं उसके भावनाओं को अपने हृदय में हमेशा संजोए रखना चाहिए। संविधान के विभिन्न उपबंधों पर चर्चा करने के बाद  कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात है कि प्रत्येक भारतीय नागरिक को संविधान के प्रति अपनी आस्था रखनी चाहिए तथा अपने दैनिक जीवन में अपने अधिकारों के प्रति सजग रहने के साथ ही अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए ।
इस कार्यक्रम में नेमीचंद सीकर, जया खुल्लर पंजाब, प्रेम चवरिया पंजाब, विनय गोयल, शाहबाज खान चूरू, विक्रम दिल्ली, सलाउद्दीन जयपुर, मुकेश कुमार दिल्ली, विक्रम, मनीष कुमार सहारनपुर सहित देश भर के विभिन्न विधि विद्यार्थियों द्वारा विधिक क्षेत्र में रोजगार से संबंधित प्रश्न पूछे गए। फ्री यूनिक लॉ क्लासेस के विद्यार्थियों ने न्यायाधीश सांखला से सीधे वार्तालाप कर एवं उनका उचित मार्गदर्शन प्राप्त कर अपने आप को उत्साहित एवं गौरवान्वित महसूस किया। इस तरह का अवसर प्रदान करने के लिए संस्था के डायरेक्टर डॉ धर्मवीर सिंह बसेर का बहुत-बहुत आभार प्रकट किया। 
इस कार्यक्रम में बजरंग कुमार सैनी सहायक आचार्य विधि महाविद्यालय श्रीगंगानगर ने भारतीय संविधान के सौंदर्य पर प्रकाश डाला। डॉ. इंदिरा लूना सहायक आचार्य विधि महाविद्यालय टोंक राजस्थान ने अपने कविताओं के द्वारा संविधान के उद्देश्य एवं महत्व बताया। डॉ. प्रेम मेहरा सहायक आचार्य विधि झुंझुनू ने विद्यार्थियों से कहा कि संविधान के प्रति आस्था एवं सम्मान का भाव न केवल वे स्वयं रखें बल्कि विधि के विद्यार्थी होने के नाते उनका कर्तव्य है कि वह अपने स्थान पर संबंधित सभी लोगों को जागरूक करें।