दिगंबर जैन समाज की दोनों आमनाय ने एक साथ शांति विधान कर सामाजिक एकता की मिसाल पेश की ।

गढ़ी सकल जैन समाज के नेतृत्व में जुना मंदिर के शांतिनाथ भगवान एवं नया मंदिर के आदिनाथ भगवान की भव्य शोभायात्रा निकाल कर नगर भ्रमण करते हुए नवीन स्वाध्याय एवं संत भवन में लाया गया बाहुबली युवा मंडल अध्यक्ष सिद्धांत दोषी ने बताया जहां पर विधि विधान से नवीन भवन में कलश स्थापना की जिसमें मंगलकलश का सौभाग्य अमृतदेवी दोसी परिवार को मिला  शांतिनाथ भगवान की शांतिधारा का सौभाग्य राजेंद्र भरड़ा परिवार एवं आदिनाथ भगवान की शांतिधारा का सौभाग्य सुरेंद्र कोटिया परिवार को मिला। जुना मंदिर जी के अध्यक्ष संदीप जैन ने समस्त समाजजनों को नवीन भवन के बारे में जानकारी दी,नया मंदिर जी के अध्यक्ष पवन शाह ने इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बताया । पंडित शैलेन्द्र जी ने मंत्रोच्चार द्वारा पूर्ण विधि विधान से शांति विधान संपन्न कराया ।18 देशों में प्रसारित होने वाले जिनवाणी चैनल के सुर विद्या में फाइनल में पहुंचने वाली राजस्थान की धरा से एक मात्र बेटी दिशी जैन द्वारा भगवान की भक्ति करवाई गई जिनकी आवाज पर समस्त समाजजन भक्ति में झूम उठे ।  जैन भवन के पोस्टर का विमोचन समाज के वरिष्ठजनों द्वारा किया गया ।स्वामी वात्सल्य के पुण्यार्जक आशीष भरड़ा का सभी समाजजनों द्वारा बहुमान किया गया । कार्यक्रम के अंत में जैन भवन निर्माण समिति के राकेश दोसी ने सभी समाजजनों का आभार व्यक्त किया ।

उपस्थित चेतनलाल पंचोरी , सुमतिलाल धीरावत , भाविक कोटिया,जयप्रकाश कोठारी ,धर्मेंद्र शाह  मणिलाल कोठारी ,पवन धीरावत,तेजपाल दोसी,पुनीत दोषी, नयनेश जैन ,महेंद्र भरड़ा,हर्षवर्धन एवं समस्त समाजजन उपस्थित रहे।