ट्रम्प ने मैगजीन राइटर का यौन शोषण किया:पीड़िता को 41 करोड़ रुपए का मुआवजा देंगे पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति, न्यूयॉर्क कोर्ट ने सुनाया फैसला

ट्रम्प ने मैगजीन राइटर का यौन शोषण किया:पीड़िता को 41 करोड़ रुपए का मुआवजा देंगे पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति, न्यूयॉर्क कोर्ट ने सुनाया फैसला

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को मैगजीन राइटर ई जीन कैरोल के यौन शोषण का जिम्मेदार ठहराया गया है। न्यूयॉर्क में 9 मेंबर्स की जूरी ने ट्रम्प को बैटरी(हमला करने), यौन शोषण और मानहानि केस में दोषी माना। इसके बाद ट्रम्प कैरोल को मुआवजे के रूप में 41 करोड़ रुपए (5 मिलियन डॉलर) देंगे। न्यूयॉर्क फेडरल कोर्ट ने सुनवाई के बाद मंगलवार देर रात ये फैसला सुनाया।

हालांकि, कोर्ट ने ये नहीं माना है कि ट्रम्प ने कैरोल का रेप किया। मैगजीन राइटर जीन कैरोल ने 2019 में आरोप लगाया था कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने ​​1996 में मैनहैटन के एक डिपार्टमैंटल स्टोर में उनका रेप किया था। ट्रम्प ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया था। उन्होंने कहा था कि कैरोल उनके लायक नहीं हैं। वे कैरोल को नहीं जानते और उनसे स्टोर में नहीं मिले थे। मैगजीन राइटर अपनी किताब को बेचने के लिए झूठी कहानी बना रही हैं।

ट्रम्प बोले- ये मेरे खिलाफ सबसे बड़ी साजि
कोर्ट के फैसले के बाद डोनाल्ड ट्रम्प का बयान सामने आया है। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें फंसाने की कोशिश की जा रही है। वो जीन कैरोल को जानते तक नहीं हैं और ये उनके खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी साजिश है। ये फैसला अमेरिका के लिए शर्मनाक है।

वहीं कोर्ट का फैसला आने के बाद मैगजीन राइटर ने कहा- आज सच्चाई दुनिया के सामने आ गई। यह जीत सिर्फ मेरी नहीं बल्कि हर उस महिला की है जिसे इस वजह से परेशानी झेलनी पड़ी क्योंकि उस पर विश्वास नहीं किया गया था।

दो और महिलाओं ने दी ट्रम्प के खिलाफ गवाही
इस मामले में 25 अप्रैल को ट्रायल शुरू हुआ था। ट्रायल के दौरान दो महिलाओं ने ट्रम्प के खिलाफ गवाही दी। पीपल मैगजीन की रिपोर्टर नताशा स्टॉयनॉफ ने बताया कि ट्रम्प ने 2005 में उन्हें जबरदस्ती किस किया था। दूसरी महिला जेसिका लीड्स ने बताया कि ट्रम्प ने 1979 में उन्हें किस किया था और छेड़छाड़ की थी।

जूरी ने ट्रम्प की 2005 की एक रिकॉर्डिंग भी सुनी। इसमें ट्रम्प महिलाओं को बिना परमिशन के किस करने और पकड़ने के बारे में बात कर रहे थे

 

ट्रम्प के डर से दुनिया को नहीं बताया
कैरोल की दो दोस्तों ने ट्रायल में गवाही दी कि कैरोल ने उन्हें इस घटना के बारे में बताया था। हालांकि, ट्रम्प के डर से इस बात को किसी को ना बताने के लिए कहा था। कैरोल को डर था कि अगर वे सामने आईं तो ट्रम्प अपनी पावर और पैसों के दम पर उनसे बदला लेंगे।

ट्रायल में शामिल नहीं हुए ट्रम्प
ट्रम्प अपने खिलाफ चले सिविल ट्रायल में शामिल नहीं हुए थे। फैसला सुनाए जाने के समय भी वे मौजूद नहीं थे। ये एक सिविल मामला है, इसलिए इसमें ट्रम्प के सामने जेल जाने का खतरा नहीं है। इस मामले में जूरी मेंबर्स की पहचान गुप्त रखी गई है। बाद में ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया अकांउट पर फैसले को अपमानजनक बताते हुए कहा कि वे कैरोल को नहीं जानते। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है