सुन्दर शिक्षण संस्थान में धमधाम से मना राजस्थान दिवस और हिंदू नववर्ष महोत्सव, राजस्थान के गौरवशाली इतिहास को किया याद, लोकगीतों ने बांधा संमा
बगरू। राजस्थान स्थापना दिवस के उपलक्ष में 76वीं वर्षगांठ के रूप में सुंदर शिक्षण संस्थान में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत संस्था सचिव रामफूल चौधरी द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर की गई। प्राचार्या डॉ. मीनाक्षी त्यागी ने बताया कि राजस्थान की धरती जो धोरा री, त्याग बलिदान की भूमि, वीरों और वीरांगनाओं की भूमि है, इस धरती को नमन करना तथा उनके बलिदान को याद दिलाने के रूप में मनाना चाहिए। प्राचार्या ने सभी को हिन्दू नववर्ष की हार्दिक बधाई दी। कार्यक्रम में बीए बीएड की छात्र-छात्राओं ने राजस्थान की संस्कृति एवं सभ्यता से जुड़े नृत्य एवं परिधान लोकगीत के साथ यहां लोक देवताओं को नमन करते हुए हर्ष उल्लास के साथ मनमोहक प्रस्तुती दी गई। कार्यक्रम में संस्था सचिव रामफूल चौधरी ने अपने भाषण में कहा कि राजस्थान जिसे राजाओं की भूमि कहा जाता है अपनी वीरता, संस्कृति और पंरपराओं के लिए प्रसिद्ध है। यहां के रंग-बिरंगे त्योहार, शानदार किले, और मेहमाननवाजी हर किसी का आकर्षित करते है। इस मौके पर संस्था व्यवस्थापक लक्ष्मण सिंह जाट, डॉ. रघुनन्दन शर्मा, डॉ. सतीश सैनी, आचार्य जितेन्द्र कुमार शर्मा सभी व्याख्यातागण एवं अध्ययनरत सभी छात्र-छात्राएं उपस्थित रहें। कार्यक्रम का समापन संस्था व्यवस्थापक रामकुमार जाट ने सभी छात्र-छात्राओं को राजस्थान दिवस की शपथ दिलवाकर एवं सभी का धन्यवाद ज्ञापित कर किया।