सरकार के आभार कार्यक्रम पर की जा रही टीका-टिप्पणी का राजस्थान सरपंच संघ ने किया विरोध, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा एवं नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के बयानों पर जताई आपत्ति
जयपुर। राजस्थान सरपंच संघ ने एक प्रेस वार्ता आयोजित कर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के आभार कार्यक्रम को लेकर की जा रही टीका-टिप्पणी का कड़ा विरोध किया। संघ ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सरपंचों का कार्यकाल बढ़ाए जाने का फैसला ऐतिहासिक है, और इसे लेकर की जा रही राजनीति अनुचित है। राजस्थान सरपंच संघ के अध्यक्ष बंशीधर गढ़वाल ने कहा कि राज्य सरकार का यह निर्णय सरपंचों के हित में लिया गया है। उन्होंने कहा, ‘सरकार ने सरपंचों को प्रशासक नियुक्त कर एक ऐतिहासिक कार्य किया है। हम मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का स्वागत करते हैं और उनके इस निर्णय के लिए आभार व्यक्त करते हैं।’ सरपंच संघ के कार्यकारी अध्यक्ष अर्जुन सिंह गौड़ ने बताया कि सरपंच एवं वार्ड पंच किसी भी राजनीतिक दल से चुने हुए नहीं होते हैं ऐसे में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली द्वारा इस तरह का बयान जारी करना निवर्तमान सरपंचों व नवनियुक्त प्रशासको का अपमान है उन्हें अपना बयान वापस लेते हुए जनप्रतिनिधियों से माफी मांगनी चाहिए।
कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष नेमीचंद मीना ने कहा कि यह मॉडल मध्य प्रदेश सरकार में पहले ही लागू हो चुका है। सरपंच संघ राजस्थान पिछले लंबे समय से राजस्थान सरकार से यही मांग कर रहा था किस सरपंचों का कार्यकाल बधाई जाने में मध्य प्रदेश मॉडल को लागू किया जाना चाहिए, उन्होंने कहा, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रहे कमलनाथ सरकार ने सबसे पहले सरपंचों को प्रशासक के रूप में कमेटी बनाकर ग्राम प्रधान बनाने का निर्णय 6 मार्च 2020 को लिया था। अब राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की तरफ से इस फैसले का विरोध किया जाना उचित नहीं है। सरपंच संघ के मुख्य प्रवक्ता रफीक पठान ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा न्यू वर्तमान सरपंचों को जो प्रशासक नियुक्त किया है वह एक ऐतिहासिक कदम है और सरपंच संघ ने इस निर्णय को ग्रामीण विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया और कहा कि इस फैसले से पंचायत स्तर पर प्रशासनिक कार्यों में निरंतरता बनी रहेगी। प्रेस वार्ता में सरपंच संघ के चितोड़ जिला अध्यक्ष गणेश साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा खुद एक सरपंच रहे हैं और वह गांव की जनता की हर नब्ज को समझते हैं इसीलिए उन्होंने यह ऐतिहासिक निर्णय लिया है। इस दौरान सीकर जिला अध्यक्ष हनुमान झाझड़ा, कोटा जिला अध्यक्ष मोईजुउद्दीन गुड्डू, प्रवक्ता राम प्रसाद चौधरी, सुरेश गढ़वाल, कमलेश पाटीदार झालावाड़, गोवर्धन सालवी, भेरू सिंह राठोर सहित कई पदाधिकारी उपस्थित रहे।