प्रदेश में ‘सिर्फ निवेश नहीं बरस रही सौगातें’ भी..रिंग रोड हुई मंजूर; बनेंगे साढ़े तीन लाख आवास!
राइजिंग राजस्थान का दूसरा दिन रहा काफी सफल, केंद्रीय मंत्रियों ने खोला सौगातों का पिटारा, नितिन गडकरी ने दी उत्तरी जयपुर रिंग-रोड की मंजूरी; कई अन्य जिलों को भी फायदा
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह का ऐलान, कहा- राजस्थान में 3 लाख 41 हजार 620 लोगों को देंगे मकान, इसके अलावा कई बड़े निवेशकों ने भी प्रदेश में निवेश के लिए खोली तिजोरी
जयपुर। प्रदेश में भजनलाल सरकार राइजिंग राजस्थान समिट का आयोजन कर रही है, जिसका मंगलवार को दूसरा दिन था। इसमें हजारों निवेशक देश और विदेश से पहुंचे। वहीं निवेशकों को भरोसा दिलाने के लिए इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्रियों को भी आमंत्रित किया गया। इस दौरान केंद्रीय सडक़ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी शामिल हुए और अपने अंदाज में राइजिंग राजस्थान समिट में संबोधन किया। नितिन गडकरी ने अपने संबोधन में कहा कि एशिया की सबसे बड़ी टनल हम बना रहे हैं। इसके पास से बाबा अमरनाथ के दर्शन सडक़ पर से ही कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में 22 लाख करोड़ का सडक़ों का काम होगा। गडकरी ने कहा कि मैं सोचता हूं कि अब गरीब लोगों का भी भला करना है। निवेशक नहीं भी आए तो पैसे की कोई कमी नहीं। गडकरी बोले-इसे मेरी एरोगेंसी ना समझें बल्कि निवेश और पैसा खूब आ रहा है। पेंशनर्स का पैसा भी हाईवे बनाने के काम आएगा। उस हाईवे की कमाई पेंशनर्स, कॉमन मैन और गरीब के पास जाएगी।
गडकरी बोले कि मैं मजाक में कह देता हूं कि बुलडोजर तुम पर चला दूंगा, माल नहीं खाया है तुमसे। अब हम टोल में भी रिफॉर्म करेंगे। हम अमेरिका के बराबर सडक़ नेटवर्क बनाएंगे, टूरिज्म के लिए भी रोड नेटवर्क बहुत जरूरी है। राइजिंग राजस्थान समिट 2024 में गडकरी ने अजमेर को 169.04 करोड़ की सौगात दी। 169.04 करोड़ रुपये की 6 विकास परियोजनाओं की मंजूरी में फ्लाईओवर और अंडरपास शामिल है। जो राष्ट्रीय राजमार्ग-448 और 58 के तहत बनाए जाएंगे। निर्माण कार्य जनवरी 2025 से शुरू होगा। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नितिन गडकरी का जताया आभार। साथ ही परियोजनाओं को क्षेत्र के विकास की बड़ी उपलब्धि बताया।
प्रदेश के अन्य जिलों के लिए भी खुला पिटारा, कई योजनाओं को दी मंजूरी
इसके अलावा नितिन गडकरी प्रदेश के बाकी जिलों को भी काफी तोहफे दिए। उन्होंने 30 हजार करोड़ रुपये लागत की 800 किमी. लम्बी 9 परियोजनाओं की घोषणा की। इन परियोजनाओं में 6500 करोड़ की लागत से उत्तरी जयपुर रिंग रोड, 6800 करोड़ की लागत से कोटपूतली से आगरा ग्रीनफील्ड हाइवे, 12 हजार करोड़ की लागत से जयपुर-किशनगढ़-जोधपुर से अमृतसर ग्रीनफील्ड हाइवे निर्माण, 538 करोड़ की लागत से पाली में रायपुर से जस्साखेड़ा तक एलीवेटेड रोड, 1400 करोड़ की लागत से नागौर से नेत्रा तक सडक़ निर्माण, 500 करोड़ से सीकर-लक्ष्मणगढ़-फतेहपुर में बाइपास, 1400 करोड़ की लागत से झुन्झुनूं-चिड़ावा-सिंघाना-पचेरी सडक़ निर्माण, 600 करोड़ की लागत से सिंघाना-खेतड़ी-जसरापुर-नगलीसलेदी-भाटीवाड़ सडक़ निर्माण, 400 करोड़ की लागत से कुंडल-झाड़ौद खण्ड के भू-स्खलन क्षेत्र में सुधार कार्य शामिल हैं।
केंद्रीय कृषि मंत्री का ऐलान, कहा- 3 लाख 41 हजार 620 लोगों को देंगे मकान
समिट में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल हुए और उन्होंने निवेशकों को राजस्थान में निवेश क्यों करना चाहिए इसके बारे में बताया। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मेरा आज यहां आने का प्लान नहीं था। लेकिन भजनलाल शर्मा ने फोन कर मुझे आमंत्रित किया। मैंने उनसे कहा आज मेरा संसद में क्वेश्चन है, तो उन्होंने कहा आपको क्वेश्चन के बाद वहां से उठा लेंगे, आखिर में मुझे यहां आना पड़ा। चौहान ने कहा कि भारत सरकार राज्य सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है। राजस्थान में कई इंडस्ट्री लग सकती है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में 3 लाख 41 हजार 620 मकान प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भाई और बहनों को दिया जाएगा। इसके लिए 499 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इससे पहले 1 लाख 56 करोड़ दे चुके हैं। राजस्थान हमेशा आगे बढ़े इसके लिए पीएम मोदी के साथ सीएम भजनलाल शर्मा भी काम कर रहे हैं और मैं भी इसके लिए पूरा काम करूंगा।
किरोड़ी लाल मीणा भी दिखे एक्टिव, संभाला अपने मंत्रालय का जिम्मा
मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा अब अपने फैसले पर बैकफुट पर आ गए हैं। यही वजह है कि राइजिंग राजस्थान समिट में बतौर कृषि मंत्री की हैसियत से पहुंचे। एग्रीकल्चर से संबंधित सेशन में चौहान और मीणा ने अपने-अपने विभागों से राजस्थान में निवेश और विकास को बढ़ाने का वादा किया। कार्यक्रम से पहले मंगलवार को किरोड़ी लाल मीणा ने एक बयान जारी कर कहा कि दौसा जिले के कालीखाड़ गांव में पांच साल का मासूम आर्यन एक खुले बोरवेल में गिर गया, उसको जल्दी से जल्दी निकाला जाए। इस बयान में उन्होंने आगे कहा कि साधनों की दृष्टि से उनके (आपदा प्रबंधन एवं राहत विभाग) विभाग ने 10 लाख रुपये जिला प्रशासन को दिए हैं। वे खुद मौके पर पहुंचते, लेकिन जयपुर में चल रहे राइजिंग राजस्थान समिट के चलते वे कालीखाड़ गांव नहीं जा पा रहे हैं।
सीएम ने किया मामा और बाबा का जिक्र, हंसने को मजबूर हुए डेलिगेट्स
राइजिंग राजस्थान के इसी सेशन में कुछ ऐसा हुआ, जिसे देखकर मंच पर बैठे लोगों की हंसी छूट गई। दरअसल, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने केंद्रीय मंत्रियों में से कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और राजस्थान सरकार में कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा को ‘मामा और बाबा’ कहकर संबोधित किया तो समिट में मौजूद डेलीगेट्स की हंसी छूट पड़ी। शिवराज सिंह चौहान को मध्यप्रदेश में मामा के नाम से बुलाया जाता है, जबकि किरोड़ी लाल मीणा को बाबा के नाम से संबोधित किया जाता है। ऐसे में इस सेशन में मंच पर सीएम शर्मा के एक तरफ मामा तो दूसरे तरफ बाबा विराजे थे। सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा, ‘हमारे बीच में बाबा (एक मामा और एक बाबा) हमारे कृषि मंत्री किरोड़ी लाल जी मीणा का, माननीय मंत्री जोराराम कुमावत, माननीय मंत्री हीरालाल नागर जी और सभी अधिकारीगण का स्वागत करता हूं।’ जैसे ही सीएम शर्मा ने किरोड़ी लाल मीणा को बाबा कहके संबोधित किया मंच पर मौजूद सभी लोग हंसने लगे।