एक स्वर में सैकड़ों युवा बोले ‘जय हिंद’..रक्तदान शिविर में उमड़ा देशभक्ति का ज्वार

जय हिंद फाउंडेशन द्वारा आयोजित हुआ पांचवां रक्तदान शिविर, शहीद-ए-आजम भगत सिंह और राष्ट्र के प्रति कृतज्ञता का रक्तदान के जरिए किया इजहार, भव्य वाहन रैली निकालकर किया रक्तदान के प्रति जागरुक


जयपुर। शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जयंती का अवसर हो और जयपुर में जय हिंद फाउंडेशन द्वारा आयोजित होने वाले रक्तदान शिविर की बात ना हो तो यह संभव नहीं है। दरअसल, इस बार भी भगत सिंह जयंती पर जय हिंद फाउंडेशन द्वारा विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ों युवाओं ने रक्तदान कर शहीद भगत सिंह एवं समाज के प्रति अपनी कृतज्ञता दर्शाई। लगातार पांचवी बार आयोजित इस रक्तदान शिविर से पहले रक्तदान के प्रति जागरुकता रैली निकाली गई जिसके द्वारा सभी को रक्तदान के महत्व के प्रति जागरुक किया गया। कालवाड़ रोड स्थित देसी ठाठ रेस्टोरेंट पर आयोजित इस रक्तदान शिविर के प्रति हर वर्ग में जबर्दस्त जोश देखने को मिला और नई पीढ़ी का भी उत्साह देखने लायक रहा।
रक्तदान शिविर के संयोजक एवं देसी ठाठ रेस्टोंरेंट के संचालक संदीप कनौडिय़ा ने बताया कि शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जयंती पर जय हिंद फाउंडेशन द्वारा हर वर्ष रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है। इस बार भी सैकड़ों युवाओं ने शिविर में रक्तदान किया। कनौडिय़ा ने बताया कि रक्तदान इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि रक्त का किसी फैक्ट्री में निर्माण नहीं हो सकता। उन्होंने बताया कि आकस्मिक रूप हुई दुर्घटना में घायल और गंभीर रूप से पीडि़तों का जीवन बचाने के लिए दान किया गया रक्त ही काम आता है। अत: हमें रक्तदान के लिए तत्पर रहना चाहिए। कनौडिय़ा ने बताया कि जय हिंद फाउंडेशन की इस पहल से समाज के अन्य संगठनों को प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा रक्तदान को लेकर समाज में फैली भ्रांतियों को दूर किए जाने की जरूरत है। इसके लिए जय हिंद फाउंडेशन सतत रूप से प्रयास करेगी।

रक्तदान ही महादान, इससे बचाया जा सकता है अमूल्य जीवन
रक्तदान शिविर में अतिथि के रूप में पधारे पूर्व आईजी अशोक गुप्ता एवं नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. जीआर चौधरी ने रक्तदान का महत्व बताते हुए कहा कि इन दिनों डेंगू जैसी बिमारियों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है जिसके कारण कई मरीजों की रक्त की कमी की वजह से हालत गंभीर हो जाती है। ऐसे में रक्तदान के जरिए उन्हें नया जीवन मिल सकता है। साथ ही उन्होंने बताया कि जैसा कि सभी ने कोराना के काल में देखा कि रक्त की किस तरह किल्लत हुई और लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। ऐसे में रक्तदान के जरिए किसी जरूरतमंद का जीवन बचाया जा सकता है।