राजस्थान सरकार के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचे पटाखा कारोबारी

जयपुर@ राजस्थान में पटाखों की बिक्री के लिए जारी किए जाने वाले अस्थायी लाइसेंस पर रोक लगाने के निर्णय से पटाखा व्यापार से जुड़े सैकड़ों व्यापारियों के लिए बड़ा संकट खड़ा कर दिया है। जयपुर शहर के लगभग एक हजार से ज्यादा व्यापारियों का करीब 25 करोड़ रुपए से ज्यादा का एडवांस फंस गया है। लिहाजा अब व्यापारियों ने इस संकट से बचने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। राजस्थान फायरवर्क्स डीलर्स एण्ड मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन के प्रचार मंत्री जाहीर अहमद ने बताया कि हमने इस मामले में हाईकोर्ट में एक याचिका लगाई है, जिस पर 4 नवंबर को सुनवाई होगी। जाहीर अहमद ने बताया कि पूरे देश में किसी भी राज्य में पटाखों की बिक्री और आतिशबाजी करने पर रोक नहीं है। ना ही किसी भी बड़ी एजेंसी या संस्था ने ऐसा कोई रिसर्च कर दावा किया है कि पटाखों से कोरोना का संक्रमण फैलेगा। जबकि सरकार ने ये निर्णय केवल इसलिए किया है कि पटाखों से निकलने वाले धुंए से कोरोना के साथ ही दिल व सांस संबंधि बीमारी से पीड़ित मरीजों को भी तकलीफ का सामना करना पड़ सकता है। उन्होने बताया कि दीपावली पर पटाखों से निकलने वाले धुंए से केवल एक ही दिन वह भी 3 से 4 घंटे ही प्रदूषण रहता है, जो कुल प्रदूषण का 4 फीसदी ही होता है। जबकि सरकार को उन फैक्ट्रियों व कारखानों पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए जो पूरे साल बड़ी मात्रा में पॉल्यूशन जनरेट करते है।

एक हजार से ज्यादा लाइसेंस बनकर तैयार- अस्थायी पटाखा विक्रेता संघ अध्यक्ष रामबाबू दूसाज ने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी हमने दुकानें किराये पर ले ली, जिसका दुकान मालिक को एडवासं पेमेंट कर दिया। इसी तरह पटाखे बनाने वाली कंपनियों व हॉलसेलरों को भी लाखों रुपए का एडवांस भुगतान कर दिया। ये सब इसलिए किया क्योंकि सरकार ने ही सितम्बर में पटाखों की बिक्री के लिए अस्थायी लाइसेंस जारी करने के आवेदन मांगे थे। जयपुर शहर में 1375 व्यापारियों ने आवेदन किए और इस पर भी हजारों रुपए खर्च कर दिए। अब जब लाईसेंस बनकर तैयार हो गए और देने का समय आया तो सरकार ने रोक लगाकर हमारे लिए परेशानी खड़ी कर दी।

कहां रखेंगे पटाखों का स्टॉक- दूसाज ने बताया कि हमने जो पटाखा बनाने वाली कंपनियों को एडवांस दिया है उसके अनुरूप कंपनियों ने माल भी तैयार कर लिया, लेकिन अब हम उस माल को उठाकर अपने गोदामों में भी नहीं रख सकते। क्योंकि सरकार ने अस्थायी लाईसेंस जारी करने पर ही रोक लगा दी। अगर हम बिना लाइसेंस के पटाखों का स्टॉक करते है तो प्रशासन हमारे खिलाफ कार्यवाही कर सकता है।

विरोध करने सड़कों पर उतरे व्यापारी

सरकार के निर्णय के खिलाफ पटाखा विक्रेताओं ने आज दिन में जयपुर के स्टेच्यू सर्किल पर विरोध प्रदर्शन भी किया। बैनर-तख्तियां हाथ में लेकर व्यापारियों ने नारेबाजी की और सरकार से अपना निर्णय वापस लेने की मांग की।