ग्राम पंचायत मुरलीपुरा में बीसलपुर परियोजना के तहत जल वितरण में सरपंच पर पक्षपात के आरोप, ग्रामवासियों में जबर्दस्त आक्रोश व्याप्त, धरना देकर जताया विरोध
जोबनेर। ग्राम पंचायत मुरलीपुरा सरपंच शायद एक ऐसे विरले जनप्रतिनिधि है जिन पर अपने ही क्षेत्र की जनता से पक्षपात के आरोप लग रहे है। दरअसल मामला है बीसलपुर परियोजना के तहत प्राप्त पानी के वितरण का। यहां विभिन्न ढाणियों के ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि सरपंच द्वारा कई महीनों से महज बीसलपुर का पानी पहुंचाने का आश्वासन दिया जा रहा है लेकिन ढाणियों में अब तक पानी नहीं पहुंचाया जा रहा है। इस बाबत ग्राम विजयगोविन्दपुरा, ठाकुरजी का बास व जीतरवालो की ढाणी, घासलों की ढाणी में दो वर्षों से पानी नहीं पहुंचाएं जाने के संबंध में आक्रोशित ग्रामीणों ने धरना दिया और एक बार फिर सरपंच एसडीएम और बीडीओ को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि पंचायत मुरलीपुरा के सरपंच द्वारा पक्षपात कर केवल मुरलीपुरा की मुख्य आबादी को ही सप्लाई किया जा रहा है। आमजन काफी समय से पानी की मांग कर रहे है लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। वहीं ग्रामवासियों ने परेशान होकर अनिश्चितकालीन धरने का ऐलान कर दिया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि जलजीवन मिशन के तहत प्राप्त पानी सभी गांवों व ढाणियों में वितरित किया जाए। जिन गांवों में जलजीवन मिशन अन्तर्गत लाइनें नहीं डाली गई है उन गांवों व ढाणियों में पाइप लाइन डलवाकर घर-घर कनेक्शन किए जाए। बीसलपुर परियोजना का पानी कम पड़ता है तो पानी कि मात्रा बढ़वाई जाए, धरने में पूर्व सरपंच चित्रा सिंह, पूर्व सरपंच बालूराम घिसाल, वार्ड पंच कल्याण यादव, सरवन सैन, नरेंद्र शर्मा गिरधारी घासिल, भैरू राम घासिल, भगवान सहाय घासिल, भैरू राम जीतवाल, बाबूलाल जीतरवाल, जगदीश जीतरवाल, डालूराम जीतरवाल, मंगलाराम यादव, दयाल सिंह, मनोज शर्मा, सरवन यादव, रामस्वरूप ढाका सहित काफी बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
सरपंच पर पक्षपात के गंभीर आरोप, सिर्फ मुरलीपुरा की मुख्य आबादी को पानी की सप्लाई
उक्त ढाणियों एवं राजस्व ग्राम के लोगों के द्वारा बताया गया है कि केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन के अंतर्गत 2 साल पहले पेयजल कनेक्शन जारी कर दिए गए थे। साथ ही पीएचईडी विभाग द्वारा जेजेएम अंतर्गत 2 साल पहले से कनेक्शन जारी करने के उपरान्त ही प्रत्येक 2 दिन के अंतराल में लगभग 1.5 लाख लीटर पेयजल मुरलीपुरा के एसएलआर (पानी की टंकी) में आ रहा है। लेकिन सरपंच के द्वारा पक्षपात करके उक्त राजस्व ग्राम एवं ढाणियों का पानी केवल मुरलीपुरा ग्राम की आबादी को सप्लाई करवाया जा रहा है जिसमें इन सभी परिवार के लोगों को अपने ही हक के पानी से वंचित किया जा रहा है। लोगों को मजबूरन फ्लोराइड युक्त पानी एवं पानी के ट्रैकरों डलवाकर पीना पड़ रहा है।
इनका कहना है
यह पूरा मामला राजनीति से पे्ररित है। इस प्रकरण में पंचायत का कोई लेना-देना नहीं है। ना तो लाइनें पंचायत द्वारा डाली गई है और ना ही पंचायत का कोई हस्तक्षेप है। जल जीवन मिशन में यू भी बड़े पैमाने पर धांधली हुई है। सभी आरोप पूरी तरह निराधार है।
तारामणी जैन, सरपंच, ग्राम पंचायत मुरलीपुरा