जयपुर पुलिस ने ट्रैफिक व्यवस्था को संभालने के लिए शुरू किया ड्रोन का प्रयोग, यातायात कंट्रोल रूम से होगा नियंत्रित, 5 किलोमीटर दूर तक ट्रैफिक पर रखेगा नजर
200 मीटर दूर से चलते हुए वाहनों की नंबर प्लेट पढऩे की क्षमता, चालान भी कटेगा ऑनलाइन
जयपुर। पुलिस की ओर से अब शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को संभालने के लिए ड्रोन का सहारा लिया जा रहा है। डीसीपी ट्रैफिक की ओर से पहली बार यह नया प्रयोग किया जा रहा है। अगर प्रयोग सफल रहा तो जयपुर शहर में इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया जाएगा। यातायात पुलिस की ओर से पिछले 4-5 दिन से ड्रोन उड़ाया जा रहा है। इसे यातायात कंट्रोल रूम यादगार भवन से कंट्रोल किया जा रहा है। इस ड्रोन को यादगार भवन के चारों और 5 किलोमीटर की सीमा तक कंट्रोल किया जा सकता है। ऐसे में अब जयपुर शहर में अब ट्रैफिक नियम तोडऩे वालों की खैर नहीं है। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालक चौराहे या तिराहे पर खड़े पुलिसकर्मी को चकमा दे सकते हैं लेकिन ड्रोन को चकमा नहीं दे सकेंगे। यह ड्रोन अब ट्रैफिक नियम तोडऩे वालों पर निगरानी रखेगा। जो वाहन चालक नियमों का उल्लंघन करेंगे। उन वाहन चालकों का ड्रोन के जरिए ऑनलाइन चालान काटकर घर भेजा जाएगा। चालान की कॉपी के साथ ट्रैफिक नियम तोडऩे की एक फोटो भी साथ सबूत के तौर पर भेजी जाएगी।
हवा में उड़ते हुए नंबर प्लेट को रीड कर सकेगा ड्रोन
पुलिस उपायुक्त ट्रैफिक सागर राणा ने बताया कि एक निजी कंपनी के सहयोग से हाई रेजोल्यूशन वाले ड्रोन का ट्रायल लिया जा रहा है। एक पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसका परीक्षण कराया जा रहा है। इस ड्रोन की क्षमता काफी अच्छी है। 200 मीटर दूर से ये चलते हुए वाहनों की नंबर प्लेट रीड कर सकता है। फिलहाल इसे दिन में 6 से 7 बार उड़ाया जा रहा है। ट्रैफिक पुलिस कंट्रोल रूम से इसे कंट्रोल किया जा रहा है।
वीवीआईपी मूवमेंट और रैलियों पर रखी जा सकेगी निगरानी
डीसीपी ट्रैफिक सागर का कहना है कि यह ड्रोन काफी उपयोग साबित होने वाला है। जयपुर शहर में कभी भी वीवीआईपी मूवमेंट होने पर ड्रोन के जरिए ट्रैफिक व्यवस्था पर निगरानी रखी जा सकेगी। ड्रोन से यह पता लगाने में कम समय लगेगा कि किस रास्ते पर ट्रैफिक का दबाव कम है। जहां कम दबाव होगा, वहां वीवीआईपी मूवमेंट के दौरान ट्रैफिक डायवर्ट किया जा सकेगा। डीसीपी ने कहा कि शहर में कोई रैली और जुलूस निकाला जाएगा। उस दौरान भी ड्रोन के जरिए निगरानी रखी जाएगी।